सुनसान सडक पर खडी अकेली लड़की को देखकर अच्छेअच्छे लोगों का दिल मचल जाता है. ऐसे लोग सावधान हो जायें. अकेली लड़की से मौजमस्ती करने की यह इच्छा आप पर भारी पड सकती है. ऐसी चाहत रखने वाले अपराधी गिरोह का शिकार हो सकते हैं. अपराधियों के साथ मिलकर लडकियां तो ऐसी साजिश रचती ही रहती हैं, अब लड़के भी इसका हिस्सा होने लगे है.
लड़के लड़कियों का लिबास पहन कर सूनसान सडक, पार्क, रेलवे स्टेशन पर देर रात खडे हो जाते हैं. इनको खडा देखकर राह चलते मनचले लोग सोचते हैं कि यह लड़की है और इनका लाभ उठाया जा सकता है. वह लड़की का लिबास पहने लड़के के झांसें में आ जाते हैं. लड़की बना लड़का सेक्स करने के लिये भी उकसाता है. जैसे ही उसे लेकर एंकात में पहुंच जाता है, वह उसको लूट लेता है. कई बार लड़की का लिबास पहने लड़की बने गिरोह में एक के अलावा ज्यादा लोग भी शामिल होते हैं.
अपराधी गिरोह इस काम के लिये ऐसे लडकों का चुनाव करते है जो बोलचाल और देखने सुनने में मेकअप के बाद किसी सुदंर लड़की की तरह दिखते हैं. इसके बाद इनको एक कमरे में लड़की का लिबास पहनने और मेकअप करने के लिये समय दिया जाता है. एक से दो घंटे की मेहनत के बाद मेकअप करके जब यह लोग बाहर निकलते है तो किसी लड़की की ही तरह दिखते है. एक गिरोह में 4 से 5 लोग होते हैं. लड़की बने लड़के के साथ दूर गिरोह के दूसरे सदस्य भी खडे रहते हैं, जिससे जरूरत पडने पर वह इसकी मदद कर सके. जब लड़की बना लड़का लूटने के लिये शिकार को एकांत जगह लेकर जाता है, तब गिरोह के बाकी लोग भी वहां आ जाते हैं. ऐसे में यह लोग अपने शिकार पर पूरी तरह से कब्जा करके उसे लूट लेते हैं. वह शिकायत लेकर पुलिस के पास न जाये इसकी धमकी भी देते हैं.
उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में इस तरह के कई गिरोह लूटपाट करने में लगे थे. इस बात की तमाम बार शिकायत भी हुई. कई बार कुछ लोग पकडे भी गये. इसके बाद भी यह सिलसिला रूका नही. सामाजिक संगठन ‘पावर विंग’ को इस तरह की कई शिकायते मिल रही थी. ‘पावर विंग’ की महिला सदस्यों ने इस गिरोह को रंगे हाथ पकडने का प्लान बनाया. जब यह लोग सूनसान जगह पहुंचे, तो लड़की के लिबास पहने लड़का आया और इनको समझाने लगा. पूरी बात समझ कर जब यह लोग उसके साथ एंकात में गये, तो वहां दूसरे लोग भी आ गये और लूटपाट करने की कोशिश शुरू की. ‘पावर विंग’ के बाकी सदस्यों ने इन को पकडा. पकडे गये नीतीश और आकाश ने पहले ‘पावर विंग’ के लोगों को धमकाने की कोशिश की.
जब मामला एसएसपी मंजिल सैनी की जानकारी में आया तो उनकी पहल पर नकली लिबास पहने लोगों पर मुकदमा कायम हुआ. सामाजिक संगठन ‘पावर विंग’ ने कहा कि हम अपराध के खिलाफ एक मुहिम चला रहे है. इस बीच यह पता चला कि लड़की का लिबास पहने लड़के अपराधिक घटनाओं को अंजाम देने का काम कर रहे हैं, तब हमने यह पर्दाफाश किया.