त्योहार के इस सीजन में सब से बड़ा बदलाव पैकेजिंग को ले कर हो रहा है. सरकार ने प्लास्टिक को प्रतिबंधित कर दिया है. इस वजह से पैकेजिंग में अब प्लास्टिक का प्रयोग पूरी तरह से बंद हो गया है.
अब लोग और्गेनिक गिफ्ट्स देना चाहते हैं. और्गेनिक गिफ्ट्स की सब से अधिक मांग है. और्गेनिक ग्रींस ऐंड बोटेनिकल नैचुरोपैथी की डायरैक्टर तेजस्विनी सिंह कहती हैं, ‘‘हमारे यहां फेस और हैल्थ के तमाम और्गेनिक प्रोडक्ट्स हैं जिन को लोग गिफ्ट्स में अपने दोस्त व रिश्तेदारों को देना पसंद करते हैं. ये प्रोडक्ट्स ऐसे होते हैं जिन का प्रयोग सुरक्षित होने के साथ ही साथ हमेशा किया जा सकता है.’’
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तेजस्विनी सिंह कहती हैं, ‘‘खाने में मिठाई, मेवे और नमकीन को उपहार में दिए जाने का पारंपरिक रिवाज है. गिफ्ट्स देते समय लोग कुछ अलग हट कर देना चाहते हैं जिस से लोग याद रखें और गिफ्ट्स उन के उपयोग का भी हो. और्गेनिक चाय काफी तादाद में लोग उपहार में देते हैं. यह अलगअलग फ्लेवर में आती है. इस की पैकिंग बेहद आकर्षक होती है. यह लकड़ी के बौक्स में पैक कर के दी जाती है. इस के साथ ही साथ और्गेनिक ब्यूटी सोप और क्रीम भी लोग उपहार में देते हैं. इस को लकड़ी के बौक्स के साथ जूट बैग में
भी पैक कर के दिया जाता है जो पर्यावरण के अनुकूल होता है. फैस्टिवल सीजन में पटाखों से होने वाले प्रदूषण से दीवाली का मजा किरकिरा न हो, इस वजह से और्गेनिक चीजों का अब ज्यादा प्रयोग किया जा रहा है.’’
खुशबू का और्गेनिक खजाना
फैस्टिवल में खुशबू और रोशनी का भी खूब प्रयोग किया जाता है. ऐसे में गिफ्ट्स के लिए सब से ज्यादा पसंद किए जाने वाले आइटम्स में खुशबूदार चीजों का प्रयोग काफी होने लगा है. इस को पसंद किए जाने की दूसरी सब से बड़ी वजह यह है कि इत्र और सुगंध जैसी चीजें बहुत ही सुंदर पैकिंग में होती हैं. पैकिंग में कांच के अलावा लकड़ी का प्रयोग होने से उपहार देखने में अच्छे लगते हैं. लोग ऐसे उपहारों को संभाल कर रखते हैं. ये लंबे समय तक खराब भी नहीं होते. ये महिला और पुरुष दोनों के उपयोग में आते हैं. उपहार देते समय पसंदनापसंद का बहुत खयाल नहीं रखना पड़ता. ये सभी को ही पसंद आ जाते हैं.
और्गेनिक खुशबू वाले गिफ्ट आइटम्स में नैचुरल इत्र और खुशबूदार रोशनी देने वाली कैंडिल को लोग खूब पसंद करते हैं. जिस तरह से गुलाल होली के त्योहार की पसंद होता है उसी तरह से दीवाली का उपहार तब तक पूरा नहीं होता जब तक कैंडिल उपहार में न दी जाएं. खुशबूदार रोशनी देने वाली कैंडिल और्गेनिक वैक्स वाली आने लगी हैं. अब ये भी प्लास्टिक की पैकिंग में नहीं आतीं. इन को भी जूट या पेपर पैकिंग में दिया जाता है.
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और्गेनिक खुशबूदार गिफ्ट आइटम्स में मसाज औयल का भी बड़ा नाम है. यह स्किनकेयर और हेयरकेयर वाले होते हैं. इस के साथ ही साथ छोटे बच्चों के उपहार के लायक बेबी केयर के औयल भी बहुत ही आकर्षक पैकिंग में होते हैं. द सौफी टौक की डायरैक्टर रिधिमा सिंह कहती हैं, ‘‘बच्चों के प्रयोग के औयल और सौप्स और्गेनिक बनने लगे हैं. इन को इस तरह से पैक किया जाता है कि लोगों को देखने में बहुत अच्छे लगें. सब से अच्छी बात यह होती है कि ये बहुत महंगे नहीं होते. ऐसे में ये हर बजट में फिट हो जाते हैं.’’
और्गेनिक हनी बड़े काम का
त्योहार में मिठाई का प्रयोग खूब ही होता है. मिठाई से डायबिटीज का खतरा अधिक होता है. ऐेसे में शुगर यानी चीनी का प्रयोग अब कम किया जाता है. मिठास के लिए नैचुरल शुगर में हनी सब से भरोसेमंद होता है. हनी यानी शहद को बनाने में भी कैमिकल चीनी का प्रयोग किया जाने लगा है जो सेहत के लिए नुकसानदेह है. ऐसे में लोगों को अब और्गेनिक हनी की तलाश होती है.
दीवाली के उपहार में और्गेनिक हनी का उपयोग किया जाने लगा है. यह उपहार भी लोगों को पसंद आता है. इस के जल्दी खराब होने का खतरा नहीं रहता. ऐसे में हनी को चाय के साथ प्रयोग कर सकते हैं. फैस्टिवल में बनने वाली मिठाइयों और खीर तक में हनी का प्रयोग होने लगा है.
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और्गेनिक ब्यूटी प्रोडक्ट्स
और्गेनिक गिफ्ट्स में सब से अधिक आइटम महिलाओं के प्रयोग वाले होते हैं. इन में क्रीम, स्किनकेयर और औयल होते हैं.
दीवाली गिफ्ट आइटम्स की पैकिंग करने वाली शालिनी श्रीवास्तव कहती हैं, ‘‘फैस्टिवल में महिलाओं को दिए जाने वाले आइटम्स सब से अधिक बिकते हैं. आज के दौर में कई तरह के कपड़े भी और्गेनिक कौटन से बनने लगे हैं. ये स्किन के लिए अधिक उपयोगी होते हैं. कई कंपनियां अब और्गेनिक कौटन के कपड़े भी बनाने लगी हैं. इस के अलावा दीवाली में रंगोली बनाने का खूब चलन है. रंगोली को बनाने में अब नैचुरल कलर का प्रयोग किया जाने लगा है. रंगोली बनाने के लिए बनेबनाए पैकिंग में सामग्री आती है.’’