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ब्रेक्सिट: सोने की साढ़े साती

ब्रिटेन के यूरोपीय यूनियन से बाहर निकलने के फैसले के बाद से दुनियाभर के शेयर बाजारों में अफरा-तफरी मच गई जिससे निवेशकों ने बाजार से पैसा निकालना शुरू कर ज्यादा सुरक्षित माने जाने वाले सोने में निवेश शुरू कर दिया जिससे सोने की कीमत में 8 फीसदी की तेजी देखी गई और ये 2 साल की रिकार्ड उंचाई तक पहुंच गया. हालत ये हो गई कि ग्लोबल मार्केट में सोने पर ऊपरी सर्किट लगा दिया गया. वहीं दूसरी तरफ कच्चे तेल की कीमतों में 7 फीसदी की गिरावट देखने को मिली.

ग्लोबल मार्केट में सोने की कीमत में 8 फीसदी की तेजी दर्ज की गई जिसके बाद सोने की कीमत 1355 डॉलर प्रति औंस दर्ज की गई वहीं चांदी में भी चार फीसदी की तेजी देखने को मिली और ये 18.06 डॉलर प्रति औंस तक पहुंच गई.

वहीं दूसरी तरफ घरेलू वायदा बाजार यानी एमसीएक्स पर सोने की कीमतें 32 हजार प्रति दस ग्राम के स्तर को पार कर गई. शुरूआता कारोबार में ही सोना करीब दो हजार रूपये की तेजी के साथ 32 हजार के पार कर गया.

बाजार के जानकारों का मानना है कि निवेश के लिहाज से लोग सोने में जमकर खरीददारी कर रहे हैं और फिलहाल सोने की कीमत में तेजी जारी रहेगी और इसकी कीमत 1450 डॉलर प्रति औंस तक पहुंचने की उम्मीद है.

लोन लेने से पहले पढ़ लें ये खबर

फोन के इनबॉक्स में या फिर मेल बॉक्स में आपने कई बार ऐसे मेल या मैसेज देखें होंगे जहां पर “Personal Loans @ 13.49%* with Instant Approval. Apply Now!” ऐसे शब्द लिखे होंगे. यह शब्द निश्चित तौर आकर्षक जरूर हैं और अधिकांश लोग इसको पढ़ते ही एप्लाई भी कर देते हैं. लेकिन यह ऑफर्स इतने आकर्षक होते नहीं हैं, जितने यह प्रतीत होते हैं. असल में प्री-अप्रूव्ड लोन ऑफर करने के पीछे की मंशा कुछ और ही होती है. पहले जानिए कि क्या होते हैं प्री-अप्रूव्ड लोन-

क्या होते है प्री अप्रूव्ड लोन-

जब भी कर्जदाता कहता है कि आपका लोन प्री-अप्रूव्ड हो गया है या फिर आप इंस्‍टैंट अप्रूवल के योग्य हैं, तो इसका मतलब यह है कि आपकी प्रोफाइल में दी गई जानकारी जैसे कि इनकम, पेमेंट हिस्ट्री, बैंक एकाउंट में डेबिट या क्रेडिट, सिबिल स्टेट्स और स्कोर आदि के आधार पर आपका नाम शॉर्ट लिस्ट किया गया है.

आपकी ओर से दी गई जानकारी के आधार पर कर्जदाता आपके बारे में काफी कुछ जान जाता है. इसके बाद लोन के लिए एप्लाई किया जा सकता है. इसका यह मतलब बिल्कुल नहीं है कि आपका लोन अप्रूव हो गया है या फिर लोन मिलने की कोई गैरंटी दी जा रही है. इन ऑफर्स का मतलब केवल इतना होता है कि आपकी जांच का पहला चरण पूरा हो गया है और अगर आप चाहते हैं तो लोन की प्रक्रिया को आगे बढ़ाया जा सकता है.

लेकिन इन सब के बाद भी आपको पूरी प्रक्रिया से गुजरना पड़ता है, जैसे सारे दस्तावेज पेश करने होते हैं इसके बाद अंतिम फैसला कर्जदाता का होता है कि लोन देना है या नहीं.

प्रि-अप्रूव्‍ड लोन में सबसे ज्‍यादा ध्‍यान रखने वाली बात यह है कि इसमें एक समय सीमा होती है. यदि आपको लोन के लिए कोई ऑफर मिलता है और आप इसे स्‍वीकार कर लेते हैं, तो आपको लोन प्रक्रिया कुछ ही महीनों (सामान्‍य तौर पर छह महीने) में पूरी करनी होती है. यदि यह ऑफर इंस्‍टैंट अप्रूव्‍ल लोन के लिए योग्‍य है तो आपको प्रोसेसिंग फीस का भी भुगतान करना होगा.

प्री अप्रूव्ड लोन के फायदे

1. मोलभाव की बेहतर स्थिति

अगर आपके पास प्री-अप्रूव्ड लोन है तो आप बिल्डर के साथ बेहतर ढंग से मोलभाव कर सकते हैं. आप उसे यह बता सकते हैं कि आपके पास प्री-अप्रूव्‍ड लोन है और आप वास्‍वत में घर खरीदना चाहते हैं. घर खरीदने की अधिक संभावना को देखते हुए बिल्डर आपको अच्‍छा डिस्काउंट ऑफर कर सकता है. साथ ही आप अपने कर्जदाता से भी लोन से संबंधित कुछ मुद्दों पर बातचीत कर मोलभाव कर सकते हैं.

2. प्रोसेसिंग में लगता है कम समय

प्री-अप्रूव्ड लोन में आपका बैकग्राउंड पहले ही चेक किया जाता है. आपकी सामान्य जानकारियां कर्जदाता के पास पहले से होती हैं. अब केवल डॉक्यूमेंट्स को पेश करने का काम रह जाता है और इसके बाद प्रक्रिया अगले स्‍तर पर पहुंच जाती है. इससे ओवरऑल प्रोसेसिंग टाइम कम हो जाता है और पूरी प्रक्रिया आसान हो जाती है.

3. कम ब्याज दर की संभवना

कई बार प्री-अप्रूव्ड लोन कम ब्याज दर पर मिलता है. ऐसा इसलिए क्योंकि यह बैंक की मर्जी होती है कि वह आपको लोन दे और साथ ही आपको कुछ आकर्षक ऑफर दे. इसके पीछे दूसरी वजह यह होती है कि प्री-अप्रूव्ड लोन उन लोगों को दिए जाते हैं, जिनकी पेमेंट की हिस्ट्री अच्छी होती है या जिनके पास नियमित आय का स्रोत होता है. साथ ही बैंक के लिए ये हाई रिस्क कस्टमर्स नहीं होते.

प्री अप्रूव्ड लोन बैंकों के लिए टार्गेट पूरा करने का जरिया है-

इसे एक उदाहरण से समझें

मान लीजिए कार्तिक ने बैंक से होम लोन लिया है और इसके 1 से 2 वर्ष गुजर चुके हैं. अब सोचिए कि आगे चलकर ऐसे व्यक्ति को घर को फर्निश करने के लिए, कार को अपग्रेड करने के लिए या इमरजेंसी में पैसे की जरूरत पड़ सकती है. इसलिए कर्जदाता कार लोन, पर्सनल लोन और अन्य ऑफर पेश करता है. इस तरह कर्जदाता ग्राहक को प्री-अप्रूव्ड लोन के साथ अन्य प्रोडक्ट भी बेचने की कोशिश करता है.

इसके अलावा बैंकों को अपने इंटरनल टार्गेट भी पूरे करने होते हैं. बैंक की हर शाखा को मासिक या तिमाही आधार पर टार्गेट दिए जाते हैं. इसके चलते वह प्रोडक्ट बेचने की जल्दबाजी करते हैं. यही वजह हैं वह समय-समय पर आकर्षक और प्रीमियम ऑफर्स पेश करते हैं.

बिना जरूरत प्री-अप्रूव्ड लोन के लिए आवेदन न करें-

आप यह जानते हैं कि आप जितनी बार लोन के लिए एप्‍लीकेशन देते हैं, उतनी बार ही आपके सिबिल स्‍कोर की जांच की जाता है और हर बार सिबिल स्‍कोर जांचने पर कुछ प्‍वाइंट कट जाते हैं, इससे आपका सिबिल स्‍कोर कम हो जाता है. इसलिए इस लोन के लिए आवेदन तब ही करें, जब आपको इसकी वास्‍तव में जरूरत हो. इस लोन को एक सामान्य लोन की तरह ही देखें. पहले इससे जुड़ी हर जांच करें, दूसरे बैंकों से तुलना करें और फिर चुनाव करें कि यह आपको चाहिए या नहीं.

इस महिला क्रिकेटर ने विदेश में रचा इतिहास

भारतीय महिला टीम की उप-कप्तान हरमनप्रीत कौर देश की पहली महिला क्रिकेटर बन गई हैं जिनका चयन किसी विदेशी टी20 फ्रेंचाइजी ने अपने टीम के लिए किया है. ऑलराउंडर हरमनप्रीत कौर को ऑस्ट्रेलिया में होने वाले महिला बिग बैश लीग की मौजूदा चैंपियन टीम सिडनी थंडर्स ने अपने साथ जोड़ा है.

हरमनप्रीत के करार की जानकारी बीसीसीआई अध्यक्ष अनुराग ठाकुर ने शुक्रवार को दी. आपको बता दें कि एक जून को बीसीसीआई ने भारतीय महिला क्रिकेटरों को विदेशी लीग में खेलने की अनुमति दी थी.

हरमनप्रीत को अपनी टीम में जोड़ने के लिए कई टीमों के बीच जद्दोजहद हुई थी, लेकिन अंत में सिडनी थंडर्स उन्हें हासिल करने में कामयाब रही. थंडर की कप्तान एलेक्स ब्लैकवेल ने कहा, ‘हमने भारतीय टीम में वेदा कृष्णमूर्ति और हरमनप्रीत कौर को मिलाकर कई जोशीले खिलाड़ी देखे हैं. मेरे ख्याल से ये दोनों शानदार हैं.’ ब्लैकवेल भारतीय महिला टीम की तेज गेंदबाज झूलन गोस्वामी को भी बिग बैश में खेलते हुए देखना चाहती थीं.

इस साल ऑस्ट्रेलिया में हुई टी20 सीरीज में भारत ने ऑस्ट्रेलिया को 2-1 से हराया था और उस जीत में हरमनप्रीत कौर ने अहम भूमिका निभाई थी.

हरमनप्रीत के अनुबंध से मिताली राज और झूलन गोस्वामी के करार की उम्मीदें भी बढ़ गई हैं.

कछुए की तरह चल रहे लैपटॉप की ऐसे बढ़ाएं स्‍पीड ?

मर-मर के जब कोई वेबसाइट खुलती है तो मन करता है बस लैपटॉप पटक ही दें, ऊपर से इंटरनेट स्‍पीड कम हो तो भगवान ही मालिक है. अब इंटरनेट स्‍पीड तो हम नहीं बढ़ा सकते लेकिन अगर आपका लैपटॉप 2 साल या फिर उससे पुराना है तो उसकी स्‍पीड जरूर थोड़ी बढ़ा सकते हैं. सीधी सी बात उसे फार्मेट कर दीजिए, जितना भी कूड़ा-कचड़ा उसमें भरा होगा सब साफ हो जाएगा. अब सबसे बड़ा सवाल लैपटॉप फार्मेट कैसे करें तो चलिए इसका भी इंतजाम कर देते हैं. बस ये स्टेप्स करने होंगे आपको फॉलो.

स्‍टेप 1 – सबसे पहले अपने पीसी में सेव सारा डेटा एक्‍टर्नल हार्डडिस्‍क या फिर किसी दूसरी डिवाइस में सेव कर लें क्‍योंकि लैपटॉप फार्मेट करने के बाद आपके पीसी में सेव सारा डेटा मिट जाएगा.

स्‍टेप 2 – डेटा सेव करने के बाद विंडो ऑपरेटिंग सिस्‍टम की सीडी ड्राइव में लगाएं.

स्‍टेप 3 – सीडी हार्डडिस्‍क में लगाने के बाद विंडो सेटअप लोड होने तक थोड़ा इंतजार करें.

स्‍टेप 4 – लैपटॉप को रीबूट होने दे और विंडो सेटअप के मेन मेनू के आने का इंतजार करें.

स्‍टेप 5 – विंडो सेटअप मेन मेनू आने के बाद सेटअप स्‍क्रीन में इंस्‍टॉल नाओं के ऑप्‍शन पर क्लिक करें.

स्‍टेप 6 – विंडो सेटअप मेनू में इंटर करने के बाद माइक्रोसॉफ्ट के लाइसेंस एग्रीमेट पर टिक मार्क लगा दें इसके लिए आप चाहें तो शार्टकट बटन "F8" का प्रयोग भी कर सकते हैं नहीं तो माउस की मदद से बॉक्‍स में टिक मार्क लगा दें. विंडो सेटअप मेनू में इंटर करने के बाद माइक्रोसॉफ्ट के लाइसेंस एग्रीमेट पर टिक मार्क लगा दें इसके लिए आप चाहें तो शार्टकट बटन "F8" का प्रयोग भी कर सकते हैं नहीं तो माउस की मदद से बॉक्‍स में टिक मार्क लगा दें.

स्‍टेप 7 – अगर आप अपने लैपटॉप में इंस्‍टॉल विंडो को रिपेयर करना चाहते हैं तो "Esc" बटन दबा कर रिपेयर कर सकते हैं इससे आपके पीसी का डेटा सेव रहेगा लेकिन दूसरी सेटिंग विंडो अपने हिसाब से सेट कर देगा. पीसी में हार्डड्राइव के पार्टीशन को बदलने के लिए अपने कीबोर्ड में "D" बटन को दबानें के बाद "Enter" बटन को दबा दें. अब आपके पीसी की हार्डड्राइव फार्मेट होनी शुरु हो जाएगी.

फेसबुक की 10 हिडन ट्रिक्स जिनसे आप थे अनजान!

आजकल हर किसी के स्‍मार्टफोन में फेसबुक एप जरूर होती है जिसे शायद दिन में सबसे ज्‍यादा इस्‍तेमाल किया जाता है. भारत में दिनों-दिन फेसबुक के यूजर्स बढ़ते जा रहे हैं. कई यूजर्स ऐसे हैं जो दूसरों के अपडेट पढ़ते हैं, मैसेज पढ़ लेते हैं और प्रोफाइल पिक्‍चर बदल लेते हैं. इससे आगे फेसबुक उनके लिए कुछ नहीं होता है.

लेकिन फेसबुक वाकई में कमाल की एप है. इसमें कई ऐसे हिडेन ट्रिक्‍स हैं जो काफी उपयोगी भी होते हैं. आइए जानते हैं फेसबुक के ऐसे ही हिडेन ट्रिक्‍स के बारे में:

सीक्रेट इनबॉक्‍स : जी हां, फेसबुक में सीक्रेट इनबॉक्‍स होता है जो फिल्‍टर्ड मैसेज को आपके इनबॉक्‍स में न भेजकर दूसरे बॉक्‍स में रख देता है और जब आप इसे ओपन करेंगे, तभी आपको दिखाई देगा.

वीडियो और रिपोर्ट को सेव करके बाद में देखें: फेसबुक में आप वीडियो और रिपोर्ट को सेव करके उन्‍हें बाद में कभी भी समय मिलने पर देख सकते हैं. इसके लिए, अपडेट पर राइट क्लिक करके उसे सेव करना होगा.

उबेर को कॉल कर सकते हैं: आप फेसबुक मैसेंजर की मदद उबेर को कॉल कर सकते हैं बस इसके लिए आपको इंटरनेट की आवश्‍यकता पड़ती है. आपके फोन के बैलेंस से इसका कोई लेना-देना नहीं होता है. उबेर एकाउंट के साथ कनेक्‍ट हो जाएं और कार का सिम्‍बल भेज दें. इसके बाद आप कॉल करने में सक्षम हो जाएंगे.

न्‍यूज फीड से लोगों के पोस्‍ट डिलीट करें: अगर आपके किसी व्‍यक्ति विशेष के पोस्‍ट से सहमत नहीं है और उसे अपने न्‍यूज़ फीड से हटाना चाहते हैं तो आसानी से डिलीट कर सकते हैं. आप उस व्‍यक्ति के प्रोफाइल पर जाएं और उसे अनफॉलो कर दें. उसके बाद आपके न्‍यूज़ फीड में उसका कोई भी पोस्‍ट नहीं दिखाई देगा.

प्रोफाइल को पेज में बदलें: अगर आपके फ्रैंड 5000 से ज्‍यादा हो गए हैं और आप अपने प्रोफाइल को एक पेज में बदलना चाहते हैं तो उसे पेज माईग्रेशन फीचर की मदद से बदला जा सकता है.

क्‍लोज फ्रैंड को शॉर्टलिस्‍ट करें: अगर आपके फेसबुक में कई दोस्‍त हैं और आप उनमें से कुछ को ही शॉर्टलिस्‍ट करना चाहते हैं तो ऐसा कर सकते हैं. एप के चैट बार में एडिट ऑप्‍शन में जाकर टॉप पीपुल्‍स को चुन लें. इससे आपको अपने दोस्‍तों से बात करने के लिए पूरी लिस्‍ट को स्‍क्रॉल या सर्च नहीं करना पड़ेगा.

आसपास के महत्‍वपूर्ण स्‍थानों को देखें: अगर आप किसी नए स्‍थान पर गए हैं और वहां एक्‍सप्‍लोर करना चाहते हैं तो फेसबुक की मदद से वहां के महत्‍वपूर्ण स्‍थानों को देख सकते हैं. इसके लिए नियरबाॅय टैब पर क्लिक करें और अपनी सही लोकेशन को डालें.

लाइव वीडियो: फेसबुक की मदद से आप लाइव वीडियो चैट कर सकते हैं. इसके लिए आपको अपने फोन में मैसेंजर इंस्‍टॉल करना होगा.

चैट: फेसबुक का चैट एप मैसेजेंर है. आप चैट करना चाहते हैं तो सिर्फ इस एप को इंस्‍टॉल कर सकते हैं. इसके माध्‍यम से आप फालतू की चैट से बच जाएंगे और जिन लोगों से बात करना चाहते हैं उनके ही बात कर पाएंगे. इसके लिए आपको एफबी पर लॉगिन होने की कोई आवश्‍यकता नहीं है.

टॉप एप है फेसबुक:  फेसबुक अब तक का सबसे टॉप एप है जिसे हर स्‍मार्टफोन में देखा जा सकता है. आप इस पर किसी भी साइट के कन्‍टेंट या न्यूज को भी शेयर कर सकते हैं, इसके लिए पढ़े जाने वाले आर्टिकल के साइड में फेसबुक सिम्‍बल पर टैप कर दें. अपने आप आर्टिकल शेयर हो जाएगा.

ये 7 फीचर्स बनाते हैं iPhone 7 को खास

एप्पल ने इस बार iOS 10 रिलीज किया है. फिलहाल इस ऑपरेटिंग सिस्टम का बीटा वर्जन रिलीज हुआ है, लेकिन इसका फुल वर्जन आईफोन 7 के साथ सितंबर में लॉन्च होगा. iOS 10 में कई नए फीचर्स की झलक मिली है. ये सभी फीचर्स आईफोन 7 में भी मिलेंगे. हम आपको बताने जा रहे हैं iOS 10 के नए फीचर्स के बारे में. ये सभी सॉफ्टवेयर सेटिंग्स आईफोन 7 यूजर्स को मिलेंगी. कौन से हैं ये नए फीचर्स….

कंट्रोल करेगा पूरा "होम "

एप्पल का स्मार्ट होम सिस्टम काफी समय से एक्टिव है, लेकिन अब iOS 10 के साथ आप उसे आसानी से कंट्रोल भी कर सकते हैं. होम ऐप के साथ आईफोन पूरे घर को कंट्रोल कर सकेगा. अगर आपके घर में एप्पल होम किट इंस्टॉल है तो सुबह उठते से ही सिर्फ आपको “Good Morning Siri” बोलना होगा. ऐसा करते ही सिरी कॉफी मेकर ऑन कर देगा, लाइट्स को डिम कर देगा, अलार्म बंद कर देगा और ऐसी ही सेटिंग्स को पूरा करेगा जो आपने सेट कर रखी होंगी.

नई लॉक स्क्रीन

एप्पल के टच आईडी इंट्रोड्यूस करने के बाद से ही लॉक स्क्रीन का सिस्टम बंद हो गया था. अब iOS 10 के साथ एक बार फिर से लॉक स्क्रीन का सिस्टम आ गया है. जैसे ही आप फोन को उठाएंगे वो ब्लिंक करेगा.

नए नोटिफिकेशन

iOS 10 के साथ एक और नया फीचर आईफोन 7 में आएगा. इसमें  इंटरएक्टिव नोटिफिकेशन होंगे. सभी नोटिफिकेशन एक साथ डिस्मिस किए जा सकते हैं और किसी एक ऐप में लॉन्च भी किए जा सकते हैं. नोटिफिकेशन पैनल का लुक भी चेंज हुआ है.

स्वाइप शॉर्टकट्स

एप्पल के नए iOS 10 में स्वाइप शॉर्टकट्स भी आए हैं. इसका मतलब अगर आप स्क्रीन में लेफ्ट स्वाइप करेंगे तो कैमरा ओपन हो जाएगा और राइट स्वाइप करने पर विजेट्स, एक और स्वाइप करने पर कोई और फंक्शन आएगा.

एप्पल म्यूजिक

पिछले साल WWDC में एप्पल म्यूजिक ऐप लॉन्च हुआ था जिसे काफी वाहवाही मिली थी, लेकिन इसका डिजाइन यूजर्स को पसंद नहीं आया था. अब नए आईफोन के साथ एप्पल म्यूजिक का डिजाइन भी बदल दिया गया है. लिरिक्स, प्रीवियस्ली डाउनलोडेड म्यूजिक जैसे फीचर्स दिए गए हैं.

फोटोज

पिछली बार आईफोन के साथ जहां लाइव फोटोज सबसे खास फीचर्स में से एक था वैसे ही अब iOS 10 में फोटोज को ऑपरेटिंग सिस्टम अपने आप ही पहचान लेगा. इसके बाद एक ट्रिप की फोटोज को क्लब करके एक क्लिप बना देगा. ये क्लिप एडिट की जा सकती हैं, इनमें गाने फिट किए जा सकते हैं और अपने हिसाब से शेयर भी की जा सकती है.

न्यूज

iOS 10 के साथ एप्पल ने एक नया न्यूज ऐप भी पेश किया है. ये नया ऐप छोटी स्क्रीन में भी अच्छी तरह से काम करने के लिए डिजाइन किया गया है. आप अपने इंट्रस्ट के हिसाब से इसे कस्टमाइज कर सकते हैं.

मेरी अंडरआर्म्स में बहुत खुजली होती है. कोई घरेलू उपाय बताएं, ताकि समस्या का समाधान हो सके.

सवाल

मैं 18 वर्षीय युवती हूं. पिछले कई दिनों से मेरी अंडरआर्म्स में बहुत खुजली होती है. कई तरह के उपाय कर लिए पर कोई फायदा नहीं हुआ. कोई घरेलू उपाय बताएं ताकि मेरी इस समस्या का समाधान हो सके?

जवाब

दरअसल, कई बार पसीने की दुर्गंध से बचने के लिए हम जो डियोड्रैंट प्रयोग करते हैं, जिसे ऐंटीपर्सपिरैंट भी कहा जाता है में कई ऐस्ट्रिंजैंट साल्ट होते हैं, जिन की वजह से त्वचा में खुजली व जलन की समस्या हो जाती है. इस के अलावा कई बार वैक्सिंग भी अंडरआर्म्स में इचिंग का कारण बनती है. इसलिए जब भी वैक्सिंग कराएं प्रोफैशनल सैलून में जा कर ही कराएं. अंडरआर्म्स को हमेशा ऐंटीसैप्टिक सोप से साफ करें व सूखा रखें. इस के अलावा प्रीवैक्स लोशन और पोस्टवैक्स लोशन लगाना न भूलें. अगर आप की त्वचा सैंसिटिव है, तो आप सैंसिटिव स्किन औयल का भी प्रयोग कर सकती हैं.

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अंडरआर्म्स के कालेपन से हैं परेशान, तो करें ये उपाय

क्या आप बिना आस्तीन के कपडे पहनती हैं और अगर हां, तो आप उनमे कितना सहज महसुस करती हैं? अपने दोस्तों को किसी भी तरह के कपडे बिना किसी हिचकिचाहट के पहना देख आप दुखी हैं और ब्यूटी पार्लर जाकर इसका इलाज करने में भी आप शर्म महसुस कर रहीं हैं, तो यहां हम आपको बता रहे हैं कि काले बगलों का घरेलु उपचार आप कैसे करें?

अंडरआर्म्स हमारे शरीर का एक नाजुक अंग है जो भले ही शरीर में छिपा या ढंका हुआ होता है लेकिन इसकी खूबसूरती भी बहुत महत्वपूर्ण होती है. हमारी बांहे ज़्यादातर समय ढंकी हुई होती हैं और इस पर धुप या बाहरी प्रभाव कम ही पड़ता है लेकिन फिर भी आपने गौर किया होगा कि कई लोगों की त्वचा का रंग तो गोरा होता है लेकिन उनके अंडरआर्म्स काले होते हैं. काले बगलों का मुख्य कारण हेयर रिमूवल क्रीम हो सकता है जो बालों को हटाने के लिए इस्तेमाल करते समय त्वचा पर काले निशान छोड़ जाता है.

काले बगलों को छिपाने के उपाय में कुछ लोग फेयरनेस क्रीम का प्रयोग भी करते हैं लेकिन कई बार ये क्रीम संवेदनशील त्वचा में खुजली पैदा कर सकते हैं.

बेकिंग सोडा और हल्दी

एक चम्मच बेसन और एक चम्मच बेकिंग सोडा लें. इसमें दो चुटकी हल्दी पाउडर मिलाकर पानी की मदद से इसे गाढा पेस्ट तैयार करें. अब काले बगलों पर इस पेस्ट को लगाकर सूखने दें. इसके बाद गुनगुने पानी से त्वचा को धो कर साफ करें. इस प्रयोग को दो दिन के अंतराल में एक बार जरूर करें.

बेकिंग सोडा और वेनेगर

आप बेकिंग सोडा के साथ विनेगर का प्रयोग कर प्रभावी परिणाम पा सकते हैं. अक्सर घरों में एप्पल साइडर विनेगर बड़ी ही आसानी से मिल जाता है. एक चम्मच विनेगर में बेकिंग सोडा की उचित मात्रा मिलाकर गाढ़ा सा पेस्ट बना लें. इस मिश्रण को बगलों में लगाकर कुछ देर रखें फिर पानी से धो लें. आप इस प्रयोग को नियमित रूप से करने पर देखेंगी कि बगलों का कालापन पूरी तरह से चला गया है.

नींबू और बेकिंग सोडा

नींबू एक ऐसा प्राकृतिक उपहार है जिसमें ब्लीचिंग का गुण सामान्य रूप से मौजूद होता है. जो त्वचा पर जमी गहरी परतों को निकालकर रंगत को हल्का करता है. ताजे नींबू के रस में बेकिंग सोडा मिलाकर इस मिश्रण को प्रभावित जगह पर लगाये. इसे पूरी तरह सूख जाने दें और उसके बाद धो लें.

नींबू का रस

स्नान से पहले नींबू के स्लाइस से अपनी कांखों को घिसें. इसके बाद माइस्चराइजर लगाये. डिओडोरेंट थोड़े दिन इस्तेमाल न करें. नींबू एक प्राकृतिक ब्लीचिंग एजेंट है जो धीरे-धीरे कांख का रंग हल्का कर देता है.

दूध और केसर

दो चम्मच दूध या क्रीम में केसर की एक चुटकी ले और सोने से पहले कांख पर लगा लगाकर पूरी रात के लिए छोड़ दें, और अगली सुबह इसे धो डाले. इस उपाय से कांख का रंग हल्का होता है और यह बदबु पैदा करने वाले कीटाणुओं और जीवाणुओं को भी मारता है.

खीरा और आलू

आलू या खीरे के स्लाइस को कांख पर रगड़े और 15 मिनट बाद धो डालें. जल्द ही आपको कांख की त्वचा का रंग हल्का दिखने लगेगा.

गुलाब जल और चंदन

गुलाब जल के साथ चंदन का पेस्ट बनायें. इसे कांख पर लगाए. कुछ देर बाद इसे धो डालें गुलाब जल त्वचा ठंडी करेगा और चंदन त्वचा हलका रंग देगा.

वैक्सिंग

वैक्सिंग करने में थोडा दर्द होगा पर ये बालों को जड़ से निकल देगा और आपकी कांख गोरी दिखने लगेगी. वैक्सिंग से डेड सेल्स निकल जाती है.

संतरे का छिलका

संतरे के छिलके में त्वचा को गोरा करने तथा एक्सफोलिएशन के गुण होते हैं, अतः कांखों के नीचे का कालापन इससे काफी आसानी से निकाला जा सकता है. संतरे के छिलकों को सुखाकर उनका पाउडर बनाएं तथा इसे गुलाबजल तथा दूध के साथ मिलाकर स्क्रब करें. इसके बाद इसे ठन्डे पानी से धो लें.

सिरका और चावल के आटा

सिरके से भी काली हो रही कांखों से छुटकारा मिलता है. यह ना सिर्फ आपकी त्वचा का रंग निखारता है, बल्कि उन जीवाणुओं तथा बैक्टीरिया को भी मारता है, जो बदबू फैलाने वाली मृत कोशिकाओं पर निर्भर होती हैं. चावल के आटे तथा सिरके का एक गाढ़ा पेस्ट बनाएं और इसे अपनी कांखों के पर लगाएं. इसे 15 मिनट तक छोड़ दें तथा इसके बाद गर्म पानी से धो दें.

बेसन

बेसन भी कांखों के नीचे की त्वचा का कालापन दूर करने में काफी अहम है. बेसन, दही और नींबू के रस को मिलाकर एक पेस्ट बनाएं. त्वचा को गोरा करने वाले इस घरेलू पैक को कांखों के नीचे लगाएं. इसे आधे घंटे तक छोड़ दें और फिर पानी से धो लें.

नींबू तथा चीनी

नींबू तथा चीनी से कांखों को गीली उंगलियों से 15 मिनट तक स्क्रब करें. ये स्क्रब तब ज्यादा फायदेमंद हैं.

मेरी गरदन बहुत काली है. क्या करूं जिस से गरदन का कालापन दूर हो जाए.

सवाल

मैं 20 वर्षीय युवती हूं. मेरी समस्या यह है कि मेरी गरदन बहुत काली है. इस वजह से मुझे समर में भी बालों को खुला रखना पड़ता है ताकि गरदन का कालापन न दिखाई दे. मैं जूड़ा या टौपनौट नहीं बना पाती. मैं क्या करूं जिस से गरदन का कालापन दूर हो जाए?

जवाब

गरदन का कालापन हटाने के लिए नियमित रूप से नहाते समय गरदन की स्क्रबिंग करें. साथ ही चंदन पाउडर व हलदी पाउडर को बराबर मात्रा में मिला कर पेस्ट बना कर उसे गरदन पर लगाएं. सूखने पर ठंडे पानी से धो लें. चंदन व हलदी पाउडर गरदन की रंगत निखारने में मदद करेंगे.

 

अगर आप भी इस समस्या पर अपने सुझाव देना चाहते हैं, तो नीचे दिए गए कमेंट बॉक्स में जाकर कमेंट करें और अपनी राय हमारे पाठकों तक पहुंचाएं.

कुछ दिनों पहले मेरी नाक पर छोटे छोटे दाने हो गए थे. कृपया कोई घरेलू उपाय बताएं.

सवाल

मैं 32 वर्षीय महिला हूं. कुछ दिनों पहले मेरी नाक पर छोटे छोटे दाने हो गए थे, जो अब ठीक हो चुके हैं, पर अब उन की जगह काले निशान रह गए हैं. कृपया कोई घरेलू उपाय बताएं ताकि ये निशान हट सकें?

जवाब

आप ने यह नहीं बताया कि दाने पिंपल्स थे या किसी बीमारी की वजह से हुए थे? खैर, अब उन दानों के निशानों को हटाने के लिए आप मेथी के पत्तों का रस उन पर लगाएं व सूखने पर ठंडे पानी से धो लें. इस के अलावा नीबू के रस में कौटन को डुबो कर निशानों पर तब तक रखें जब तक त्वचा रस को पूरी तरह सोख न ले. नीबू में प्राकृतिक ब्लीचिंग एजेंट होता है. यह नाक के काले निशानों को हलका करने में मदद करेगा.

 

अगर आप भी इस समस्या पर अपने सुझाव देना चाहते हैं, तो नीचे दिए गए कमेंट बॉक्स में जाकर कमेंट करें और अपनी राय हमारे पाठकों तक पहुंचाएं.

सेवन आवर्स टू गोः समय की बर्बादी

फिल्म ‘‘सेवन आवर्स टू गो’’ देखते हुए पहला अहसास यही होता है कि फिल्मकार सौरभ वर्मा शायद भूल गए कि वह थ्रिलर फिल्म बना रहे हैं या हास्य फिल्म. रहस्य व रोमांच प्रधान फिल्म ‘‘सेवन आवर्स टू गो’ की कहानी अर्जुन राणावत से शुरू होती है. काम की तलाश में मुंबई पहुंचे अर्जुन राणावत (शिव पंडित) अपनी प्रेमिका माया (नताशा स्टानकोविक) की हत्या होते अपनी आंखों के सामने देखता है. अपनी प्रेमिका के हत्यारे कबीर खेमका (रोहित वीर) से बदला लेने के लिए वह हाई कोर्ट की इमारत में सात लोगों को बंदी बना लेता है और फिर स्थानीय पुलिस एसीपी रमेष धड़के (वरूण वडोला) से कहता है कि वह नई मुंबई की पुलिस अफसर एसीपी नंदिनी शुक्ला (संदीपा धर) को बुलाए.

नंदिनी शुक्ला निडर व ईमानदार पुलिस अफसर है. वह  किसी भी अपराधी को भी बख्शने में यकीन नहीं करती. अर्जुन, एसीपी नंदिनी शुक्ला को सात बंधकों को छुड़ाने के लिए सात घंटे का समय देता है. इन सात घंटों में नंदिनी को कबीर के खिलाफ सबूत इकट्ठे करके देने है. अर्जुन अपनी इस हरकत से पूरी पुलिस फोर्स को दूसरी जगह व्यस्त रखकर मौका पाकर हाईकोर्ट की इमारत से कबीर की अति सुरक्षित इमारत में सेंध लगाकर एक हार्ड डिस्क चुराना है, जिसमें कबीर के सारे काले कारनामें दर्ज हैं.

इसी के चलते नंदिनी जब जांच शुरू करती है, तो उसे गलत दिशा की ओर अर्जुन मोड़ता रहता है. अंततः अर्जुन अपने मकसद में कामयाब हो जाता है. कबीर गिरफ्तार हो जाता है और पता चलता है कि अर्जुन द्वारा बंधक बनाए गए सात लोगों के अलावा पुलिस एसीपी रमेश धड़के सहित सभी लोग अर्जुन की इस योजना का हिस्सा बनकर ही काम कर रहे थे. क्योंकि सभी कबीर से त्रस्त थे. पर इस शक्तिशाली इंसान से भिड़ने की हिम्मत किसी में नहीं थी.

पूरी फिल्म देखने के बाद यह सोचने पर मजबूर होना पड़ता है कि क्या ‘मिक्की वायरस’ और ‘सालिड पटेल’ जैसी फिल्मों के सर्जक सौरभ वर्मा ने ‘सेवन आवर्स टू गो’ बनायी है. लेखक और निर्देशक दोनों ही सतर पर सौरभ वर्मा बुरी तरह से ‘सेवन आवर्स टू गो’ में असफल रहे हैं. फिल्म में रोमांच तो कहीं पैदा होता ही नहीं है. कहानी का सस्पेंस भी वह बरकरार नही रख पाए..उन्होने कम्प्यूटर की नई तकनीक का उपयोग करने की असफल कोशिश की है.

फिल्म में अमोल पालेकर (केतन सिंह) की कहानी क्यों हैं, वह क्या कर रहा है, किसके इशारे पर कर रहा है, फिल्म खत्म होने के बाद भी पता नहीं चलता. ऐसा लगता है कि फिल्म की अवधि कम थी, तो केतन ने कुछ सीन फिल्माकर उन्हें फिल्म में जोड़ दिया. फिल्म की कहानी में अमोल पालेकर का जुड़ाव समझ में नहीं आता.

पुलिस अफसर नंदिनी शुक्ला वहीं पुलिस स्टेशन के स्टोर रूम में अपनी शर्ट उतार कर ब्रा दिखाते हुए दूसरी टीशर्ट पहनती है. उसे ऐसा करते हुए पुलिस के सिपाही देखते भी हैं. पता नहीं किस पुलिस स्टेशन में ड्यूटी पर रहते हुए महिला पुलिस अधिकारी इस तरह खुलेआम कपड़े बदलती होगी .फिल्म के कैमरामैन मिलिंद जोग ने बेहतरीन काम किया है.

पुलिस अफसर के किरदार के साथ संदीपा धर न्याय नही कर पायी. शिव पंडित भी प्रभावित नहीं करते हैं. वरूण वडोला भी निराश करते हैं. उन्हे इस तरह की फिल्म का हिस्सा बनने की जरुरत क्यों महसूस हुई, यह तो वही जाने.

किरन पिक्चर्स के बैनर तले बनी फिल्म ‘‘सेवन आवर्स टू गो’’ के लेखक व निर्देशक सौरभ वर्मा तथा कलककार हैं- संदीपा धर, शिव पंडित, नताशा स्तानकोविक, रोहित वीर, हिमांशु मलिक, वरूण वडोला, विपिन शर्मा व अन्य.

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