गलती
जीवन में ज्यादातर गलतियां केवल इसलिए होती हैं कि जहां हमें विचार से काम लेना चाहिए वहां हम भावुक हो जाते हैं और जहां भावुकता की आवश्यकता होती है वहां विचारों को अपनाते हैं.
दुर्बलता
यद्यपि शहद की मक्खियां निर्बल होती हैं, फिर भी वे सब मिल कर मधु निकालने वाले के प्राण तक ले लेती हैं, वैसे ही निर्बल पुरुष भी इकट्ठे हो कर बलवान शत्रु को नष्ट कर सकते हैं.
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झूठ
जब कोई झूठ बोलता है तो वह यह नहीं जानता कि वह अपने ऊपर कितना बड़ा दायित्व लेने जा रहा है, क्योंकि एक बार बोले गए झूठ को निभाने के लिए उसे बीस बार और झूठ बोलना पड़ेगा.
घमंड
घमंडी आदमी का कोई मित्र नहीं होता. अमीरी में यह किसी को कुछ नहीं समझता और गरीबी में दूसरे उसे कुछ नहीं समझेंगे.
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जोश
हमारा लक्ष्य चाहे जोश हो, चाहे संयम-पहले में से हमें आग को और दूसरे में से ठंडेपन को निकाल देना चाहिए.