कब्ज है तो छोटा सा शब्द, लेकिन जिन लोगों को इस की शिकायत रहती है, वे बेहतर तरीके से जानते हैं कि यह किस तरह आप की लाइफ डिस्टर्ब करती है. पेट साफ न होने से शारीरिक परेशानियों के साथ कई स्किन प्रॉब्लम्स भी हो जाती हैं. ऐसे में आप को अपना खयाल रखने के लिए अपनी कुछ आदतों को बदलना होगा.  कुछ ऐसी आदतें होती हैं जिस की वजह से आप को कब्ज की परेशानी रहती है.

कब्ज की बात करें, तो आम कब्ज से ले कर गंभीर तरह की कब्ज की बीमारी इस में शामिल है. जैसे कभीकभार होने वाली कब्ज, क्रॉनिक कॉन्स्टिपेशन (कब्ज बहुत ज्यादा बढ़ जाने पर),  उम्र से संबंधित कब्ज. कब्ज में हमारी आंतें मल को छोड़ नहीं पाती हैं. कब्ज होने के मुख्य कारण हैं :

1 खानपान

खानपान में किसी भी तरह का बदलाव कब्ज का कारण बन सकता है, जैसे अचानक बहुत ज्यादा तैलीय खाना खाने या वजन घटाने के लिए खाने पर नियंत्रण करने की वजह से भी कब्ज हो जाता है. इस के अतिरिक्त यदि आप बहुत ज्यादा वसायुक्त चीजें पसंद करते हैं या शराब और कौफी पीते हैं तो भी कब्ज के शिकार हो सकते हैं.

2 कम पानी पीना 

कुछ लोग दिनभर बहुत कम पानी पीते हैं. उन का मानना है कि अगर दिन में दो गिलास पानी भी पी लें तो उन का काम चल जाएगा, लेकिन इस से हमारे पाचनतंत्र और शरीर की जरूरतें पूरी नहीं होती हैं. हमें पर्याप्त पानी यानी दिनभर में कम से कम 3-4 लिटर पानी जरूर पीना चाहिए.

3 व्यायाम

क्या आप रोजाना कसरत करते हैं? यदि रोजाना न सही तो सप्ताह में 4 दिन जरूर कसरत करें. इस से हमेशा आप का पाचनतंत्र सही रहेगा और आप कब्ज की समस्या से छुटकारा पा सकेंगे. शारीरिक व्यायाम के अभाव में हमारा मेटाबॉलिज्म खराब हो जाता है. मेटाबॉलिज्म के कमजोर पड़ते ही हमारी पाचनक्रिया गड़बड़ हो जाती है.

4 दवाएं

कई बार दवाओं के सेवन से भी कब्जियत हो जाती है. ज्यादातर मामले पेनकिलर्स की वजह से देखने को मिले हैं. कुछ विटामिन और आयरन की खुराक से भी यह समस्या हो जाती है. ऐसे में डाक्टर से राय ले कर आप इन दवाओं के साथ स्टूल सॉफ्टनर दवाएं ले सकते हैं.

उपचार

1 नीबू पानी

नीबू हमारे शरीर से विषाक्त पदार्थों को बाहर निकालने में मददगार साबित होता है. अगर आप को कभी कब्ज हो जाए तो एक गिलास गरम पानी में एक नीबू का रस और शहद मिला कर पीएं. इस से आप को आराम मिलेगा.

2 दूध और दही

कब्ज की समस्या को दूर करने के लिए पेट में अच्छे बैक्टीरिया का होना भी बहुत जरूरी है. सादे दही से आप को प्रोबायोटिक मिलेगा, इसलिए दिन में 1-2 कप दही जरूर खाएं. इस के अलावा यदि आप को बहुत परेशान हैं तो एक गिलास दूध में एक से दो चम्मच घी मिला कर रात को सोते समय पिएं, लाभ होगा.

3. आयुर्वेद 

सोने से पहले 2 या 3 त्रिफला टैबलेट गरम पानी के साथ लें. त्रिफला हरड़, बहेड़ा और आंवले से बना होता है. ये तीनों पेट के लिए काफी लाभकारी होते हैं. त्रिफला रात में अपना काम शुरू कर देता है.

4 खाने में फाइबर का इस्तेमाल करें

एक दिन में एक महिला को औसतन 25 ग्राम फाइबर की जरूरत होती है, वहीं एक पुरुष को 30 से 35 ग्राम फाइबर की आवश्यकता होती है. अपने पाचनतंत्र को दोबारा ट्रैक पर लाने के लिए आप को यह सुनिश्चित करना होगा कि आप हर दिन अपनी जरूरत के अनुसार फाइबर की खुराक लेते रहें.

और कहानियां पढ़ने के लिए क्लिक करें...