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मधुर भंडारकर की ‘मुंबई मिस्ट’ ने ब्रिक्स फेस्ट में किया भारत का प्रतिनिधित्व

हिंदी सिनेमा में राष्ट्रीय पुरुस्कार प्राप्त करने वाले फिल्म निर्माता मधुर भंडारकर की शार्ट फिल्म “मुंबई मिस्ट” को चीन के चेंगडु में आयोजित “ब्रिक्स फिल्म फेस्टिवल” में सराहा गया. बीते शुक्रवार को इस फिल्म फेस्ट में भंडारकर की उपस्थति में फिल्म का प्रीमियर हुआ.

फिल्म की कहानी का विषय समय पर आधारित रखा गया है. फिल्म में एक बुजुर्ग और एक कचरा बीनने वाले अनाथ बच्चे के बीच एक रिश्ते को दर्शाया गया है. फिल्म में अन्नु कपूर और बाल कलाकार देवरथ ने अभिनय किया है.

ये बात तो लगभग सभी जानते हैं कि भंडारकर का बॉलीवुड क्लासिक से खासा लगाव रहा है. इस फिल्म में भी उन्होंने राज कपूर की एक फिल्म से एक गाना “आवारा हूं” को शामिल किया है. मधुर भंडारकर का कहना है कि दर्शक इसे देखकर पुरानी यादें ताजा कर सकेंगे. भंडारकर ने ब्रिक्स फेस्ट के बीच में भारत का प्रतिनिधित्व किया.

 

शादी से पहले काउंसलिंग के फायदे

आजकल रिश्तों में स्थिरता और एकदूसरे के लिए धैर्य खत्म होता जा रहा है, जिस के चलते विवाह के बाद पतिपत्नी एकदूसरे को समझने के बजाय छोटीछोटी बातों पर झगड़ने लगते हैं. नतीजन बात अलगाव तक पहुंच जाती है. ऐसे में जरूरी है कि रिश्तों में अंतरंगता और उन्हें अटूट बनाए रखने के लिए शादी से पहले काउंसलिंग ली जाए. इस से दंपतियों को चीजों को बेहतर ढंग से समझने में मदद मिलेगी.

मैरिज काउंसलर आजकल प्रोफैशनल ऐक्सपर्ट भी होते हैं, जिन से नवविवाहित जोड़े और शादी करने वाली जोडि़यां मिल कर अपनी समस्याओं और शंकाओं के समाधान पा सकती हैं. कई बार पतिपत्नी का रिश्ता बेतुकी बातों के कारण टूटने के कगार पर पहुंच जाता है, क्योंकि उन्हें विवाह के बाद रिश्तों को कैसे निभाया जाए, इस बात की ट्रेनिंग नहीं दी जाती. मशहूर साइकोलौजिस्ट अनुजा कपूर का इस बाबत कहना है, ‘‘हम भारतीय शादी पर लाखोंकरोड़ों रुपए तो खर्च कर देते हैं, लेकिन शादी को निभाने के लिए जरूरी काउंसलिंग पर पैसा नहीं खर्चते. इस की जरूरत ही नहीं समझते. तभी आजकल तलाक के कई ऐसे मामले भी देखने में आते हैं जहां तलाक का कारण मात्र यह होता है कि हनीमून के अगले दिन पति ने गीला टौवेल बैड पर रख दिया, जो पत्नी को नागवार गुजरा.’’

मैरिज काउंसलिंग 2 बातों से जुड़ी होती है. पहली स्वास्थ्य से संबंधित तो दूसरी रिश्तों से संबंधित. काउंसलिंग के दौरान शादीशुदा जीवन में आने वाली सामान्य कठिनाइयों, उन से बचने के उपायों और शादी को सफल बनाने की जानकारी दी जाती है. जहां विवाह के बाद स्वास्थ्य संबंधी काउंसलिंग  वैवाहिक जीवन में काम आती है, वहीं रिश्तों से संबंधित जानकारी होने से नवविवाहित नए माहौल में खुद को आसानी से ऐडजस्ट कर लेते हैं.

फायदे काउंसलिंग के

शादी को ले कर लड़कालड़की दोनों के मन में शारीरिक के अलावा रिश्ता निभाने संबंधी भी अनेक सवाल होते हैं, पर उन के सही जवाब न दोस्तों के पास होते हैं और न ही परिवार वालों के पास. ऐसे में मैरिज काउंसलर ही एक ऐसा शख्स होता है, जो उन की शंकाओं का समाधान कर सकता है. मैरिज काउंसलिंग का फायदा यह भी होता है कि दोनों पार्टनर जो एकदूसरे से इन विषयों पर बात करने से झिझकते हैं, वे एकदूसरे से खुल जाते हैं और दोनों के बीच बेहतर संवाद स्थापित होता है.

शादी एक ऐसा टर्निंग पौइंट होता है जब आप का लाइफस्टाइल बिलकुल बदल जाता है, शादी से पहले की काउंसलिंग से वैवाहिक बंधन में बंधने वाले जोड़ों को आने वाले जीवन के लाइफस्टाइल को समझने और उस के हिसाब से खुद को ढालने में मदद मिलती है.

शादी के बाद प्रैक्टिकल तौर पर जब आप प्रेमीप्रेमिका से प्रतिपत्नी बनते हैं, तो घरेलू जिम्मेदारियों को ले कर एकदूसरे पर गलतियां थोपने से रिश्तों में दरार आ जाती है. ऐसे में दोनों में से कोईर् भी एक दूसरे की जिम्मेदारी उठाने से कतराने लगता है. ऐसे में जिम्मेदारियों को समझने और उन्हें सही तरह से निभाने के लिए मैरिज काउंसलिंग बहुत जरूरी होती है. शादी के परामर्श की मदद से दोनों साथी एकदूसरे की जिम्मेदारियों को बेहतर तरीके से समझ सकते हैं. मैरिज काउंसलर्स कपल्स की मदद करते हैं ताकि वे वर्तमान के साथ ही भविष्य के बारे में भी प्लानिंग कर सकें जैसे फैमिली प्लानिंग, ससुराल के रिश्ते के साथ मैनेजमैंट, फाइनैंशियल प्लानिंग, क्योंकि एक सफल शादीशुदा रिश्ते के लिए प्यार ही नहीं, प्रैक्टिकल सोच की भी जरूरत होती है.

मैरिज काउंसलर कपल्स से सिर्फ पौजिटिव बातें ही नहीं करता, बल्कि वह ऐसे मुद्दों को भी उठाता है, जिन के बारे में लोग बात नहीं करना चाहते या करने से झिझकते हैं, जबकि शादी करने से पहले यह जानना जरूरी है कि क्या सचमुच आप एकदूसरे के लिए बने हैं  क्या एक इमोशनली, सैक्सुअली, फाइनैंशियली साथ निभा सकते हैं  क्या अपने रिश्ते को ले कर दोनों की सोच एकजैसी है  इन सवालों के जवाब से आप जान पाएंगे कि क्या सच में आप शादी के लिए तैयार हैं या नहीं.+

कल किस से क्या करवा दे

कुछ साल पहले की बात है. जयपुर, राजस्थान के प्रताप नगर हाउसिंग बोर्ड में रहने वाली प्रियंका तुनकमिजाज थी. वह अपने पिता के दोमंजिला मकान की ऊपरी मंजिल में किराए पर रह कर पढ़ाई करने वाली लड़कियों से बेवजह ही अपना मकान खाली करवा लेती थी. एक दिन प्रियंका एमबीए कर रही एक 22 साला नेहा से इतनी ज्यादा नाराज हुई कि उस ने उस के दूसरे दिन ही कमरा खाली करने को कह दिया.

यह सुन कर नेहा गिड़गिड़ाते हुए उस से बोली, ‘‘दीदी, इन दिनों मेरे इम्तिहान चल रहे हैं. इतनी जल्दी मैं कमरा कैसे खाली कर सकती हूं ’’ यह सुनते ही प्रियंका आगबबूला हो गई. वह तुनकते हुए बोली, ‘‘नेहा, मेरा नेचर  सलमान खान की तरह है. एक बार मैं ने जो कह दिया, उस के बाद मैं अपने दिल की भी नहीं सुनती.’’

झल्लाई नेहा प्रियंका से बोली,  ‘‘कल आप को भी अगर किसी के मकान में किराए पर रहना पड़ जाए, तब समझ में आएगा.’’ प्रियंका ने नेहा की किसी बात पर ध्यान नहीं दे कर दूसरे दिन ही उस से अपना कमरा खाली करवा लिया. कुछ महीने बाद प्रियंका के बड़े भाई की शादी हुई. ससुर ने शादी के कुछ दिनों बाद ही अपनी बेटी को दहेज के लिए परेशान करने का आरोप लगा कर उन के खिलाफ मामला दर्ज कराने की धमकी देना शुरू कर दिया.

इन धमकियों से परेशान हो कर प्रियंका के परिवार वालों ने ऊपरी मंजिल का मकान बेच कर उन्हें रकम दे कर उन से अपना पीछा छुड़ाया. अब प्रियंका और उस का परिवार किराए के मकान में रहता है. अब वह नेहा की उस बात को समझ चुकी है कि भविष्य का कुछ पता नहीं है कि वह कब किस से क्या करवा दे. 50 साला वीरेंद्र सिंह का एक स्कूल था. वे खूबसूरत लड़कियों को ही अपने यहां नौकरी पर रखते थे और जब चाहे तब उन्हें अपने यहां पर बुलवा कर

उन का यौन शोषण करते रहते थे. जो लड़की ऐसा करने से इनकार करती थी, वे उसे नौकरी से हटाने की धमकी दे देते थे. एक दिन एक लड़की ने उन से कहा, ‘‘अगर कभी कोई आप की बेटी के साथ यह सब करने की धमकी दे तो… ’’

‘‘मुझे ऐसी धमकी कोई नहीं दे सकता,’’ कह कर उन्होंने उस लड़की का मुंह बंद कर दिया.

कुछ सालों के बाद वीरेंद्र सिंह के स्कूल में एक ऐसा घोटाला पकड़ा गया कि उसे रफादफा कराने के लिए उन्हें न सिर्फ लाखों रुपए देने पड़े, बल्कि अपनी बेटियों को भी सरकारी अफसरों के साथ भेजना पड़ा.

एक तहसीलदार दिनरात शराब पी कर ऐयाशी करता था. वह अपने चपरासियों को बरखास्त कराने की धमकी दे कर उन की बहनबेटियों और बीवियों को भी आएदिन अपनी हवस का शिकार बनाता था. एक बार वह तहसीलदार विभागीय जांच में इतनी बुरी तरह फंस गया कि उस की नौकरी भी खतरे में पड़ गई. उस जांच से बचने के लिए उस तहसीलदार ने लाखों रुपए दे कर जैसेतैसे अपनी नौकरी बचाई थी. बाद में उसे एड्स की बीमारी हो गई थी. काफी इलाज के बाद भी वह तड़पतड़प कर मर गया.

कहने का मतलब यह है कि कभी कोई ऐसा काम नहीं करना चाहिए, जिस से किसी को कोई परेशानी हो, क्योंकि जिंदगी का कुछ पता नहीं है कि वह हम से कब क्या करवा दे.

अपने एंड्रॉयड स्मार्टफोन स्टोरेज को रखिए साफ

क्या आप जानते हैं कि एक साल में लगभग 179 बिलियन ऐप डाउनलोड किये जाते हैं. कई बार आप गैरजरूरी ऐप्स को भी डाउनलोड कर लेते हैं. ऐसे में हमारे फोन में कई फिजूल की फाइल्स जमा हो जाती हैं. जिससे हमारा फोन स्लो हो जाता है या धीरे काम करना शुरू कर देता है. लेकिन जो जरूरी ऐप्स हैं, वो हमारे फोन में नहीं रहती.

यहां हम आपको ऐसी 5 ऐप्स के बारे में बताने जा रहे हैं, जो हर स्मार्टफोन में होनी चाहिए. ये ऐप्स आपके फोन को फास्ट बनाती हैं और आपके फोन को एक दम साफ-सुथरा रखती हैं.

इसका मतलब हम आपको जिन ऐप्स के बारे में बताने जा रहे हैं, ये फोन के स्टोरेज को क्लीन करके मोबाइल को फास्ट बनाती हैं. इसके साथ ही ये ऐ अनावश्यक फाइल्स को ढूंढकर उन्हें अपने आप डिलीट भी कर देती हैं. इनकी मदद से आप डुप्लीकेट कॉन्टैक्ट और फोटोज से भी छुटकारा पा सकते है

CCleaner

यह पॉपुलर एंड्रॉयड ऐप है, जो कि जंक फाइल्स को बहुत जल्दी और आसानी से डिलीट कर देता है. यह ऐप बेकार की चीजों को भी आपके फोन से हटा देती हैं. ये ऐप पीसी और मैक दोंनो के लिए उपलब्ध है.

CleanMaster

यह ऐप आपके फोन का फास्ट बनाती है. ये वायरस से प्रभावित फाइल्स को भी स्कैन करता है. यह ऐप उन ऐप्स को रिमूव करने में आपकी मदद करता है जिनका आप इस्तेमाल नहीं करते हैं और जिन्होंने आपके फोन में बेकार का स्पेस घेरकर रखा है.

DuplicateContacts

यह ऐप फोन में डुप्लिकेट कॉन्टैक्ट को रोकती है. अगर आपके फोन में वायरस या किसी भी दूसरी वजह से डुप्लिकेट कॉन्टैक्ट बन गए हैं तो यह ऐप उन्हें हटा देगी.

Clean My Android

यह सीधे तौर पर एक क्लीनिंग ऐप है, जो आपके फोन के लिए साफ-सफाई का काम करती है. फोन को हैंग होने से बचाने के लिए और बेकार के वायरस फोन के अंदर आने से रोकने के लिए आपको अपने स्मार्टफोन में इस ऐप को अवश्य इंस्टाल करना चाहिए.

FastestClean

कोई जरुरी काम करते वक्त अगर बीच में आपको फोन थोड़ा भी दिक्कत करने लगता है या हैंग होने लगता है तो आपको इसे तुरंत साफ करने की जरुरत होती है, ताकि ये अच्छे से काम करने योग्य हो जाए. फास्टेस्ट क्लीन ऐप का इस्तेमाल आपको कम समय में फोन की अच्छी स्पीड दे सकता है. ये कुछ ही सेकण्डस में फोन को साफ कर देता है.

आवारा प्रेमी

शिल्पी के आते ही राबिया अम्मी को सलाम कर उस की साइकिल पर पीछे बैठ कर स्कूल के लिए चल पड़ी थी. यह 5 सितंबर, 2016 की बात है. राबिया और शिल्पी उत्तर प्रदेश के जिला देवरिया की खामपार के बहरोवां गांव की रहने वाली थीं. दोनों खामपार के बखरी चौराहा स्थित सर्वोदय इंटर कालेज में 11वीं में पढ़ती थीं.

दोनों घर से कुछ दूर गई थीं कि एक मोटरसाइकिल उन का पीछा करने लगी. मोटरसाइकिल पर 3 लोग सवार थे. मोटरसाइकिल चलाने वाला हेलमेट लगाए था तो उस के पीछे बैठे लोग मुंह पर गमछा बांधे थे. जैसे ही दोनों लड़कियां सुनसान जगह पर पहुंचीं, पीछे चल रही मोटरसाइकिल उन की बराबर में आई. राबिया तथा शिल्पी कुछ समझ पातीं, मोटरसाइकिल पर सवार लोगों में पीछे बैठे आदमी ने राबिया को निशाना बना कर तेजाब फेंक दिया और तेज गति से मोटरसाइकिल चला कर वहां से फरार हो गए.

तेजाब पड़ते ही राबिया जलन से बुरी तरह बिलबिला उठी. उस का चेहरा, गरदन और पीठ बुरी तरह झुलस गई थी. तेजाब के कुछ छींटे शिल्पी के बाएं हाथ और जांघ पर पड़े थे. तेजाब की जलन से साइकिल का बैलेंस बिगड़ गया था, इसलिए दोनों साइकिल सहित गिर गईं. दोनों तेजाब की जलन से चीखनेचिल्लाने लगीं तो उधर से गुजर रहे लोग उन के पास जमा हो गए.

राबिया तो बेहोश हो गई थी. शिल्पी ने जब बताया कि मोटरसाइकिल पर सवार लोग उन पर तेजाब फेंक कर भाग गए हैं तो लोग राबिया को बांहों में उठा कर चौराहे पर स्थित प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र ले गए. राबिया बुरी तरह झुलसी हुई थी, इसलिए वहां के डाक्टरों ने प्राथमिक उपचार के बाद उसे जिला अस्पताल भिजवाने के साथ घटना की सूचना थाना खामपार पुलिस को दे दी.

सूचना मिलते ही थानाप्रभारी इंसपेक्टर राजेंद्र प्रताप सिंह पुलिस बल के साथ प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र पहुंच गए. मामला गंभीर था, इसलिए उन्होंने इस घटना की सूचना एसपी मोहम्मद इमरान को भी दे दी थी. इस के बाद एसपी इमरान भी एसडीएम भाट पाररानी भी पहुंच गए थे. राबिया बयान देने लायक नहीं थी, इसलिए शिल्पी से पूछताछ कर पुलिस ने राबिया और शिल्पी के घर वालों को सूचना भी दे दी थी. सूचना मिलते ही दोनों के घर वाले रोतेबिलखते प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र पहुंच गए थे.

कुछ देर बाद जब राबिया थोड़ा सामान्य हुई तो उस ने पुलिस अधिकारियों और एसडीएम भाट पाररानी को जो बताया, वह चौंकाने वाला था. राबिया के बताए अनुसार, पिछले एक महीने से उस के मोबाइल पर किसी अंजान आदमी का लगातार फोन आ रहा था, जो उसे जान से मारने की धमकी दे रहा था. परेशान हो कर घर वालों ने नंबर बदल दिए, फिर भी न जाने कहां से उसे उस का नया नंबर मिल गया और वह उसे पहले से ज्यादा धमकाने और परेशान करने लगे.

राबिया के अब्बा मोहम्मद आलम अंसारी और भाई विदेश में थे. यहां घर में राबिया और उस की अम्मी ही थीं, इसलिए मिलने वाली धमकियों से दोनों बुरी तरह डर गई थीं. राबिया ने फोन कर के यह बात अब्बा को बताई तो उन्होंने पुलिस से शिकायत करने की सलाह दी. लेकिन उस की अम्मी पुलिस के पास जाने से डर रही थीं.

राबिया के बयान से पुलिस को लगा कि इस घटना में कोई अपना शामिल है, जिस की उस के घर में अंदर तक पैठ थी. पुलिस ने अज्ञात के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर के मामले की जांच एसडीएम भाट पाररानी को सौंप दी, क्योंकि इस तरह के मामलों की जांच एसडीएम स्तर के अधिकारी करते हैं. घटना की मौनिटरिंग आईजी (जोन) मोहित अग्रवाल कर रहे थे.

पुलिस ने राबिया के दोनों मोबाइल नंबरों की काल डिटेल्स निकलवा कर जांच की तो उस में एक नंबर ऐसा मिला, जो दोनों नंबरों की काल डिटेल्स में था. पुलिस को उसी नंबर पर शक हुआ. पुलिस ने उस नंबर के बारे में पता किया तो वह नंबर देवरिया के पूरब लार के रहने वाले इदरीस के बेटे आजाद उर्फ डब्लू का निकला.

पुलिस ने जब राबिया की मां से आजाद के बारे में पूछा तो उस का नाम सुन कर वह हैरानी से पुलिस का मुंह ताकती रह गईं. क्योंकि वह उस का दूर का रिश्तेदार था, जिस की वजह से वह उस के घर भी आताजाता था.

पुलिस के लिए इतनी जानकारी काफी थी. पूछताछ के लिए उसे थाने लाया गया. थाने आते ही वह इतना घबरा गया कि खुद ही अपना अपराध स्वीकार कर के शुरू से ले कर अंत तक पूरी कहानी सुना दी. उसी ने अपने साथियों के साथ राबिया पर तेजाब फेंका था. इस की वजह यह थी कि वही नहीं, उस के दोनों साथी भी राबिया से प्रेम करते थे. लेकिन राबिया ने उन्हें भाव नहीं दिया तो उन्होंने बदला लेने के लिए उस की दुर्गति कर दी थी.

आजाद की निशानदेही पर पुलिस ने उस के दोनों साथियों रति तिवारी और आनंद कुशवाहा को भी उन के घरों से गिरफ्तार कर लिया. आजाद को पुलिस हिरासत में देख कर रति तिवारी और आनंद कुशवाहा ने भी अपना अपराध स्वीकार कर लिया.

इस के बाद एसपी मोहम्मद इमरान की उपस्थिति में पुलिस लाइन के सभागार में पत्रकारवार्ता के दौरान तीनों गिरफ्तार आरोपियों आजाद उर्फ डब्लू, रति तिवारी और अरविंद कुशवाहा ने राबिया के ऊपर तेजाब फेंकने की जो कहानी सुनाई, वह इस प्रकार थी—

22 साल का आजाद उर्फ डब्लू देवरिया जिले की लार के पूरब लार मोहल्ले का रहने वाला था. उस के पिता इदरीस सरकारी नौकरी में थे. नौकरी की वजह से वह परिवार को ज्यादा समय नहीं दे पाए, जिस की वजह से आजाद इंटरमीडिएट से आगे नहीं पढ़ सका. पढ़ाई छोड़ कर वह आवारागर्दी करने लगा था.

रति तिवारी और अरविंद कुशवाहा उस के पक्के दोस्त थे. ये दोनों भी उसी की तरह आवारागर्दी करते थे. रति तिवारी के परिवार की आर्थिक स्थिति काफी अच्छी थी. उस के पास मोटरसाइकिल थी. उसी से तीनों दिन भर बरखी चौराहे पर घूमते रहते थे और आतीजाती लड़कियों पर फब्तियां कसते रहते थे.

रिश्तेदार होने की वजह से आजाद राबिया के घर आताजाता रहता था. राबिया काफी खूबसूरत थी. घर आनेजाने में आजाद राबिया की सुंदरता पर मर मिटा. उस ने अपने दिल की बात दोनों दोस्तों को बताई तो उन का दिल भी राबिया को देखने के लिए मचल उठा. उन्होंने आजाद से राबिया से मिलवाने को कहा तो एक दिन वह दोनों को ले कर राबिया के घर पहुंच गया. घर पर राबिया और उस की अम्मी ही थीं. उस के अब्बा और भाई विदेश में रहते थे.

जब रति और अरविंद ने भी राबिया को देखा तो उन का भी दिल उस पर आ गया. वे आजाद के साथ लौट तो आए लेकिन दिल का चैन वहीं छोड़ आए. इस तरह राबिया के दीवानों की लिस्ट में 2 नाम और शामिल हो गए थे. आजाद दिल की बात राबिया से कहना चाहता, लेकिन उसे मौका नहीं मिल रहा था. संयोग से एक दिन दोपहर को राबिया के घर पहुंचा तो वह घर में अकेली थी. उस की अम्मी पड़ोस में गई थीं.

राबिया ने आजाद के लिए चाय बनाई और नमकीन के साथ सैंट्रल टेबल पर रख कर उस से बातें करने के लिए बगल वाले सोफे पर बैठ गई. इस मौके का फायदा उठाते हुए आजाद ने उस का हाथ पकड़ कर कहा, ‘‘राबिया, मैं तुम से प्यार करता हूं.’’

‘‘अरे, यह क्या, यह गलतफहमी तुम ने कब से पाल ली  छोड़ो मेरा हाथ, आज के बाद इस तरह की हरकत फिर कभी की तो ठीक नहीं होगा.’’

‘‘प्लीज राबिया, ऐसा मत कहो. मैं तुम्हारे बिना जी नहीं पाऊंगा. कसम से मैं तुम से बेपनाह मोहब्बत करता हूं.’’ आजाद ने गिड़गिड़ाते हुए कहा.

‘‘बस आजाद, अब कुछ मत कहना. अगर इस तरह की बातें किसी ने सुन लीं तो मैं बदनाम हो जाऊंगी. मैं नहीं चाहती कि मेरे घर वालों की बदनामी हो. मैं प्यारव्यार में जरा भी यकीन नहीं करती. इसलिए इस तरह की बात तुम दिमाग से निकाल दो. और तुरंत यहां से चले जाओ वरना मैं तुम्हें धक्के दे कर निकाल दूंगी.’’ राबिया ने तैश में आ कर कहा.

राबिया की खरीखोटी सुन कर आजाद हारे हुए जुआरी की तरह उस के घर से निकला. उसे राबिया के जवाब से गहरा आघात लगा था. उस ने सपने में भी नहीं सोचा था कि राबिया उसे इस तरह का जवाब देगी. इसलिए उसे उस पर काफी गुस्सा आ रहा था. उस ने यह बात अपने दोस्तों रति और अरविंद को बताई तो ऊपर से तो दोनों ने दुख व्यक्त किया लेकिन मन ही मन दोनों बहुत खुश हुए.

इस की वजह यह थी कि राबिया आजाद से प्यार नहीं करती थी तो उन का दांव लग सकता था. लेकिन राबिया ने उन दोनों को भी उन की औकात बता दी थी. राबिया की बातों से उन के भी सिर से इश्क का भूत उतर गया था.

राबिया द्वारा किए अपमान से तिलमिलाए तीनों जख्मी शेर बन गए. अपमान की आग में जल रहे तीनों ने बातचीत कर के राबिया से बदला लेने का निर्णय लिया. उन्होंने उसे फोन पर धमकाने की योजना बनाई, ताकि डर कर वह हथियार डाल दे. आजाद राबिया के घर के कोनेकोने से वाकिफ था. घर में सिर्फ मांबेटी ही रहती थीं. इसी का फायदा उठा कर उसे लगा कि वह धमकी भरे फोन करेगा तो मांबेटी डर कर मदद के लिए उसी को बुलाएंगी. उस के बाद धीरेधीरे वह उस के करीब आ जाएगी.

योजना के अनुसार, आजाद ने राबिया के घर वाले मोबाइल पर फोन कर के उसे जान से मारने की धमकी दी. इस धमकी से मांबेटी डर तो गईं लेकिन उन्हें लगा कि कोई सिरफिरा सिर्फ फोन कर के डरा रहा है. इसलिए उन्होंने इस बात पर ज्यादा ध्यान नहीं दिया. लेकिन जब उस ने दोबारा फोन कर के धमकी दी तो मांबेटी परेशान हो गईं.

आजाद बारबार फोन कर के धमकाने लगा तो राबिया की मां ने यह बात अपने पति मोहम्मद आलम अंसारी को फोन कर के बताई. उन्होंने पुलिस के पास जा कर शिकायत करने की सलाह दी, लेकिन राबिया की मां पुलिस के पास यह सोच कर नहीं गई कि इस से उन्हीं की बदनामी होगी. इस के अलावा राबिया पढ़ने जाती थी, कहीं उन बदमाशों ने कोई ऊंचनीच कर दी तो वे कहीं की नहीं रहेंगी. इसलिए पुलिस से शिकायत करने के बजाए उन्होंने फोन नंबर ही बदल दिए.

आजाद और उस के दोस्तों ने जो सोच कर यह खेल खेला था, वह पूरा नहीं हुआ. आजाद को राबिया का नया नंबर भी मिल गया, उस नंबर पर भी वह धमकियां देने लगा था. राबिया और उस की मां ने यह बात अपने तक ही सीमित रखी. मदद के लिए उन्होंने किसी को नहीं बुलाया.

बात बनती न देख आजाद और उस के दोस्तों ने दूसरे तरीके से राबिया से बदला लेने की योजना बनाई. इस बार की योजना पहले से काफी खतरनाक थी. तीनों ने राबिया पर तेजाब डाल कर उस की जिंदगी बरबाद करने की योजना बनाई. योजना बनाने के बाद आजाद ने बखरी चौक कस्बे से एक परिचित की दुकान से तेजाब की 1 लीटर की बोतल यह कह कर खरीदी कि उसे घर का शौचालय साफ करना है. दुकानदार परिचित था, इसलिए विश्वास कर के उस ने तेजाब दे दिया. तेजाब की व्यवस्था हो गई तो तीनों राबिया की दैनिक गतिविधियों पर नजर रखने लगे.

सारी जानकारी जुटा कर 5 दिसंबर, 2016 की सुबह जब राबिया शिल्पी के साथ उस की साइकिल से स्कूल जा रही थी तो तीनों ने मोटरसाइकिल से पीछा कर राबिया पर तेजाब फेंक दिया.

पूछताछ के बाद पुलिस ने आजाद, रति तिवारी और अरविंद को अदालत में पेश किया, जहां से सबूत जुटाने के लिए तीनों को पुलिस रिमांड पर लिया गया. रिमांड के दौरान पुलिस ने रति के घर से उस की मोटरसाइकिल तथा तेजाब की बोतल बरामद कर ली थी. रिमांड खत्म होने पर तीनों को दोबारा अदालत में पेश किया, जहां से उन्हें न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया गया.

बेहतर इलाज से राबिया अब स्वस्थ हो चुकी है, लेकिन राबिया और शिल्पी काफी डरी हुई हैं. दोनों चाहती हैं कि इन आशिकों को ऐसी सजा मिले कि दोबारा कोई आशिक किसी लड़की के साथ ऐसी घिनौनी हरकत करने की हिम्मत न कर सके.

– कथा पुलिस सूत्रों पर आधारित

क्रिकेट के हैं शौकीन तो अपने मोबाइल पर लें इन फ्री गेम्स का मजा

स्मार्टफोन पर गेम खेलना तो सभी को पसंद होता है. आप में से कई लोग ऐसे होंगे जिन्हें क्रिक्रेट खेलना बेहद पसंद होगा. क्या आपने कभी अपने स्मार्टफोन पर क्रिकेट गेम्स खेलें हैं? अगर नहीं, तो कुछ ऐसे क्रिकेट गेम्स, जिन्हें आप खेले बिना नहीं रह पाएंगे. यह सभी गेम्स एंड्रॉयड के गूगल प्ले स्टोर पर फ्री में उपलब्ध हैं. इन्हें यूजर्स द्वारा काफी पसंद किया गया है.

वर्ल्ड क्रिकेट चैम्पियनशिप (World Cricket Championship Lt:)

इस गेम में कई तरह के टूर्नामेंट्स हैं. आप जितने मैच जीतेंगे उतने ही कॉइन्स आपको दिए जाएंगे. इनमें कई फीचर्स को अनलॉक किया जा सकता है.

बीच क्रिकेट (Beach Cricket)

जैसा की नाम से ही जाहिर है कि यह एक Beach गेम है. इस गेम में समुद्र के किनारे क्रिकेट खेला जा सकेगा.

रील क्रिकेट 16 (Real Cricket 16)

यह गेम हिंदी और अंग्रेजी में उपलब्ध है. यह गेम यूजर्स को काफी पंसद आ रहा है. क्रिकेट लवर्स को यह गेम काफी पसंद आएगा.

क्रिकेट टी20 फीवर 3डी (Cricket T20 Fever 3D)

इस गेम को वनडे, टी20 और पावरप्ले फॉर्मेंट में खेला जा सकता है. इसका इंटरफेस काफी आसान है तो आपको इसे खेलने में ज्यादा परेशानी नहीं होगी.

वर्ल्ड क्रिकेट चैम्पियनशिप 2 (World Cricket Championship 2)

इस गेम में शानदार ग्राफिक्स दिए गए हैं. इसमें आप किसी भी प्लेयर का नाम बदल सकते हैं. यह गेम भी यूजर्स द्वारा काफी पसंद किया जा रहा है.

क्रिकेट अन्लिमिटेड 2017 (Cricket Unlimited 2017)

इसमें आईपीएल भी खेला जा सकता है. इस गेम में जिस दिन आईपीएल की जिन टीमों का मैच होगा, उस दिन आप भी उन्हीं टीमों के बीच मैच खेल सकते हैं.

बिग बश 2016 (Big Bash 2016)

यह ऑस्ट्रेलिया का ऑफिशियल ऐप है. यह गेम क्रिकेट लवर्स को खासा पसंद आ सकता है.

क्रिकेट वर्ल्डकप फीवर (Cricket WorldCup Fever)

इस गेम को वर्ल्डकप की तरह खेला जा सकता है. आप यहां अपनी मनपसंद टीम चुन सकते हैं.

स्टिक क्रिकेट सुपर लीग (Stick Cricket Super League)

यह गेम भी यूजर्स को काफी पसंद आ रहा है. यहां आपके गेम खेलने के मुताबिक आपको रैंकिंग दी जाएगी.

गुली क्रिकेट गेम 2017 (Gully Cricket Game 2017)

यह गेम एक अलग ही अनुभव देता है. गली क्रिकेट की तरह इसमें भी कई रूल्स दिए गए हैं.

मैंने अपने बौयफ्रैंड के साथ कई बार शारीरिक संबंधों का मजा लिया है. क्या इस से गर्भ ठहर सकता है.

सवाल

मैं 21 वर्षीय युवती हूं, मेरा एक बौयफ्रैंड है जिस के साथ मेरे शारीरिक संबंध भी हैं. हाल ही मासिकधर्म के दौरान मैं ने बौयफ्रैंड के साथ शारीरिक संबंध बनाए लेकिन हम ने कोई गर्भनिरोधक उपाय नहीं अपनाया. अब मैं इस बात को ले कर चिंतित हूं कि कहीं मैं गर्भवती न हो जाऊं. मैं यह जानना चाहती हूं कि क्या मासिकधर्म के दौरान संबंध बनाने से गर्भ ठहर सकता है. वैसे मेरा मासिकधर्म संबंध बनाने के बाद हो चुका है.

जवाब

सामान्यतौर पर मासिकधर्म के दौरान शारीरिक संबंध बनाने पर गर्भ ठहरने की संभावना नहीं होती है. लेकिन यह इस बात पर निर्भर करता है कि आप की माहवारी नियमित है या नहीं. अगर माहवारी नियमित हो तो गर्भ ठहरने की संभावना कम होती है. लेकिन गर्भ ठहरने की संभावना को पूरी तरह से नकारा भी नहीं जा सकता. क्योंकि अगर आप की माहवारी अनियमित हो और अंडाणु का विसर्जन अनियमित समय से हो जाए और उसी समय मासिकधर्म भी हो रहा है तो गर्भधारण की संभावना भी हो सकती है.

अगली बार ऐसा कुछ करने से पूर्व गर्भनिरोधक उपाय अवश्य अपना लें ताकि प्रैगनैंसी, एसटीडी और एड्स जैसी बीमारियों से बचाव हो सके. वैसे, वर्तमान स्थिति में आप का मासिकधर्म संबंध बनाने के बाद सामान्य हो चुका है तो घबराने की कोई बात नहीं है.

अगर आप भी इस समस्या पर अपने सुझाव देना चाहते हैं, तो नीचे दिए गए कमेंट बॉक्स में जाकर कमेंट करें और अपनी राय हमारे पाठकों तक पहुंचाएं.

इंटरनेट बैंकिंग के समय भूल कर भी ना करें ये गलतियां

आजकल अधिकतर लोग इंटरनेट और मोबाइल बैंकिंग का इस्तेमाल कर रहे हैं. कई लोग तो ऐसे भी होंगे जिन्हें याद ही नहीं होगा कि वे आखिरी बार कब अपने बैंक में गए थे, लेकिन इस इंटरनेट बैंकिंग में खतरे भी कम नहीं हैं. तो आइए जानते हैं इंटरने बैंकिंग के दौरान क्या-क्या सावधानी बरतनी चाहिए?

पब्लिक वाई-फाई का इस्तेमाल न करें

बैंक से संबंधित काम के लिए गलती से भी पब्लिक या फ्री वाई-फाई का यूज ना करें. इसके अलावा फ्री वाई-फाई के यूज से किसी भी प्रकार का ऑनलाइन पेमेंट ना करें, क्योंकि अधिकतर फ्री वाई-फाई सिक्योर नहीं होते हैं और इन पर हैकर्स की कड़ी नजर रहती है.

नियमित रूप से पासवर्ड चेंज करें

इंटरनेट बैंकिंग यूज करते हैं तो समय-समय पर अपना पासवर्ड बदलते रहें, क्योंकि हो सकता है कि आपके फोन और लैपटॉप के जरिए आपको कोई ट्रैक कर रहा हो. पासवर्ड में नंबर, स्पेशल कैरेक्ट जरूर शामिल करें और पासवर्ड लंबा रखें. अलग-अलग बैंकों के लिए अलग-अलग पासवर्ड रखें.

ई-मेल के जरिए कभी भी साइन इन ना करें

कभी मेल पर आए किसी लिंक के जरिए इंटरनेट बैंकिंग के लिए साइन ना करें, क्योंकि अक्सर ई-मेल के जरिए लोगों को ठगा जाता है. कई बार ऐसे मेल आते हैं कि अपने अकाउंट को सिक्योर करने के लिए लॉगिन करें, जबकि बैंक ऐसे मेल नहीं भेजते हैं. बैंक की आधिकारिक वेबसाइट से ही लॉगिन करें.

वेबसाइट के यूआएल में 'S' चेक करें

अगर आप किसी वेबसाइट पर लॉगिन कर रहे हैं तो सबसे पहले उसका यूआरएल चेक करें. यूआरएल की शुरुआत 'https', होनी चाहिए. इसमें 's' ही वेबसाइट के सिक्योर होने का सबूत है.

..तो बेरोजगार हो जाएंगे 200 से ज्यादा ऑस्ट्रेलियाई क्रिकेटर्स

ऑस्ट्रेलिया क्रिकेट के लिए बुरा वक्त चल रहा है. ऑस्ट्रेलिया के 200 से अधिक क्रिकेटरों पर बेरोजगार होने का खतरा मंडराने लगा है.

अगर तय समयसीमा (डेडलाइन) तक खिलाड़ियों का वेतन से संबंधित विवाद नहीं सुलझा तो उनकी मुश्किलें बढ़ सकती हैं. इस बात की जानकारी क्रिकेट यूनियन के बॉस ग्रेग डायर ने दी.

क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया और ऑस्ट्रेलियन क्रिकेटर्स एसोसिएशन (एसीए) के बीच नया एमओयू नहीं हुआ तो खिलाड़ियों के बेरोजगार होने की संभावना बढ़ जाएगी.

ऑस्ट्रेलियन क्रिकटर्स एसोशिएसन के अध्यक्ष ग्रेग डायर का कहना है कि डेडलाइन पर खिलाड़ियों का वेतन विवाद सुलझना बेहद मुश्किल नजर आ रहा है. समझौते की बुनियादी बातें सुलझते हुए नहीं दिख रही है. 200 से अधिक ऑस्ट्रेलिया के सबसे सीनियर क्रिकेटर्स 1 जुलाई से बेरोजगार हो सकते हैं. हम हर संभावना को ध्यान में रखते हुए मदद करने की कोशिश कर सकते हैं, लेकिन वो बेरोजगार होंगे.

बता दें कि बीते कुछ समय से ऑस्ट्रेलियाई क्रिकेटर और ऑस्ट्रेलियाई क्रिकेट बोर्ड के बीच सैलरी को लेकर विवाद जारी है. ऑस्ट्रेलियाई खिलाड़ी चाहते हैं कि उनका वेतन एक निर्धारित ढांचे के मुताबिक चले लेकिन क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया इसके पक्ष में नहीं है. वहीं 30 जून को सेंट्रल कॉन्ट्रेक्ट (केंद्रीय अनुबंध) में शामिल सभी खिलाड़ियों का बोर्ड के साथ करार खत्म हो रहा है.

सूत्रों की मानें तो डायर ने स्थानीय मीडिया से कहा, '1 जुलाई से मुमकिन है कि सब एक साथ चट्टान पर कूदेंगे. समझौते की बुनियादी बातों को लेकर कोई सुलह होता नहीं दिख रहा है. इसकी वजह से 200 से अधिक ऑस्ट्रेलिया के सबसे सीनियर क्रिकेटर्स 1 जुलाई से बेरोजगार हो सकते हैं.'

विवाद का मुख्य मुद्दा लंबे समय से अटका समझौता है, जिसमें खिलाड़ियों को खेल के रेवेन्यू का फिक्स परसेंटेज मिलना था जो उन्हें मिल नहीं रहा. जब तक यह गतिरोध समाप्त नहीं हो जाता तब तक आगामी ऑस्ट्रेलिया ए का दक्षिण अफ्रीका दौरा, बांग्लादेश में दो टेस्ट की सीरीज, भारत में सीमित ओवरों की सीरीज भी खतरे में हैं.

डेविड वॉर्नर समेत कई दिग्गज खिलाड़ियों ने कह दिया है कि अगर क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया उनकी बात नहीं मानता है तो वे ना तो बांग्लादेश दौरे पर जाएंगे और न ही इंग्लैंड के खिलाफ प्रतिष्ठित एशेज सीरीज खेलने मैदान पर उतरेंगे.

27 अगस्त से शुरू हो रहे बांग्लादेश दौरे के लिए ऑस्ट्रेलियाई टीम का ऐलान हो गया है और वॉर्नर ने कहा, मैं और टीम का हर खिलाड़ी ऑस्ट्रेलिया के लिए खेलना चाहता है. अगर हमारी मांगों को माना नहीं जाता है तो हम बांग्लादेश नहीं जाएंगे.

आपको बता दें कि इन दिनों कई देशों में बोर्ड और खिलाड़ियों के बीच रेवेन्यू विवाद चल रहा है जिसके कारण नाराज खिलाड़ी देश के लिए नहीं खेल पा रहे हैं. मौजूदा इंडिया-वेस्टइंडीज सीरीज में भी वेस्टइंडीज के बड़े खिलाड़ी बोर्ड के साथ विवाद को लेकर सीरीज में नहीं खेल रहे. ऐसा ही साउथ अफ्रीका के खिलाड़ियों के बीच भी देखने को मिल रहा है.

ऐसे में अगर 30 जून तक ऑस्ट्रेलियाई बोर्ड अपने खिलाड़ियों के साथ तालमेल नहीं बिठा पाता तो विश्व क्रिकेट की एक और टीम कमजोर पड़ सकती है.

अब कॉलेज में पढ़ाई के साथ इस तरह करें कमाई

देश में हाल ही में एजुकेशन बोर्ड के रिजल्‍ट आए हैं. और कॉलेजों में एडमीशन शुरू हो गए हैं. कॉलेज में पढ़ाई का खर्च भी ज्‍यादा होता है. ऐसे में परिवार की माली हालत अच्छी नहीं हो तो परेशानी आ सकती है. हालांकि, इस तरह के हालात से बचा जा सकता है. आप पढ़ाई के साथ कुछ घंटे काम करके कॉलेज के दौरान 10 से 20 हजार रुपए मंथली कमा सकते हैं. पढ़ाई के साथ-साथ कुछ घंटे देकर पैसा कमाने के कुछ तरीके जिसमें आपको ज्यादा मेहनत नहीं करनी होगी.     

सोशल मीडिया स्ट्रैटेजिस्ट

सोशल मीडिया के बढ़ते असर को देखते हुए कॉर्पोरेट कंपनियां, पॉलिटीशियन, सरकारी कार्यालयों आदि में सोशल मीडिया मैनेज करने वालों की मांग तेजी से बढ़ी है. इसमें वैसे लोगों की मांग बढ़ी है, जिसको फेसबुक, ट्विटर, लिंक्‍ग‍इन, यूट्यूब आदि की समझ हो और इसको अच्‍छे से मैनेज करने की क्षमता रखते हों. अगर, आप कॉलेज स्‍टूडेंट हैं तो इस काम को पढ़ाई के साथ बेहतर तरीके से कर सकते हैं. इसके लिए कोई एक्‍सट्रा नॉलेज या स्‍पेस की जरूर नहीं होगी. आपको कंटेंट और टेक्‍नोसेवी होना होगा.

कितनी होगी कमाई

– अगर आप रोज 2 से 4 घंटे देकर इस काम में देते हैं तो यहां से 10 से 20 हजार रुपए तक कमा सकते हैं.

 – एक बार आपका काम कंपनी या व्‍यक्ति को समझ में आ जाने के बाद काम लेने के लिए ज्‍यादा मशक्‍कत नहीं होगी.

– कंपनियां अपने प्रोडक्‍ट का प्रमोशन कराने या कोई लीडर अपनी पॉपुलरिटी बढ़ाने के लिए आपसे खुद संपर्क करेगा.

– इस काम में टाइम का भी कोई बाउंडेशन नहीं होगा. आप अपने स्‍मार्ट फोन से सारे काम को मैनेज कर सकते हैं.

ऑनलाइन रीसर्चर

आज के इस कॉम्पिटेटिव दौर में ज्‍यादातर कंपनियां प्रोडक्‍ट लॉन्‍च करने से पहले ऑनलाइन रिसर्च करती हैं. इसके अलावा कॉलेज भी अलग-अलग टॉपिक पर रिसर्च कराते हैं. इसके लिए कॉलेज के डिपार्टमेंट्स पेड रिसर्च को पार्ट टाइम हायर करते हैं. हालांकि, इस फील्‍ड में काम करने के लिए आपके पास पहले से थोड़ा-बहुत अनुभव होना चाहिए. अगर, आप किसी प्रोडक्‍ट या सबजेक्‍ट को लेकर ऑनलाइन रीसर्च कर रहे हैं तो उस के विषय में पहले से जानकारी बहुत जरूरी है. तभी आप सही तरीके से रीसर्च कर सकते हैं.

कितनी होगी कमाई

– ऑनलाइन रीसर्चर के तौर पर आप महीने में 15 से 20 रुपए कमा सकते हैं.

– इसके लिए आपको 2 से 5 घंटे देने होंगे

– रीसर्च करने के लिए उस सबजेक्‍ट की जानकारी जरूरी होगी.

फॉस्‍ट फूड शॉप में पार्ट टाइम जॉब

कॉलेज के बाद पार्ट टाइम जॉब के रूप में आप कॉफी-डे, बरिस्‍ता, केएफसी, डोमिनोज, बड़े डिपार्टमेंट स्‍टोर का रुख कर सकते हैं. इस तहर के फास्‍ट फूड स्‍टोर और डिपार्टमेंट स्‍टोर में आमतौर पर शाम के वक्‍त ज्‍यादा लोगों की जरूरत होती है. ऐसा नहीं कि सिर्फ शाम के वक्‍त ही ये पार्ट टाइम जॉब ऑफर करते हैं. सुबह, दोपहर और नाइट में भी पार्ट टाइम का ऑफर रहता है. ये यंग लड़के को पार्ट टाइम के तौर पर रखने की प्रमुखता देते हैं. इस तरह के डिपार्टमेंटल स्‍टोर में 3 से 6 घंटे काम करने का ऑफर हमेशा होता है.

कितनी होगी कमाई

– बरिस्‍ता, केएफसी, डोमिनोज आदि में 3 से 5 घंटे काम कर मंथली 8 से 15,000 रुपए कमा सकते हैं.

– कमाई के साथ ये ड्रिंक (काफी, ठंडा) और मील (खान) मुफ्त में देते हैं.

इवेंट प्‍लानिंग

अगर, आप किसी मेट्रो सिटी (दिल्‍ली, मुंबई, कोलकाता, चेन्‍नई या बेंगलुरू) में पढ़ाई कर रहे हैं तो आप रोज किसी न किसी इवेंट से रू-ब-रू जरूर हो रहे होंगे. बड़े शहरों के अलावा टियर टू और थ्री शहरों में इवेंट ऑर्गेनाइजर की मांग तेजी से बढ़ी है. इसके चलते इस सेक्‍टर में काम करने वाली कंपनियों को नए हैंड की जरूरत पड़ती है. वे इसके लिए पार्ट टाइम लड़के या लड़कियों को हायर करते हैं.

इवेंट कंपनी में पार्ट टाइम जॉब की टाइमिंग 4 से 6 घंटे की होती है. इवेंट कंपनी में काम करने के सबसे बड़ा फायदा उन स्‍टूडेंट को मिलता है जो मैनजमेंट (बीबीए या एमबीए) कर रहे होते हैं. उनको इवेंट के दौरान मैनजेमेंट के गुण सीखने को मिलते हैं. साथ ही वो ऐसे चैलेंज से भी अवगत हो जाते हैं, जो काम के दौरान भविष्‍य में उनके सामने आने वाले होते हैं.

इतनी होगी कमाई

– इवेंट कंपनी में काम कर महीने के 10 से 20 हजार रुपए की कमाई आसानी से कर सकते हैं.

– महीने में 15 से 20 दिन काम करना होगा.

– काम 4 से 6 घंटा करना होगा.

कंटेंट एडिटिंग एंड राइटिंग

अगर, आपको लिखने का शौक या भाषा पर अच्‍छी पकड़ है तो आप कंटेंट का काम कर अच्‍छी खासी रकम कमा सकते हैं. इसमें आप कंटेंट एडिटिंग से लेकर राइटिंग का काम कर सकते हैं. कंटेंट एडिटर के तौर पर आप जिस भाषा में काम करेंगे उस भाषा की ग्रामर पर अच्‍छी पकड़ होनी चाहिए. वहीं फ्रीलांस राइटर के तौर पर काम करने के लिए आपको लिखने की शैली आनी चाहिए.

कितनी होगी कमाई

– कंटेंट एडिटर के तौर पर यदि आप प्रत्‍येक दिन 2 से 4 घंटे देते हैं तो आप 10 से 20 हजार रुपए महीने कमा सकते हैं.

– इस काम को करने के लिए आपको कहीं जाने की जरूरत नहीं होगी. आप घर बैठे यह काम कर सकते हैं. फ्रीलांस राइटिंग में भी यह सुविधा आपको मिलेगी.

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