ऑस्ट्रेलिया क्रिकेट के लिए बुरा वक्त चल रहा है. ऑस्ट्रेलिया के 200 से अधिक क्रिकेटरों पर बेरोजगार होने का खतरा मंडराने लगा है.

अगर तय समयसीमा (डेडलाइन) तक खिलाड़ियों का वेतन से संबंधित विवाद नहीं सुलझा तो उनकी मुश्किलें बढ़ सकती हैं. इस बात की जानकारी क्रिकेट यूनियन के बॉस ग्रेग डायर ने दी.

क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया और ऑस्ट्रेलियन क्रिकेटर्स एसोसिएशन (एसीए) के बीच नया एमओयू नहीं हुआ तो खिलाड़ियों के बेरोजगार होने की संभावना बढ़ जाएगी.

ऑस्ट्रेलियन क्रिकटर्स एसोशिएसन के अध्यक्ष ग्रेग डायर का कहना है कि डेडलाइन पर खिलाड़ियों का वेतन विवाद सुलझना बेहद मुश्किल नजर आ रहा है. समझौते की बुनियादी बातें सुलझते हुए नहीं दिख रही है. 200 से अधिक ऑस्ट्रेलिया के सबसे सीनियर क्रिकेटर्स 1 जुलाई से बेरोजगार हो सकते हैं. हम हर संभावना को ध्यान में रखते हुए मदद करने की कोशिश कर सकते हैं, लेकिन वो बेरोजगार होंगे.

बता दें कि बीते कुछ समय से ऑस्ट्रेलियाई क्रिकेटर और ऑस्ट्रेलियाई क्रिकेट बोर्ड के बीच सैलरी को लेकर विवाद जारी है. ऑस्ट्रेलियाई खिलाड़ी चाहते हैं कि उनका वेतन एक निर्धारित ढांचे के मुताबिक चले लेकिन क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया इसके पक्ष में नहीं है. वहीं 30 जून को सेंट्रल कॉन्ट्रेक्ट (केंद्रीय अनुबंध) में शामिल सभी खिलाड़ियों का बोर्ड के साथ करार खत्म हो रहा है.

सूत्रों की मानें तो डायर ने स्थानीय मीडिया से कहा, '1 जुलाई से मुमकिन है कि सब एक साथ चट्टान पर कूदेंगे. समझौते की बुनियादी बातों को लेकर कोई सुलह होता नहीं दिख रहा है. इसकी वजह से 200 से अधिक ऑस्ट्रेलिया के सबसे सीनियर क्रिकेटर्स 1 जुलाई से बेरोजगार हो सकते हैं.'

विवाद का मुख्य मुद्दा लंबे समय से अटका समझौता है, जिसमें खिलाड़ियों को खेल के रेवेन्यू का फिक्स परसेंटेज मिलना था जो उन्हें मिल नहीं रहा. जब तक यह गतिरोध समाप्त नहीं हो जाता तब तक आगामी ऑस्ट्रेलिया ए का दक्षिण अफ्रीका दौरा, बांग्लादेश में दो टेस्ट की सीरीज, भारत में सीमित ओवरों की सीरीज भी खतरे में हैं.

डेविड वॉर्नर समेत कई दिग्गज खिलाड़ियों ने कह दिया है कि अगर क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया उनकी बात नहीं मानता है तो वे ना तो बांग्लादेश दौरे पर जाएंगे और न ही इंग्लैंड के खिलाफ प्रतिष्ठित एशेज सीरीज खेलने मैदान पर उतरेंगे.

27 अगस्त से शुरू हो रहे बांग्लादेश दौरे के लिए ऑस्ट्रेलियाई टीम का ऐलान हो गया है और वॉर्नर ने कहा, मैं और टीम का हर खिलाड़ी ऑस्ट्रेलिया के लिए खेलना चाहता है. अगर हमारी मांगों को माना नहीं जाता है तो हम बांग्लादेश नहीं जाएंगे.

आपको बता दें कि इन दिनों कई देशों में बोर्ड और खिलाड़ियों के बीच रेवेन्यू विवाद चल रहा है जिसके कारण नाराज खिलाड़ी देश के लिए नहीं खेल पा रहे हैं. मौजूदा इंडिया-वेस्टइंडीज सीरीज में भी वेस्टइंडीज के बड़े खिलाड़ी बोर्ड के साथ विवाद को लेकर सीरीज में नहीं खेल रहे. ऐसा ही साउथ अफ्रीका के खिलाड़ियों के बीच भी देखने को मिल रहा है.

ऐसे में अगर 30 जून तक ऑस्ट्रेलियाई बोर्ड अपने खिलाड़ियों के साथ तालमेल नहीं बिठा पाता तो विश्व क्रिकेट की एक और टीम कमजोर पड़ सकती है.

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