Artifical Intelligence : भारत में रोजमर्रा की जिंदगी के अलगअलग तरीकों से एआई और टैक्नोलौजी का इस्तेमाल तेजी से हो रहा है. स्मार्ट डिवाइसेज तेजी से लोकप्रिय हो रहे हैं. कई कंपनियां एआई पावर्ड डिवाइसेज जैसे एयरकंडीशनर, वाशिंग मशीन व अन्य बहुतकुछ लौंच कर रही हैं.
हैल्थकेयर में एआई का इस्तेमाल पर्सनल ट्रीटमैंट के लिए किया जा रहा है. प्रैक्टो और पोर्टिया मैडिकल जैसे स्टार्टअप एआई संचालित टेलीमैडिसिन और होम हैल्थकेयर सेवाओं के क्षेत्र की शुरुआती कंपनियां हैं.
शिक्षा में भी एआई का इस्तेमाल किया जा रहा है. बायजूज और वेदांतु जैसे एडटैक स्टार्टअप पर्सनलाइजड लर्निंग एक्सपीरियंस और रिमोट एजुकेशन जैसी सर्विस देने के लिए एआई का उपयोग कर रहे हैं.
इस के अलावा, फसल की पैदावार बढ़ाने, कटाई के बाद होने वाले नुकसान को कम करने और खेती के तरीकों को बेहतर बनाने के लिए कृषि में भी एआई को अपनाया जा रहा है. क्रौपइन और आरएमएल एगटैक जैसे स्टार्टअप फसल निगरानी, मिट्टी की एनालिसिस और मौसम पूर्वानुमान के लिए एआई का पूरा इस्तेमाल कर रहे हैं.
एआई का प्रयोग औनलाइन शौपिंग में भी बढ़ रहा है. कस्टमर्स की पसंद और खरीदारी की आदतों को समझ कर वैबसाइट्स और ऐप्स बेहतर शौपिंग अनुभव दे रहे हैं. जैसे, मिंत्रा ऐप में खरीदारी करते समय आप घरबैठे उस आउटफिट का लुक अपनी बौडी पर चैक कर सकते हैं.
कुल मिला कर भारत में एआई और टैक्नोलौजी को अपनाने से रोजमर्रा की जिंदगी में बदलाव आ रहा है. स्मार्ट घरों और हैल्थ सर्विस से ले कर शिक्षा और कृषि तक सब जगह एआई का बोलबाला है.
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