सवाल

मुझे प्रैग्नैंट हुए 4 महीने हो चुके हैं. अकसर औरतें कहती हैं कि प्रैग्नैंसी में उन्हें सैक्स करना अच्छा नहीं लगता जबकि मुझे तो अब सैक्स करने में और आनंद आता है, ऐसा क्यों. वैसे, मेरे पति बहुत प्यार से सेफली सैक्स करते हैं ताकि कोई तकलीफ न हो मुझे.

जवाब

जी हां प्रैग्नैंसी के दौरान महिलाओं को सैक्स में अधिक आनंद की प्राप्ति होती है. इस की खास वजह यह है कि जननांगों में बढ़ा हुआ रक्तप्रवाह उन्हें अति संवेदनशील बना देता है.

गर्भावस्था में सैक्स करना कोई खतरे की बात नहीं है. उलटा मांसपेशियां प्रसव के लिए मजबूत हो जाती हैं. इम्यून सिस्टम मजबूत होता है. प्रैग्नैंसी में सैक्स के दौरान भ्रूण को नुकसान नहीं पहुंचता है क्योंकि सैक्स में उपयोग आने वाले अंग अलग हैं. इस प्रक्रिया का भ्रूण से कोई संबंध नहीं होता है. शिशु के आसपास एमनियोटिक द्रव का घेरा होता है जो भ्रूण को सुरक्षित रखता है. वह गर्भाशय में एमनियोटिक थैली में लिपटा हुआ होता है. सैक्स के दौरान पेनिट्रेशन योनि में होता है और इस से गर्भाशय पर कोई प्रभाव नहीं होता है.

बस, गर्भावस्था के दौरान सुरक्षित शारीरिक संबंधों का विशेष खयाल रखें क्योंकि यदि इस वक्त एसटीडी यानी सैक्सुअली ट्रांसमिटेड डिजीज होती है तो मुश्किल पैदा कर सकती है. इसलिए कंडोम का प्रयोग करें और अंगों की साफसफाई का विशेष ध्यान रखें. वैसे, प्रैग्नैंसी के दौरान ओरल सैक्स सुरक्षित होता है. ध्यान रखें, पार्टनर वेजाइना में हवा न डाले, इस से वेजाइना में हवा के बुलबुले बन सकते हैं जिस से रक्तवाहिका में रुकावट आ सकती है, जो कोख में पल रहे भ्रूण के लिए नुकसानदायक हो सकता है.

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