मगर, आज इस रिपोर्ट को पढ़ने के पश्चात आप यकीनन यह बात मानेंगे कि हमारे माननीय प्रधानमंत्री नरेंद्र दामोदरदास मोदी अक्सर अपनी पीठ थपथपाने में यकीन रखते हैं. अगर इस रिपोर्ट को पढ़ने के पश्चात संपूर्ण व्यक्तित्व पर निगाह डाली जाए तो आप बड़ी आसानी से इसे तल्खी से महसूस कर सकते हैं.  यह एक बहुत बड़ा सच है-देश में कहीं भी कोई चुनाव हो, पास आते आते तो आप अपनी पूरी ताकत लगाने में कोई गुरेज नहीं करते, कहीं पर भी बाज नहीं आते और अगर पीठ थपथपाने का कोई रिकॉर्ड  ना हो तो यह बन सकता है और और अगरचे गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड में बन गया होगा तो वह मिस्टर प्रधानमंत्री के इस कवायद से टूट भी सकता है.

अरे हो...पेट भरता नहीं!

अमिताभ बच्चन की आठवें दशक में एक पिक्चर आई थी जिसमें एक गीत था-" अरे हो, ऊंची ऊंची बातों से किसी का पेट भरता नहीं..."

हमारे माननीय प्रधानमंत्री नरेंद्र दामोदरदास मोदी  भाषण भी इतनी ऊंची ऊंची पिलाते हैं कि सुनने में तो अच्छा लगता है मगर जब हम उसके भीतर प्रवेश  करते हैं तो हमें अंधेरा ही अंधेरा दिखाई देता है. सब कुछ समझने के लिए आग्रह है कि नीचे के अंश ध्यान से पढ़ें-

उत्तर प्रदेश के चुनाव को लेकर के मोदी साहब ने जो कहा है उसकी एक राष्ट्रीय अखबार में बानगी कुछ ऐसी है-

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-"उत्तर प्रदेश में पहले चरण के मतदान में भाजपा के प्रति जनता के उत्साह को 'जबरदस्त' बताते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार को दावा किया कि इस बार चुनावों में भाजपा की जीत के पुराने रेकार्ड टूट जाएंगे."

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