छत्तीसगढ़ में बेमेतरा जिला मुख्यालय से महज 3 किलोमीटर दूर बीजाभाट गांव की रहने वाली माधुरी सरकारी स्कूल में टीचर थी. बात साल 2019 की है. कोरोना के चलते स्कूल बंद था. मार्च महीने से ही घर में पड़ीपड़ी ऊब गई थी. बच्चों की औनलाइन क्लासेज लेने के सिलसिले में वह स्मार्टफोन और इंटरनेट फ्रैंडली हो गई थी.
खाली समय में मोबाइल पर ही औनलाइन शौपिंग, फैशनेबल कपड़े, खानेपीने की रेसिपी या दूसरे वायरल वीडियो देख कर मन बहला लिया करती थी. इस दौरान जब भी मेट्रोमोनियल साइटों के विज्ञापन आते तो उस का ध्यान उन की ओर चला जाता था.
32 साल की उम्र हो चुकी थी. वह अविवाहित थी. इस की चिंता जितनी उस के बेहद बुजुर्ग हो चुके मातापिता और भाईभाभी को सता रही थी, उस से अधिक अपने जीवनसाथी के लिए वह खुद चिंतित थी. उस ने टीचर बन कर अपना करियर तो बना लिया था, लेकिन ब्याह नहीं हो पाया था और उम्र काफी तेजी से निकलती जा रही.
घरपरिवार और गांव के लोग अकसर टोक देते थे, ‘‘अरे माधुरी, कुछ अपनी जिंदगी के बारे में भी सोच लिया करो. बच्चों के भविष्य की चिंता करती हो, अपने भविष्य पर भी ध्यान दो.’’
कई लोग तो मातापिता और परिवार को ले कर ऐसा कमेंट कर देते थे कि माधुरी का मनमिजाज कड़वा हो जाता था. इसी बीच साथ काम करने वाली कुछ दोस्तों ने सलाह दी, ‘‘अगर पैरेंट्स उस के लिए योग्य वर नहीं तलाश पा रहे हैं, तो इस के लिए उसे खुद कोशिश करनी चाहिए. मेट्रोमोनियल साइटों पर अपनी पसंद का जीवनसाथी तलाश कर शादी कर लेनी चाहिए.’’
यही सोच कर माधुरी ने जीवनसाथी डौटकाम पर मेल आईडी रजिस्टर कर दिया था. इस के बाद आए दिन उस के मेल पर लड़कों के शादी के प्रस्ताव आने लगे थे.
उम्र अधिक होने के कारण मनपसंद प्रस्ताव नहीं मिल पा रहा था. अधिकतर प्रस्ताव विधुर के ही थे, जिन की उम्र का अंतर भी काफी अधिक था. कुछ जाति और अलग धर्म के होने के कारण उस ओर ध्यान नहीं देती थी.
सितंबर, 2019 में एक प्रस्ताव 2 दिन के गैप पर लगातार आया. हर बार मेल में काफी बोल्ड में लिखा होता था, ‘मेरा नाम राजेश विश्वकर्मा है. मेरा डेट औफ बर्थ 1985 का है. मुझे शराब से सख्त नफरत है. मैं डाइवोर्सी भी हूं. मैं बिल्डर हूं, जहां मेरी सालाना आय एक करोड़ से ज्यादा है.’
इस प्रोफाइल के साथ लड़के की तसवीर में पर्सनैलिटी देख कर माधुरी एक नजर में ही उस पर फिदा हो गई. अभी तक आए प्रस्तावों में एक यही था, जो उस की उम्र से मेल खाने वाला था. उस ने इस बारे में अपने परिवार के लोगों से बात कर मेल का जवाब दे दिया.
अपनी कुछ शर्तों के साथ पूरे परिवार की तसवीर पोस्ट कर दी. उस ने अपने पोस्ट में लिखा कि उस के घर वाले शादी में साधारण खर्च कर पाएंगे. दहेज की कोई राशि नहीं देंगे. मेरी सरकारी नौकरी है. इसे ही दहेज समझ लें.
राजेश माधुरी के सारे प्रस्ताव को मानते हुए सादगी के साथ कम से कम अतिथियों की उपस्थिति में शादी करने को राजी हो गया. किंतु इस से पहले उस ने परिवार समेत उस से मुलाकात करने की इच्छा जताई.
माधुरी तैयार हो गई और अपने मातापिता को ले कर राजेश से मिलने के लिए सितंबर 2019 में इंदौर चली गई. वहां राजेश ने उन की खूब आवभगत की और लगे हाथों अगले महीने अक्तूबर माह में शादी की 24 तारीख भी तय कर दी.
शादी की जगह रायपुर रखी गई. राजेश ने शादी का पूरा खर्च उठाने का जिम्मा अपने सिर ले लिया. लड़की की शादी की शुरुआती रस्में छत्तीसगढ़ में करने के बाद केवल अपने जरूरत के सामान और कपड़े के साथ आने को कहा. सब कुछ निर्धारित कार्यक्रम के अनुसार चल रहा था.
रायपुर के होटल में 24 तारीख को माधुरी की फैमिली के सारे लोग शादी में मौजूद थे. जबकि राजेश के परिवार की तरफ से कोई नहीं आया था. उस की ओर से उस के 4-5 दोस्त और 2-3 नौकरचाकर थे. बाकी सारा इंतजाम होटल वालों ने इवेंट मैनेजमेंट कंपनी के द्वारा करवाया था.
माधुरी के घर वालों को यह बात अटपटी लगी कि राजेश की फैमिली से कोई नहीं था. उन्होंने इस पर सवाल किया, तब राजेश ने बताया कि वह यह शादी अपनी फैमिली वालों की मरजी के खिलाफ कर रहा है. वे उस की शादी कहीं और करना चाहते थे, वह इस के लिए तैयार नहीं था. इस कारण फैमिली के लोग शादी में नहीं आए. दूसरा कारण कोरोना को ले कर भी अधिकतर लोग शादीब्याह के फंक्शन में जाने से बचना चाहते हैं.
भव्य शादी समारोह देख कर और राजेश की बातों पर विश्वास करते हुए माधुरी के परिवार वाले कोई ज्यादा ऐतराज नहीं कर पाए. शादी अच्छी तरह संपन्न हो गई. उस के अगले दिन राजेश नवविवाहिता माधुरी को ले कर इंदौर चला आया. जबकि उस की फैमिली वाले छत्तीसगढ़ लौट गए.
शादी के बाद माधुरी सुखद वैवाहिक जीवन के सपने बुनती हुई राजेश के साथ इंदौर चली आई. वहां दोनों 4 दिनों तक एक होटल में ठहरे. इन 4 दिनों में ही माधुरी को सैक्सअुल लाइफ को ले कर सपने दरकने का अहसास हो गया था.
उसे राजेश की कुछ आदतें पसंद नहीं आई थीं, जिसे उस ने नजरंदाज करने की कोशिश की, लेकिन दिमाग में मैरिटल रेप का कीड़ा कुलबुलाने लगा था. उस के बाद माधुरी मांगलिया इलाके में स्थित युवराज फार्महाउस में रहने चली गई थी.
माधुरी शादी के लंबे अंतराल के बाद 15 जनवरी, 2022 को इंदौर के क्षिप्रा थाने में थी. वह थानाप्रभारी के सामने अपने और पूरे परिवार के प्राणों की रक्षा की गुहार कर रही थी. हालांकि इस की शिकायत वह छत्तीगढ़ के बेमेतरा में भी कर चुकी थी, लेकिन उसे अपनी व फैमिली की सुरक्षा की बेहद चिंता थी.
वहां उस ने अपनी शिकायत में लिखवाया था कि उस के पति के दोस्त विपिन उसे और उस के परिवार को जान से मारने की धमकी दे रहे हैं. उस के साथ एक और गुंडा भी धमकाने आया था. दोनों पति राजेश के भेजे हुए थे.
माधुरी ने पुलिस से यह भी शिकायत की कि वह 16 सितंबर, 2021 को किसी तरह से अपनी जान बचा कर वह इंदौर से छत्तीसगढ़ में अपने मातापिता के पास लौट पाई थी. कारण राजेश के साथ विवाह करना उस के लिए एक बेहद डरावना और भयावह बन चुका था.
माधुरी का वैवाहिक जीवन पूरी तरह नर्कमय हो चुका था. आए दिन पति के दोस्त उस का बलात्कार करते थे. कई बार गैंगरेप भी किया गया था. इस कारण उस ने आत्महत्या तक करने का मन बना लिया था. लेकिन राजेश ने जब उसे और उस के घर वालों को मारने के लिए गुंडे घर भेजे, तब वह हिम्मत जुटा कर पुलिस में शिकायत करने इंदौर आई है.
इसी के साथ माधुरी ने यह भी कहा कि जब तक राजेश के खिलाफ काररवाई नहीं होती, वह पकड़ा नहीं जाता, तब तक थाने में ही बैठी रहेगी.
विवाहिता माधुरी के पति द्वारा गैंगरेप करवाए जाने की शिकायत सुन कर थानाप्रभारी के कान खड़े हो गए. उन्होंने माधुरी से उस की वह दास्तान विस्तार से सुनते हुए रिकौर्ड कर ली, जिसे उस ने बीते 2 सालों में भोगा. फिर राजेश और उस के साथियों के खिलाफ एफआइआर दर्ज कर ली.
थानाप्रभारी ने माधुरी को पूरी तरह से उस की सुरक्षा का वादा करते हुए राजेश के खिलाफ तुरंत काररवाई शुरू करने का आश्वासन दे कर घर जाने को कहा.
इतना ही नहीं, पुलिस ने इस मामले में आरोपियों के खिलाफ अगले रोज ही काररवाई की तैयारी पूरी भी कर ली. इस से पहले क्षिप्रा थाने की पुलिस ने उस के द्वारा बेमेतरा थाने में दर्ज करवाई गई शिकायत के बारे में मालूम किया. राजेश के पुराने पुलिस रिकौर्ड निकलवाए गए. उस का अध्ययन करते हुए पुलिस चौंक गई.
चौंकने की एक वजह राजेश का पुराना आपराधिक रिकौर्ड था. न केवल उस के, बल्कि उस के फार्महाउस के खिलाफ भी कई शिकायतें पहले से ही दर्ज थीं. फिर क्या था, जांच की प्रक्रिया का सिलसिला चल पड़ा.
पुलिस रिकौर्ड में राजेश विश्वकर्मा बिल्डर था और वह उसी फार्महाउस का मालिक था, जहां शादी के बाद माधुरी ने करीब 2 साल गुजारे थे. पुलिस ने माधुरी की शिकायत के मुताबिक राजेश के अलावा उस के 3 दोस्तों और 1 नौकर पर भी एफआईआर दर्ज कर ली.
हालांकि राजेश के एक दोस्त विपिन भदौरिया को बेमेतरा (छत्तीसगढ़) पुलिस पहले ही गिरफ्तार कर चुकी थी. उस पर 2 दरजन से ज्यादा केस बेमेतरा और दूसरे थानों में दर्ज बताए गए. उसे बेमेतरा की हाउसिंग बोर्ड कालोनी से पकड़ा गया था.
इधर इंदौर पुलिस ने राजेश को भी उस के फार्महाउस से हिरासत में ले लिया. उस के साथ नौकर अंकेश बघेल भी पकड़ा गया. अगले रोज जब थाने में उस का सामना माधुरी से हुआ, तब वह समझ गया कि वह यह सब किस का कियाकराया है. चूंकि उस पर पत्नी पर जुल्म ढाने, अननैचुरल सैक्स, रेप आदि करने के आरोप लगाए गए थे, इस कारण उस की गिरफ्तारी गैरजमानती थी.
यही नहीं, पुलिस को इंदौर के मांगलिया इलाके में बने युवराज फार्महाउस के खिलाफ भी कई बातें मालूम हो चुकी थीं. उस लिहाज से फार्महाउस में जमीन कब्जा, नशाखोरी, अय्याशी के लिए न्यूड डांस पार्टी से ले कर वहां होने वाले कई अनैतिक काम शामिल थे.
उसी फार्महाउस आनेजाने वालों में राजेश के खास दोस्तों में अंकेश बघेल, विवेक विश्वकर्मा और विपिन भदौरिया भी थे. माधुरी सभी की परिचित ही नहीं, उन के यौनाचार की शिकार भी हो चुकी थी. सभी ने उस के साथ कई बार रेप किया किया था. उधर छत्तीसगढ़ पुलिस ने भी राजेश विश्वकर्मा, आनंद साहनी, सिद्दीक को आरोपी बना लिया था.
छत्तीसगढ़ पुलिस के मुताबिक मुख्य आरोपी राजेश विश्वकर्मा ने विपिन भदौरिया, आनंद साहनी, सिद्दीक को बेमेतरा में पीडि़ता की हत्या के लिए भेजा था. तीनों पहचान छिपा कर कुछ दिनों तक सबेरा लौज में पान मसाला के एजेंट बन कर ठहरे हुए थे.
विपिन भदौरिया आगरा जिले में जैतपुर स्थित प्रकाश नगर का रहने वाला है. उस पर करीब एक दरजन आपराधिक मामले दर्ज हैं. यही नहीं विपिन हथियारों का भी शौकीन बताया गया. उस ने अपनी फेसबुक प्रोफाइल पर बंदूक थामे हुए फोटो लगा रखा है. यहां तक कि विपिन के पिता दिनेश पर भी एक दरजन आपराधिक मामले दर्ज हैं.
इंदौर पुलिस द्वारा दर्ज गैंगरेप के इस मामले के चारों आरोपी मूलत: नागदा के रहने वाले हैं. उन में मुख्य आरोपी राजेश विश्वकर्मा के पिता जगदीश विश्वकर्मा का नागदा में इंजीनियरिंग वर्क्स का अच्छाखासा कारोबार स्थापित है.
राजेश के बारे में जुटाई गई जानकारी के अनुसार वह शुरू से आपराधिक गतिविधियों में लिप्त रहा है. इस कारण उस के पिता ने कभी भी उसे पसंद नहीं किया.
यहां तक कि ऊब कर उन्होंने साल 2018 में उसे घर से निकाल दिया था. उस के बाद से उस ने अपना रहने का ठिकाना इंदौर में बना लिया था. वहीं उस की दोस्ती अंकेश बघेल, विपिन भदौरिया और विवेक विश्वकर्मा से हुई थी.
सभी आरोपियों के खिलाफ दुष्कर्म की धाराओं 376 (2जी), 376 (2एन) सहित धारा 377, 323, 594, 206 व 25 आर्म्स एक्ट के तहत प्रकरण दर्ज किया गया. इस मामले में गिरफ्त में आए चारों आरोपी नागदा के रहने वाले हैं.
राजेश की गिरफ्तारी के बाद पुलिस ने उस के युवराज नाम से मशहूर फार्महाउस में गहन छानबीन की गई. कुल एक लाख वर्गफीट पर बने युवराज फार्महाउस के 27 हजार वर्गफीट पर निर्माण किया गया था. यह राजेश का एक ऐशगाह बना हुआ था.
बड़े अधिकारियों से उस के अवैध कब्जे को ढहाने के आदेश भी ले लिए गए. कलेक्टर मनीष सिंह ने फार्महाउस को ढहाने के आदेश दिए थे, हालांकि उसे ढहाना कोई आसान काम नहीं था. इस के लिए नगर निगम ने 4 से ज्यादा जेसीबी और बुलडोजर लगा कर फार्महाउस को ढहाया.
एसडीएम रविश श्रीवास्तव और एसडीओपी पंकज दीक्षित की मौजूदगी में 16 जनवरी की दोपहर सवा बजे काररवाई शुरू हुई थी. मौके पर सुबह से ही प्रशासन, निगम और पुलिस की टीमें जुट गई थीं. काररवाई से पहले जिला प्रशासन और पुलिस अफसरों ने मुआयना किया. इस के लिए भारी पुलिस बल लगाया गया.
सब से पहले अंदर से सारा सामान बाहर किया गया. बुलडोजर से बाउंड्रीवाल गिरा दी गई. उस के बाद अंदर के हिस्से को ढहाया गया. इस बीच मुख्य आरोपी राजेश को सांवेर तहसील जेएमएफसी कोर्ट में पेश किया गया, जहां से उसे न्यायिक हिरासत पर भेजा गया.
पुलिस को फार्महाउस से राजेश के अय्याशी के कई सामान मिले, उन में महंगी शराब की बोतलें और सैक्स टौय तक थे. फार्महाउस में बार काटेज बना रखा था. घूमने के लिए छोटी ट्रैवल गाड़ी और औडी जैसी लग्जीरियस कार तक उस के पास थीं. फार्महाउस से आर्टिफिशियल हथियार भी मिले, जो चाइना के बने थे. उन में आर्टिफिशियल चाकू और कुल्हाड़ी सेट समेत दूसरे सामान थे. वहां लगे सीसीटीवी कैमरे और डीवीआर भी जब्त कर लिए गए. लाखों रुपए खर्च कर इस फार्महाउस का निर्माण गलत तरीके से कराया गया था. साथ ही इंटीरियर पर भी काफी पैसे खर्च किए थे.
पुलिस और निगम के वरिष्ठ अधिकारियों ने फार्महाउस के दस्तावेजों की जांच कराई. बताते हैं कि यह सब उस ने अपनी पुश्तैनी जमीन बेच कर बनाया था. उस की कीमत कीमत 50 करोड़ से भी अधिक आंकी गई.
फार्महाउस के नजदीक एक जमीन का टुकड़ा उस ने कुछ साल पहले करोड़ों में बेचा था. वह रंगीनमिजाजी और अय्याशी के शौक पूरे किया करता था. राजेश का एक बड़ा भाई भी है, जो पिता का बिजनैस संभालता है.
मैं दुआ करती हूं कि किसी औरत को राजेश जैसा पति न मिले. यह कामना उस औरत की है, जिस ने शारीरिक और मानसिक उत्पीड़न से भी बेहाल बनी जिंदगी का सामना किया.
दरअसल, माधुरी ने जब बिल्डर पति से शादी रचा कर दांपत्य जीवन यात्रा शुरू की, तब उस ने व्यक्तिगत, पारिवारिक और सामाजिक तौर पर कई सपने बुने थे.
हालांकि उस की बेमेल शादी हो गई थी. पति तलाकशुदा था और उम्र में उस से 13-14 साल बड़ा भी था. जीवनसाथी डौटकाम पर उस ने अपनी उम्र 1974 के बजाय 1985 बताई थी. विवाह नहीं हो पाने के मानसिक दबाव के चलते माधुरी ने राजेश की मक्कारी पर ध्यान नहीं दिया था. उस के द्वारा बताई जन्म की तारीख की कोई तहकीकात तक नहीं की.
इस बारे में माधुरी द्वारा थाने में दर्ज करवाई गई शिकायत में लिखवाया कि वह छत्तीसगढ़ में सरकारी स्कूल में टीचर थी. साल 2019 में जीवनसाथी डौटकाम पर राजेश विश्वकर्मा का प्रपोजल आया था. अपनी प्रोफाइल में उस ने डेट औफ बर्थ 1985 लिखी थी, जोकि असल में 1974 है. उस ने खुद को डाइवोर्सी, नौन ड्रिंकर बताया और इनकम एक करोड़ से ज्यादा बताई थी.
माधुरी ने बताया कि उसे यह प्रस्ताव पसंद आ गया तो 24 अक्तूबर, 2019 को दोनों की रायपुर के होटल में शादी हो गई. इस शादी में माधुरी की फैमिली के सारे लोग मौजूद थे. राजेश की फैमिली से कोई नहीं आया था.
माधुरी के घर वालों ने इस पर ऐतराज किया, पर बात इज्जत की थी. इसलिए चुप हो गए. शादी के बाद इंदौर के एक होटल में माधुरी को 4 दिन ठहराया. इस के बाद राजेश अपने फार्महाउस ले गया.
माधुरी ने शादी के बाद एक छोटे से घर में परिवार के सदस्यों के बीच रहने के सपने देखे थे. किंतु फार्महाउस का माहौल उस से बिल्कुल ही उलट था. युवराज फार्महाउस में शुरुआती 5 दिन उसे कमरे में बंद कर रखा गया. उस से कहा कि परिवार के लोग शादी से नाराज हैं.
शादी के 15 दिन तक राजेश ठीक रहा, इस के बाद शुरू हुआ माधुरी के उत्पीड़न का दौर. माधुरी के पास मोबाइल नहीं था. अपने मोबाइल से सामने बैठा कर वह बात कराता था. काल रिकौर्डिंग पर होती थी. फार्महाउस में न्यूड पार्टियां हुआ करती थीं. नौकर निगरानी करते थे.
राजेश माधुरी को पोर्न मूवी दिखा कर उसी तरह रिलेशन बनाने के लिए कहता था. अननैचुरल सैक्स करता था. मना करने पर टौर्चर करता. फार्महाउस पर उसे बिना कपड़ों के या अंडरगारमेंट में अधनंगे रखने लगा.
सर्दी के समय में भी उसे ठिठुरते हुए या फिर बैडशीट या तौलिया लपेट कर रहना पड़ा था. नौकर को कह कर उस के कपड़े छिपा दिए. उस के बाद से उस का माधुरी के प्रति नजरिया बदल गया. नौकर भी उस के साथ गलत हरकतें करने लगा.
राजेश विपिन से उस पर ठंडा पानी डलवाता और दोस्तों के सामने बिना कपड़ों के डांस करवाता था. वे सारे कुरसी पर सिगरेट के कश लगाते हुए उसे घूरते रहते थे.
डांस के बाद सभी उस के साथ रेप करते थे. सिगरेट से प्राइवेट और बौडी के दूसरे पार्ट दागते थे. दांतों से काटते थे. उस ने इस के वीडियो भी बना रखे थे.
माधुरी ने पुलिस को बताया कि उसे आशंका है कि उस ने उस के न्यूड डांस और सैक्सुअल हैरसमेंट का वीडियो पोर्न साइटों पर डाल दिया हो. एक बार वह सिगरेट से दागने पर काफी जख्मी भी हो गई थी.
यह सब करीब 2 सालों तक चलता रहा. उसे वे लोग फार्महाउस से बाहर निकलने नहीं देते थे. एकदो बार बाहर जाना भी हुआ तो नौकरों और दोस्तों के साथ ही गई. उन दिनों उस की सेहत भी खराब हो गई थी.
16 सितंबर, 2021 को वह वहां से किसी तरह से निकल भागने में सफल हो गई. फिर सीधी छत्तीसगढ़ लौट गई. घर आ कर वह आत्मग्लानि से भर गई थी. उसे अपने मांबाबूजी से नजर मिलाने में भी शर्म आती थी. वह एकदम गुमसुम हो गई थी. सोचा कि नौकरी जौइन कर लूं, लेकिन घर से निकलने की हिम्मत नहीं हो रही थी. आत्महत्या का मन बना चुकी थी.
तभी राजेश ने एक दिन उस के पास अपने 2 गुंडे भेज दिए. वे घर आ कर उस से साथ चलने की जिद करने लगे. जब माधुरी ने उन के साथ जाने से मना कर दिया तो वे उसे और उस के घर वालों को जान से मारने की धमकी दे कर चले गए. यह बात घर वालों को नहीं मालूम थी.
किंतु जब बात परिवार पर आई, तब माधुरी ने हिम्मत जुटा कर पहले छत्तीसगढ़ में अपनी जान की सुरक्षा के साथ राजेश और उस के दोस्तों के खिलाफ शिकायत दर्ज करवाई. संयोग से दोनों गुंडे तुरंत पकड़े गए. उस के बाद माधुरी ने हिम्मत कर इंदौर आ कर थाने में शिकायत की.
राजेश के दिमाग में अय्याशी और अनैतिकता लबालब भरी हुई थी. खुराफाती मानसिकता वाले राजेश के तार सैक्स रैकेट से भी जुड़े थे. वह कहीं न कहीं मानव तसकरी से जुड़ा हुआ था, जिस के लिए सैक्स के अलगअलग तरीके अपनाया करता था. यह सब करने के लिए उस ने मेट्रोमोनियल साइट का इस्तेमाल भी किया. उस पर फरजी प्रोफाइल दे कर लड़की को शादी के जाल में फांस लेता था.
बताया जाता है कि शहर के 3 बड़े होटल में आने वाले फारेन एस्कौर्ट के ट्रैवल टिकट राजेश अपने दोस्त से बुक करवाता था. एस्कौर्ट की लड़कियों को अपने फार्महाउस पर भी ठहराता था. क्षिप्रा पुलिस को इस के सबूत गैंगरेप मामले की जांच के दौरान मिले.
इस बारे में छत्तीसगढ़ पुलिस को पता चल गया है कि गैंगरेप से जुड़े आरोपियों के तार राज्य में मानव तसकरों से जुड़े हैं. मध्य प्रदेश के गृह विभाग ने इंदौर स्पैशल ब्रांच से इस मामले में रिपोर्ट मांगी है.
यह भी पता चला कि विदेशी लड़कियां राजेश की कमजोरी थीं. वह पोर्न एडिक्ट भी था. विदेशी लड़कियों को रिझाने के लिए जहां शराब और नशे का सहारा लेता था, वहीं पोर्न मूवी की तरह सैक्स संबंध बनाने में भी काफी दिलचस्पी लेता था.
अननैचुरल सैक्स और ग्रुप सैक्स के लिए भी उत्सुक रहता था. वह जब भी कहीं बाहर घूमने जाता था तो ऐसे होटल में ठहरता, जहां विदेशी लड़कियों का आनाजाना अधिक होता हो.
इंदौर, गोवा और जयपुर के होटलों में वह कमरे बुक करवा कर रखता था. इंदौर के कुछ होटलों में सीधे कमरे बुक होते थे. शहर के 3 होटलों में उस का काफी आनाजाना होता था.
वैसे साल में एक से 2 बार गोवा और जयपुर का टूर बनाता था. वहां भी होटलों में उस के रूम बुक रहते थे. वह ऐसे होटलों में ठहरता था, जहां पब के साथ बार भी होता था. इस सिलसिले में वह दुबई और बैंकाक भी घूम आया था.
क्षिप्रा पुलिस के मुताबिक, राजेश को बचाने के लिए उस के 2 मास्टरमांइड दोस्तों की भूमिका काफी महत्त्वपूर्ण थी. उन में एक ट्रैवल्स का काम करता है, जबकि दूसरा आईटी एक्सपर्ट है.
दरअसल, गैंगरेप में शामिल एक आरोपी विवेक ही आईटी एक्सपर्ट है. उस ने ही राजेश के मोबाइल और दूसरे गजेट्स से पूरा डाटा डिलीट कर दिया था. पुलिस अब डाटा निकालने के लिए आईटी एक्सपर्ट की मदद ले रही है.
विवेक अपनी पत्नी से तलाक ले चुका है. उसे भी अय्याशी का शौक था. राजेश के साथ वह सब से ज्यादा फार्महाउस पर समय बिताता था.
दूसरा ट्रैवल एजेंट दोस्त होटल में एयर टिकट बुक कराने से ले कर होटल में कमरों तक का इंतजाम कराता था. राजेश कौन से शहर में कब, कहां और किस होटल में ठहर चुका है या ठहरेगा, सारी जानकारी उस के पास होती थी.
इस गैंगरेप की चर्चा मीडिया में खूब हुई. पुलिस ने राजेश की अय्याशी का ठिकाना बने फार्महाउस को जमींदोज कर दिया और सभी आरोपियों को हिरासत में ले लिया गया है. पीडि़ता भी अपने मायके छत्तीसगढ़ लौट चुकी है.
उस के दिल पर से भले ही कुछ बोझ कम हो गया हो, लेकिन जब तक राजेश और उस के दोस्तों को सजा नहीं मिल जाती, तब तक माधुरी ने चैन से नहीं बैठने की कसम खा रखी है.
—कथा पुलिस सूत्रों पर आधारित. कथा में माधुरी परिवर्तित नाम है.