हिमाचल प्रदेश की महिला नेता के बाथरूम का बना वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ तो उनको इसका खामियाजा भुगतना पड़ा. पार्टी ने उनको बाहर का रास्ता दिखा दिया. इसके अलावा समाज में उनकी बदनामी अलग से हुई. पूरे वीडियो को देखने के बाद साफ लगता है कि यह वीडियो दोनो की मर्जी से बना था और उनका कोई गलत उद्देश्य भी नहीं था. ना कोई एक दूसरे को ब्लैकमेल करने के इरादे से इसको बना ही रहा था. अचानक सोशल मीडिया पर इसके आने से यह वीडियो उनके लिये हर तरह से नुकसान दायक साबित हो रहा है. यह कोई पहला मामला नहीं है. जिसमें अंतरंग पलों के बने फोटो और वीडियो गले की हड्डी बन गये.
कुछ समय पहले ऐसा ही मामला मथुरा के एक कथावाचक का भी समाने आया था. कथावचाक का अपनी विदेशी शिष्या के साथ अंतरग पलो के कई वीडियो थे. यह सब उनके अपने लैपटौप पर थे. एक दिन लैपटौप खराब हो गया. कथावाचक ने जब लैपटौप बनने के लिये दिया तो वहां से वह वीडियो सीडी के जरीये बाजार में पहुंच गये. उस समय वाट्सएप प्रयोग में नहीं था. इस वजह से मथुरा की वह घटना सीडी के जरीये ही चर्चा में आई थी.
सोशल मीडिया के सक्रिय होने के बाद ऐसे कई मामले सामने आ चुके है जिनमें नेताओं सहित कई प्रमुख लोगों के अंतरंग पलों में बने वीडियो वायरल होकर चर्चा में आ चुके है. जिनका प्रभाव लोगों की अपनी जिदंगी पर पड़ चुका है. कई लोगों ने ऐसे वीडियो या फोटो के वायरल होने के बाद खुद को नुकसान पंहुचाने का प्रयास भी किया है. सोशल मीडिया के जानकार राजीव कुमार बताते हैं कि पतिपत्नी के बीच बनने वाले ऐसे वीडियो वायरल होने के बाद आपकी छवि को नुकसान पहुंचा सकते है ऐसे में जरूरी है कि ऐसे वीडियो या फोटो ना ही बनाये जाये.