रिलेशनशिप कई तरह की होती हैं. मौनोगमस,पौलीएमरस, पौलीगेमरस रिलेशनशिप के कुछ प्रकार हैं. इन्हीं में से रिलेशनशिप का एक प्रकार है पौलीएमरस जिसे पोलीएमरी भी कहा जाता है. पौलीएमरी से अभिप्राय उस रिलेशनशिप से है जो केवल दो लोगों के बीच नहीं होती. इसमें तीन या तीन से ज्यादा पार्टनर्स होते हैं जो एकदूसरे की रजामंदी (कंसेंट) के साथ रिलेशनशिप में होते हैं. जिस तरह की रिलेशनशिप को हमारे समाज में मान्यता दी जाती है मौनोगमस या मोनोगैमी रिलेशनशिप कहलाती है जिस में दो लोग एकदूसरे के साथ रिलेशनशिप में होते हैं और एकदूसरे को फिजिकल और इमोशनल सपोर्ट देते हैं. पौलीएमरी मोनोगैमी से बेहद अलग रिलेशनशिप है.
पोलीएमरी का अर्थ मल्टीपल सेक्स पार्टनर्स रखना नहीं है, इस का अर्थ एक से ज्यादा रोमांटिक पार्टनर रखना है. यदि कोई व्यक्ति पोलीएमरस रिलेशनशिप में है तो उस के एक से ज्यादा रोमांटिक पार्टनर्स होंगे और उस के सभी पार्टनर्स को एक दूसरे के बारे में पता भी होगा. इसे सही तरह से समझने के लिए गार्गी का उदाहरण लेते हैं.
पोलीएमरी को समझना
गार्गी और रोहित की शादी को 4 साल हो चुके थे. दोनों में प्यार अब भी था पर वो स्पार्क नहीं था जो रिलेशनशिप के शुरूआती दौर में था. गार्गी एक मल्टीनेशनल कंपनी में क्रिएटिव मैनेजर थी जहां उस की मुलाक़ात अपने जूनियर नितिन से हुई. गार्गी को नितिन पसंद था लेकिन वह रोहित से रिश्ता खत्म नहीं करना चाहती थी और न ही उसे चीट करना चाहती थी.
रोहित इंजीनियर था, समझदार था और गार्गी की जरूरतों को अच्छी तरह समझता था. वह खुद भी गार्गी से बेहद प्यार करता था लेकिन दोनों के रिलेशनशिप में जो दूरियां बढ़ रही थीं उसे खत्म नहीं कर पा रहा था. रोहित ज्यादातर दिन काम के सिलसिले में विदेश में रहता था. वह नहीं चाहता था कि उस के इस तरह बिजी रहने से गार्गी उसे छोड़ कर चली जाए.