शातिर ठग कब, कहां और किस को ठगी का शिकार बना डालें कुछ कहा नहीं जा सकता. आएदिन कभी औनलाइन शौपिंग में ठगी तो कभी नकली ज्वैलरी को असली बता कर ठगी करने के कारनामे आप ने सुने होंगे पर हम आप को एक ऐसी ठगी के बारे में बताने जा रहे हैं जिसे जान कर आप अपना माथा ठोक लेंगे.
महंगी नस्ल के घोड़े का शौकीन
पंजाब के फरीदकोट के रहने वाले इंद्र सिंह को महंगी नस्ल के घोड़े से खासा लगाव है. इन्हें घोड़े की सवारी करना इतना भाता है कि इस के आगे फरारी या मर्सिडीज कार की कोई औकात नहीं. एक बार काले घोड़ों को दौड़ते भागते देखा तो इन का मन भी काला घोड़ा खरीदने को मचल उठा.
घोड़े के शौकीन इंद्र सिंह को किसी ने काला घोड़ा बेचने वाले एक शख्स के बारे में बताया तो वे घोड़ा खरीदने जा पहुंचे.
कीमत जान कर आश्चर्य होगा
घोड़ा बेचने वाले शख्स ने घोड़े की कीमत 22 लाख रूपए से उपर बताई. पर मोलभाव के बाद साढ़े 17 लाख पर सौदा पट गया.
इंद्र सिंह ने पहले तो घोड़े के साथ मूंछों पर ताव देते हुए फोटो खिंचाई फिर घोड़े को अपने घर ले आए. वहां इस नायाब घोड़े को देखने कई लोग पहुंचे, जिन्हें इंद्र सिंह सीना चौड़ा कर दिखाते और घोड़े की खूबियां भी बताते.
बदलने लगा घोड़े का रंग
कुछ ही दिनों बाद घोड़े का रंग बदलने लगा और वह कई जगह से सफेद होने लगा तो इंद्र सिंह का माथा ठनका. घोड़े को नहलाने पर वह लगभग सफेद घोड़ा हो गया.
दरअसल, घोड़ा था ही सफेद जिसे इंसानों के बालों को रंगने वाला हेयर डाई से काला कर दिया गया था. इंद्र सिंह को तब अपने साथ किए ठगी का पता चला तो उन्होंने अपना सिर धुन लिया.
पुलिस में दी शिकायत
आननफानन में उन्होंने इस ठगी की जानकारी अपने कुछ जानकारों को दी और पंजाब के फरीदकोट थाना सिटी में शिकायत दर्ज कराई. पुलिस को दी शिकायत में उस ने बताया कि वह महंगी नस्ल का घोड़ा खरीदने का शौकीन है और इस से पहले भी वह कई घोड़ों को खरीद चुका है.
इस बार जब वह एक घोड़ा खरीदने बरनाला पहुंचा तो वहां आरोपी मेवा सिंह सहित कुल 8 लोग काले रंग का घोड़ा ले कर आए और उसे यह घोड़ा साढे 17 लाख में बेच दिया. उस ने पुलिस को बताया कि घोड़ा काले रंग का था जिसे डाई कर के काला कर दिया गया था. बहरहाल, पुलिस ने मामला दर्ज कर तफ्तीश शुरू कर दी है.
अगर आप भी शौकीन हैं तो…
अगर आप भी घोड़े के शौकीन हैं तो घोड़ा असली है या नकली इस बात की जानकारी लेने के साथसाथ घोड़े का रंग पक्का है या नहीं, यह पता जरूर कर लें क्योंकि हमारे देश के ठग कब और कहां आप को चूना लगा दें कहना कठिन है.