क्या आप भी नींद संबंधित परेशानी से पीड़ित हैं? इस परेशानी के लिए आमतौर पर खराब लाइफस्टाइल और खराब खानपान कारण होते हैं. पर हाल में हुई एक स्टडी में ये बात सामने आई कि यह समस्या अनुवांशिक हो सकती है, यानि जेनिटिक. शोधकर्ताओं ने यह खोज की है कि हमारे शरीर के कई अनुवांशिक कोड्स के खराब होने के कारण नींद की परेशानी होती है.
मेसाचुसेट्स जनरल अस्पताल में हुए इस शोध में शोधकर्ताओं ने ऐसी 47 कारणों की पहचान की जो अनुवांशिक कोड और नींद के गुण और मात्रा से संबंधित होते हैं. इस परेशानी के लिए कारण पीडीई11ए नाम का एक जीन को बताया जा रहा है.
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क्या है पीडीई11ए जीन?
जीनोमिक क्षेत्रों में पीडीई11ए नाम का एक जीन खोजा गया. जानकारों ने ये पाया कि असाधारण व भिन्न प्रकार का यह जीन न सिर्फ नींद के समय को प्रभावित करता है, बल्कि उसकी गुणवत्ता पर भी असर डालता है.
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जानकारों का मानना है कि नींद की गुणवत्ता व मात्रा और समय में बदलाव से मनुष्य कई तरह की बीमारियां- मधुमेह, मोटापा, मनोविकार वगैरह की गिरफ्त में आ जाते हैं.
कौन थे सैंपल?
जनरल नेचर कम्युनिकेशन में प्रकाशित शोध रिपोर्ट में अध्ययनकर्ताओं ने यूके बायोबैंक के करीब 85,670 और अन्य अध्ययनों से करीब 5,819 प्रतिभागियों के आकड़े एकत्रित किए थे. इन्होंने अपनी कलाइयों पर त्वरणमापक यंत्र बांध रखी थी, जो इनकी गतिविधियों के स्तर को लगातार रिकौर्ड कर रहा था.
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