इस वक्त ईरान और अमेरिका के बीच तीसरे विश्व युद्ध जैसी स्थित बनी हुई है और ऐसे में कई ऐसे देश हैं जिनपर संकट के बादल मंडरा रहे हैं क्योंकि इसके कारण सिर्फ ईरान और अमेरिका ही नहीं बल्कि कई देश प्रभावित होगें साथ ही भारत भी प्रभावित होगा क्योंकि ईरान भारत का मुख्य चाय उद्योग का आयात करने वाला देश है और युद्ध की स्थिति में वो चाय का आयात बंद हो सकता है तो उसपर तो खतरा मंडरा ही रहा है. साथ ही बासमती चावल के आयत पर भी रोक लगा दी है.
आपको बता दें कि ईरान और अमेरिका के ऐसे हालात को देखते हुए ऑल इंडिया राइस एक्सपोर्टर्स असोसिएशन(AIREA) ने कहा है कि जब तक हालात काबू में ना हो जाए अर्थात सामान्य ना हो जाए तब तक बासमती चावल का निर्यात रोक दें. अब आप इस बात से अंदाजा लगा सकते हैं कि इससे व्यापार पर कितना असर पड़ेगा साथ ही घरेलू कीमतों पर भी असर पड़ेगा. ईरान भारत को कच्चे तेल,उर्वरक और केमिकल्स का मुख्य़ रूप से आयात करता है और भारत से चाय,कॉफी,बासमती चावल,मोटे अनाज,मसाले इनका मुख्य रुप से आयात करता है. तो लाजमी है कि इसका असर तो पड़ेगा ही.
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फेडरेशन ऑफ इंडियन एक्सर्पोट आर्गेनाइजेशन(FIEO) जो कि निर्यातकों का प्रमुऱ संगठन है उसने भी अपनी आशंका जताई है. आपको बता दूं कि ईरान और अमेरिका के बीच ये युद्ध जैसी स्थिति इसलिए पैदा हुई है क्योंकि शुक्रवार को अमेरिका के ड्रोन हमले में ईरानी जनरल कासिम सुलेमानी की मौत हो गई और ईरान ने अगली सुबह ही वहां जामकरन मस्जिद पर लाल झंडा फहराकर अमेरिका को युद्ध के लिए ललकार दिया.
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