हर कोई पढ़ने में एक जैसा नहीं होता. कोई बहुत बुद्धिमान होता है तो कोई कम, लेकिन ऐसा नहीं है कि जो अधिक बुद्धिमान है वो परीक्षा में भी अच्छे नंबरों से पास हो. कई बार ऐसे बच्चें बाजी मार जाते हैं जो पढ़ने में कमजोर होते हैं. इसके पीछे एक कारण है और वो है मानसिक तनाव. हर इंसान की तनाव झेलने की क्षमता अलग होती है. अगर कोई छात्र अधिक तनाव में रहेगा तो वो कभी भी एकाग्रता से परीक्षा की तैयारी नहीं कर पाएगा. परीक्षा में तनाव के कई कारण हो सकते हैं जैसे परीक्षा में आने वाले सवालों से असमंजस में पड़े रहना, परिवारजनों का व मित्रों की उम्मीद पर खरे उतरने का तनाव. सिलेबस पूरा नहीं हो पाना, नंबर कम आने से मनपसंद विषय ,कौलेज या नौकरी न मिल पाने का डर. तो जरूरी है अगर हमें अपने लक्ष्य पर विजय पानी है तो हमें पहले अपने अंदर के डर को खत्म करना होगा और अपनी सोच को नकारात्मकता से कोसों दूर रखना होगा. जरूरी है इन मह्त्वपूर्ण बातों पर पूरी तरह से ध्यान रखा जाए.
परीक्षा तनाव को कैसे करें दूर
परीक्षा के समय डर को नहीं मेहनत को रखें आगे. हर रोज के लिये टाइम टेबल बना लें और टाइम टेबल के अनुसार पढ़ाई करें परीक्षा के शेड्यूल के अनुसार पढ़ाई करे. अपनी दिनचर्या का पालन करें कब कितना पढ़ना है, उसकी सूची तैयार करें और हर हाल में उसे पूरी करें अगर आप अपने समय का बेहतर उपयोग करते हैं तो आपको विजय पाने से कोई नहीं रोक सकता. और आप तनाव मुक्त भी रहेंगे. समय प्रबंधक के रूप में काम करना आपको हर क्षेत्र में आगे रखेगा.
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