क्या आप भी उन्हीं लोगों में से हैं जिन्हें अनहैल्दी फूड का स्वाद सब से ज्यादा अच्छा लगता है. अगर हां तो संभल जाएं क्योंकि अगर अपनी जीभ के स्वाद पर गए तो यह आप को पूरी तरह बीमार कर देगा. इन सभी चीजों को खाना अच्छा तो लगता है लेकिन सेहत की दृष्टि से परखे तो इन में पोषक तत्व जीरो के बराबर होते हैं.
इस से मोटापा, कैंसर, डायबिटीज, कोलेस्ट्रौल, पोषण की कमी, दिल के रोग, हाई ब्लड प्रेशर, कैल्शियम की कमी, खून की कमी, कुपोषण, त्वचा और बालों को नुकसान आदि गंभीर और जानलेवा बीमारियों का खतरा बढ़ता है. इसलिए आज हम आप को बता रहें हैं, उन अनहैल्दी फूड के बारे में जिन का सेवन कम से कम करना चाहिए ताकि हम स्वस्थ रह सकें.
चौकलेट आइसक्रीम मेरी सहेलियां
ये लाइनें बस किसी गाने में ही अच्छी लगती हैं असल जिंदगी में नहीं क्योंकि असल जिंदगी में इन्हें अपनी सहेलियां बनाना आप को काफी महंगा पड़ सकता है. इन चीजों में शुगर और कैलोरीज इतनी ज्यादा होती हैं कि न सिर्फ इस से वजन बढ़ेगा बल्कि ब्लड प्रेशर, शुगर जैसे कई बीमारियां भी आ कर घेर लेंगी. अगर आइसक्रीम का शौक है तो कभीकभार घर पर बना कर खा लें वो फिर भी कम नुकसान देगी.
केक, पेस्ट्री, कुकीज
यह चीजें मैदा और बहुत सारी शुगर को मिल कर बनी होती हैं. ये खाने में इतनी स्वादिष्ट होती हैं कि हम इन्हें बिना सोचेसमझे खाते ही जाते हैं और अपना वेट बढ़ाते जाते हैं. ये इतनी हलकी होती हैं कि एक साथ हम कई ज्यादा खा लेते हैं और पेट भी नहीं भरता. इस की जगह अगर खाना भी है तो खुद आटे या सूजी की कम शुगर वाली ये चीजें घर पर बना लीजिए.
शुगर ड्रिंक्स
गरमियों का मौसम आते ही लोग जम कर कोल्ड ड्रिंक्स पीते हैं. कोल्ड ड्रिंक्स से वजन तेजी से बढ़ता है. इस के अलावा पैक्ड जूस, फ्लैवर्ड ड्रिंक्स यहां तक कि फ्लैवर्ड एलोवेरा जूस जैसे ड्रिंक्स भी आप की सेहत के लिए अच्छे नहीं होते. इस से आप का वजन बढ़ना, इंसुलिन रेजिस्टेंस और फैटी लिवर का खतरा बढ़ जाता है.
व्हाइट चीनी का प्रयोग कम करें
बल्कि हम तो कहेंगे की दूध, चाय, आदि में व्हाइट चीनी को बिलकुल छोड़ दें क्योंकि यही सब से बड़ी बिमारियों की जड़ है. इस की जगह देसी खंड, गुड़, ब्राउन शुगर आदि चीजों का सेवन करें. ऐसा इसलिए क्योंकि चीनी में पोषण मूल्य जीरो के बराबर है और शुगर का खतरा बहुत ज्यादा है.
प्रोसेस्ड मीट
प्रोसेस्ड मीट से बनने वाली दूसरी चीजें जैसे हौट डोग, डेली मीट, बीफ जर्की, पेपरोनी और अन्य सभी चीजों से जितना संभव हो सके परहेज करना चाहिए. प्रोसेस्ड मीट में सोडियम और नाइट्रेट की मात्रा अधिक होती है, जो आप की सेहत के लिए काफी हानिकारक है. रिसर्च इंगित करता है कि इन मांसों का सेवन पेट के कैंसर के प्रति संवेदनशीलता में वृद्धि से जुड़ा हुआ है.
चाय के साथ ये न खाएं
चाय के शौकीन तो हम सभी हैं लेकिन मुश्किल तब हो जाती है जब हम चाय के साथ कुछ ऐसी चीजों का सेवन कर लेते हैं जो हमारी सेहत को नुकसान पहुंचाती है. चाय के साथ हल्दी का सेवन करना ठीक नहीं है. हल्दी को दूध में मिला कर पीना सही रहता है लेकिन उसे चाय में मिलाने से पेट में एसिडिटी की प्रौब्लम हो जाती है. चाय के तुरंत बाद ठंडा पानी या ठंडी चीजें नहीं खानी चाहिए. इस से डाइजेस्टिव प्रोसैस धीमा हो जाता है. कुछ लोग चाय में नीबू मिला कर पीते हैं लेकिन इस से चाय अम्लीय हो जाती है और शरीर में सूजन का कारण बनती है इसलिए ऐसा करने से बचें.
प्रोसेस्ड औयल का यूज न करें
प्रोसैस्ड औयल के प्रोसैस के दौरान उन्हें अधिक तापमान पर गरम किया जाता है, जिस से तेल औक्सीकरण हो जाता है. यही वजह है कि यह सेहत को काफी नुकसान पहुंचाता है. इस में सोडियम और फैट भी काफी ज्यादा होता है जिस से कई बिमारियों के हो जाने का खतरा रहता है जैसे कि मोटापा, हाई बीपी, कोलैस्ट्रौल का रिस्क हो सकता है.
रोज न खाएं ब्रेड
कई लोगों का हर रोज का नाश्ता ब्रेड ही होता है जोकि बिलकुल गलत है. व्हाइट ब्रेड तो वैसे भी मैदे की बनी होती है, जो न सिर्फ वजन बढ़ाती है बल्कि इस से पेट में भारीपन और एसिडिटी की समस्या भी होने लगती है. इसलिए हफ्ते में 2-3 बार ब्रेड खा सकते हैं हर रोज नहीं. साथ ही कोशिश करें कि मार्किट में मिलने वाली आटा, मल्टीग्रेन, ब्राउन ब्रेड खाएं, ये फिर भी व्हाइट ब्रेड की तुलना में ठीक होती हैं.
चिप्स और नमकीन का शौक है खतरनाक
कई लोग चिप्स और नमकीन के इस कदर शौकीन होते हैं कि वह लंच और डिनर तक में ये सब खा कर पेट भर लेते हैं. इन चीजों से पेट जितनी जल्दी भरेगा उतनी ही जल्दी खाली भी होगा. फिर जो ओवरईटिंग का दौर शुरू होगा उस से सिर्फ आप का नुकसान ही होगा. इन में फैट और सोडियम की मात्रा ज्यादा होती है, साथ ही कैंसर, ब्लड प्रेशर जैसे कई बिमारियों को भी न्योता दे देता है.
पास्ता, पेस्ट्री और पिज्जा
पास्ता, पेस्ट्री और पिज्जा जैसी चीजों ने हमारी डेली डाइट में दबे पांव अपनी जगह सिर्फ बना ही नहीं ली बल्कि फिक्स कर ली है. हफ्ते में एक दो बार तो हम इन्हें खा ही लेते हैं. लेकिन क्या आप जानते हैं इन में फाइबर बिलकुल नहीं होता, इस वजह से ये पेट में जा कर जम जाती है. जिस से कब्ज हो जाता है. यह सिर्फ और सिर्फ फैट बढ़ाने का काम करती है. अगर खाना भी है तो मल्टीग्रेन पास्ता और पिज्जा लाएं या फिर पिज्जा बेस घर पर आटे से बनाएं और इन में बहुत सारी वेजटेबल लगाएं. मात्रा में फाइबर हमारी बौडी में जाएं.
शराब
सभी जानते हैं कि शराब सेहत के लिए हानिकारक होती है. बहुत अधिक शराब कई स्वास्थ्य समस्याओं का कारण बन सकती है, जिस में लीवर सिरोसिस और लीवर फेलियर शामिल है. अत्यधिक शराब के सेवन से होने वाली अन्य समस्याओं में डिहाइड्रेशन, सिरदर्द और चिड़चिड़ापन शामिल हैं इसलिए इस का सेवन कर के खुद को बीमार न बनाएं.
प्लास्टिक की बोतल का पानी
हम सभी की आदत होती है की बाहर जाते ही बोतल बंद पानी खरीद कर पीने लगते हैं. लेकिन कोलंबिया यूनिवर्सिटी के एक शोध में पाया गया है कि प्लास्टिक की बोतल में बिस्फेनोल ए नाम का बेहद हानिकारक कैमिकल होता है. जब प्लास्टिक की बातल गरम होती है तो इस में से बिस्फेनोल रिसने लगता है. इस तरह के पानी पीने से फर्टिलिटी कमजोर होने लगती है. इस से कई अन्य बीमारियों के साथ हार्ट की बीमारियों का खतरा भी बढ़ जाता है. इसलिए प्लास्टिक की बोतल का पानी काम ही पिएं.