नया साल है. इस मौके पर सब दोस्तों के साथ जम कर मस्ती व पार्टी करते हैं लेकिन कभी उन दोस्तों के बारे में सोचा है जिन का हाल ही में ब्रेकअप हुआ है, वह तो अकेले गुमसुम है. वह भला न्यू ईयर की पार्टी कैसे एंजौय करेगा. एक सच्चे दोस्त होने के नाते आप की जिम्मेदारी बनती है कि उस के टूटे दिल का इलाज करें, उस के साथ ज्यादा से ज्यादा समय बिताएं और उसे इस गम भरे फेज से निकालने में मदद करें. यही सही माने में आप के व उस के लिए नए साल का जश्न होगा.
रवि के साथ नीति के 3 वर्ष के प्रेमसंबंधों का जब अंत हो गया तो वह ब्रेकअप के झटके को सह नहीं पाई. सब से कट कर अपने रूम में अलगथलग उदास बैठ गई. मातापिता को उस की इस मानसिक स्थिति का अंदाजा नहीं था. वे इसे पढ़ाई का प्रैशर समझ रहे थे पर उस की बैस्टफ्रैंड विनी को सचाई मालूम थी.
विनी ने उस के रूम में ही अपना डेरा जमा लिया. वह नीति से इधरउधर की हलकीफुलकी बातें करती रही. वीडियो गेम खेलती रही. खूब रोनेधोने के बाद भी नीति के आंसू रुकने का नाम ही नहीं ले रहे थे. विनी ने उसे कुछ नहीं समझाया, न यह कहा कि रवि तुम्हारे लायक नहीं था, न यह उपदेश दिया कि सब भूल कर आगे बढ़ो. वह इस विषय पर चुप रही.
नीति ने फिर अपने मन की भड़ास निकालनी शुरू की, विनी उसे ही सुनती रही. जब नीति ने अपने दिल के सारे हाल कह दिए तब उस का दिल कुछ हलका हो गया. विनी ने उस की बातें धैर्य से सुनी थीं. नीति के दिल का गुबार एक बार जब निकल गया, तब विनी ने उस के साथ सकारात्मक सोच से भरी बातें करनी शुरू कीं जिन्हें नीति ने पूरी गंभीरता से लिया और समझा.
कुछ ही समय में नीति सामान्य हो गई. इस समय नीति को बस, विनी जैसी दोस्त की ही तो जरूरत थी जो बस, उस के दिल की बात सुने और समझे. ऐसे समय में यही जरूरी होता है कि कोई बस बिना कोई उपदेश दिए आप की बात सुने.
आप का दोस्त चाहे पुरुष हो या स्त्री, दिल टूटने से वह दुखी हो सकता है. उसे आप के साथ की जरूरत होती है. आप उस का ध्यान इस विषय से हटा सकते हैं. कभीकभी समझ नहीं आता कि कैसे अपने दुखी फ्रैंड की मदद करें. दिए जा रहे तरीकों को आजमा कर देखिए, इन के जरिए आप अपने फ्रैंड को फिर से खुशियों की तरफ मोड़ सकते हैं :
फ्रैंड का ब्रेकअप हो तो उसे उस सदमे से उबरने का मौका दें. उस का मजाक न उड़ाएं बल्कि कुछ प्रेम कहानियों के ऐसे किस्से सुनाएं जो ज्यादा लंबी नहीं चलीं. इस से वे अपने ब्रेकअप को स्वाभाविक बात मान कर जल्दी उबर जाएंगे.
जब आप को पता चलता है कि आप की फ्रैंड का ब्रेकअप हो गया है, ‘सौरी’ शब्द बिलकुल न कहें. ‘किसी चीज की जरूरत हो तो मुझे बताना,’ यह भी न कहें, इन शब्दों से आप की फ्रैंड को अपने और आप के बीच एक दूरी महसूस होने लगती है. इस के बजाय उसे यह बताएं, यह महसूस करवाएं कि आप उस के इस दर्द में उस के साथ हैं.
फ्रैंड को उस के एकांतवास से बाहर निकालें. यह काम दोस्त ही कर सकते हैं, मातापिता नहीं. हो सके तो दोस्तों के साथ एक स्लीपओवर का प्रोग्राम बनाइए.
ब्रेकअप के बाद आप की फ्रैंड हो सकता है कि बाहर कहीं जाने की इच्छा न करे. वह पूरा दिन घर में बैठ कर ही इस का शोक मना रही हो. ठीक है, उसे यह करने की पूरी आजादी दें. आप इतना कर सकती हैं कि उस के साथ ही उस के घर पर रह कर समय बिताएं जैसे विनी ने नीति के साथ किया था.
उस के साथ समय बिताएं, भले ही कुछ भी न करें, यों ही वीडियोगेम खेलें, म्यूजिक सुनें, लाइफ के रोचक प्लान बनाएं या यों ही उस के साथ चुप बैठें. जो भी उसे अच्छा लगता हो, उस के साथ करें. एक दिन वह आप के इन प्रयासों की खूब प्रशंसा करेगी और आप को धन्यवाद कहेगी.
आप की दोस्त को ऐसे समय में ऐसे ही साथ की जरूरत होती है जो उसे उस की अवस्था पर लंबीलंबी बातें न करे, उसे कोई उपदेश न दे, बस, उस के साथ रह कर उस के दिल और टूटे रिश्ते की बात चुपचाप सुन ले.
जितना वह बोल लेगी, उस का दिल हलका हो जाएगा. एक बार वह दिल खोल कर अपना गुबार निकाल लेगी, फिर बारबार वही किस्सा वह खुद ही दोहराने से बचेगी.
संभव हो तो अपने बाकी फ्रैंड्स के साथ मिल कर शहर से बाहर एक पिकनिक रख लें. उसे अपने बाकी दोस्तों के साथ मिलवाएं. कई बार उसे अपना दुख याद भी आ सकता है पर दोस्तों के साथ मूड बदलते देर नहीं लगती. आगे बढ़ते रहना ही जीवन है, इस में अपने फ्रैंड की मदद करें, हंसीमजाक करें, झरनों, नदियों के पास घूमें क्योंकि इन जगहों पर सकारात्मकता और प्रसन्नता का अनुभव होता है.