सवाल
देश में फिर से कोविड 19 की जो प्रचंड आंधी आ गई है उस से मन हरदम शंकित रहता है. घर से बिलकुल बाहर नहीं जाते. पूरी सावधानी बरतते हैं, फिर भी मन घबराया सा रहता है. पति, बच्चों के लिए चिंता लगी रहती है. सोचती हूं, मु झे कुछ हो गया तो क्या होगा? अजीबअजीब से खयाल आते हैं. मन कैसे शांत करूं?
जवाब
आप की चिंता व्यर्थ नहीं है लेकिन आप खुद सोचिए कि चिंता करने से क्या परेशानी खत्म हो जाएगी. मुसीबत की जो घड़ी आई है हमें उस का सामना करना है, घबराना नहीं है. यह वक्त इमोशनल होने का नहीं, सम झदारी दिखाने का है.
सब से पहले यह सोचें कि आप को खुद को और अपने परिवार को इस महामारी की चपेट में नहीं आने देता है. पूरी सावधानी बरतें. बच्चों से भी घर में शारीरिक दूरी बना कर रखें.
घर का माहौल सकारात्मक बना कर रखें. घर में कोरोना संक्रमण से संबंधित ज्यादा न्यूज न चलाएं. टैलीविजन पर बच्चों को उन के पसंदीदा कार्यक्रम देखने दें. बच्चों को कुछ न कुछ गतिविधियों जैसे चित्रकारी, लेखन, किताबें पढ़ना, सिंगिंग, माइंड गेम में व्यस्त रख सकती हैं.
स्वयं भी अपने पसंद के गाने सुनें. पति के साथ बैठे कर रोमांटिक बातें करें. अभी उन के पास वक्त है, आप के पास भी है तो क्यों नहीं इस का फायदा उठाएं और अपने रिश्ते को और करीबी बनाएं.