अब किसान जागरूक हो रहे हैं. वे सरकार और समाज द्वारा चलाई जा रही हर सहूलियत का फायदा उठा कर उन्हें खेतीकिसानी में इस्तेमाल कर रहे हैं और खेती के मुनाफे को बढ़ा रहे हैं. मिलते हैं एक ऐसे ही किसान बीजेंद्र कुमार सिंह से. पानीपत के रहने वाले बीजेंद्र कुमार कुछ समय पहले तक साधारण किसान ही थे. वे सब्जी की खेती करते और सब्जी को पास की मंडी में जो भी दाम मिलता बेच आते. इस से बीजेंद्र का बस दो समय की रोटी का ही जुगाड़ हो पाता था. खेती से भी तरक्की की जा सकती है या उस से भी सुखसुविधाएं जुटाई जा सकती हैं, वे नहीं जानते थे. कुछ समय पहले उन का संपर्क किसानों को बाजार से जोड़ने और उन्हें उन के उत्पादों के सही दाम दिलाने का काम कर रही एक कंपनी ‘क्रोफार्म’ से हुआ.
‘क्रोफार्म’ के संपर्क में आने पर बीजेंद्र ने अपने साथी किसानों को इकट्ठा किया और एक संस्था बनाई. इस संस्था को उन्होंने ‘द न्यू पानीपत कोआपरेटिव वेजीटेबल एंड फ्रूट ग्रोअर मार्केटिंग सोसायटी’ नाम दिया. ‘क्रोफार्म’ के सीईओ एवं सहायक संस्थापक वरुण खुराना ने बताया कि किसान पैदावार तो खूब कर रहे हैं, लेकिन उन्हें उन की पैदावार का सही दाम नहीं मिल रहा है, जबकि उपभोक्ता महंगे दामों में किसानों के उत्पादों को खरीद रहे हैं. कृषि के क्षेत्र में उत्पादक और उपभोक्ता के बीच की कडि़यों को कम कर के ‘क्रोफार्म’ किसान और उपभोक्ता, दोनों को ही फायदा पहुंचा सकती है. वरुण के मुताबिक उन की कंपनी का मकसद किसानों को उन के उत्पादों का सही मूल्य दिलाना, उत्पादों को खराब होने से बचा कर उस का भरपूर इस्तेमाल करना, किसानों को उन के उत्पादों को बिकवाने में मदद करना और उपभोक्ताओं को सही दाम में सही चीज पहुंचाना है.
‘क्रोफार्म’ किसानों से उन के उत्पाद खरीद कर बड़ीबड़ी रिटेल कंपनियों जैसे रिलायंस, मैट्रो, बिग बाजार, बिग बास्केट, फ्रूट वर्क्स आदि के साथसाथ स्थानीय बाजार में पहुंचाती है. इस काम के लिए कंपनी ने देशभर में 10000 से भी ज्यादा किसानों के साथ करार किया हुआ है. वरुण बताते हैं कि उन्होंने अपने सभी किसानों को मोबाइल फोन नेटवर्क के साथ जोड़ा हुआ है. सभी किसानों के पास विभिन्न उत्पादों के अलगअलग मंडियों के दाम भेज दिए जाते हैं और मंडी भाव के आधार पर ही गांव में ही किसानों को उन के उत्पाद के भाव दे दिए जाते हैं. इस से किसान को अपने सामान को मंडी तक ले जाने की परेशानी भी नहीं उठानी पड़ती. उन्हें घर बैठे ही मंडी के हिसाब से दाम मिल जाते हैं. उन्होंने बताया कि कंपनी ने इलाके के अनुसार खरीद केंद्र बनाए हुए हैं. खरीद केंद्र गांवों में या गांव के नजदीक ही बनाए गए हैं, ताकि किसानों को वहां तक अपना सामान लाने में कोई परेशानी न हो. कंपनी ने अभी तक मुंबई, बेंगलूरू, पुणे, हैदराबाद, जयपुर, दिल्ली और पानीपत के किसानों के साथ संपर्क बनाया है. वरुण बताते हैं कि उन की कंपनी 1 लाख किसानों तक अपनी पहुंच बनाने के लक्ष्य पर काम कर रही है. जल्दी ही इस आंकड़े को हासिल कर लिया जाएगा.
‘क्रोफार्म’ से जुड़ने या इस के बारे में ज्यादा जानकारी के लिए किसान इन नंबरों पर संपर्क कर सकते हैं: नितिन धाकड़ (दिल्ली और आसपास) 7291998117, किशोर अंबरे (महाराष्ट्र) 8108029029, महानतेश (कर्नाटक) 8123436910.
– वरुण खुराना