मल्टीक्रौप थ्रेशर एक ऐसा कृषि यंत्र है, जिस से फसल तैयार होने के बाद अनाज व भूसा अलग किया जाता है. अलगअलग फसलों के अनुसार अनेक तरह के थ्रेशर हैं. इस यंत्र से अनेक तरह की फसलों की थ्रेशिंग का काम किया जाता है. मध्यम दर्जे के किसानों के लिए यह बहुत ही काम आने वाली मशीन है, जिसे सालों तक अनेक फसलों के लिए काम में लिया जा सकता है.

अनेक कृषि यंत्र निर्माता ऐसे थ्रेशर बना रहे हैं, जिसे मल्टीक्रौप थ्रेशर कहा गया है, जो एक ही थ्रेशर यंत्र द्वारा अलग तरह की फसलों के लिए काम करता है. इस मशीन की मदद से गेहूं, सरसों, सोयाबीन, तुअर, बाजरा, मक्का, जीरा, चना, ग्वार, ज्वार, मूंग, मोठ,  मसूर, राई, अरहर जैसी अनेक फसलों की गहाई की जा सकती है.

यह थ्रेशर मशीन कम समय और कम लागत में फसल से दाने को अलग करती है और अवशेष का भूसा बनाती है.

इस यंत्र से किसान अपने काम के अलावा अन्य आसपास के किसानों को किराए पर चला कर भी अच्छी आमदनी करते हैं. इस यंत्र में पहिए लगे होते हैं. ट्रैक्टर के द्वारा इसे एक खेत से दूसरे खेत पर लाया व ले जाया भी जा सकता है.

थ्रेशर एक ऐसा यंत्र है, जो काफी समय से चलन में है, लेकिन समय के साथसाथ इस में कई बदलाव हुए हैं. सामान्य थ्रेशर से मल्टीक्रौप थ्रेशर तक पहुंचे. हालांकि कम कीमत में सामान्य थ्रेशर भी उपलब्ध हैं,  जिन से सीमित फसल के काम कर सकते हैं.

बाजार में कई कंपनियों के अनेक प्रकार के थ्रेशर उपलब्ध हैं. किसान को अपनी लागत और जरूरत के हिसाब से थ्रेशर खरीदना चाहिए. किसानों को आईएसआई मार्का के थ्रेशर को प्राथमिकता देनी चाहिए, क्योंकि ये निर्धारित मापदंडों के अनुसार बने होते हैं और इन के पार्ट्स भी बढि़या क्वालिटी के होते हैं.

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