छत्तीसगढ़ के कोरबा जिले मे एक कलयुगी पुत्र ने  अपने पिता की हत्या कर शव को फंदे पर लटका दिया.  उसकी  पिता  की हत्या को आत्महत्या की शक्ल देने की कोशिश आखिरकार धरी की धरी रह गई  .पुलिस ने उसके खिलाफ हत्या का  अपराध दर्ज  कर  उसे गिरफ्तार  कर जेल  भेज दिया है . घटना  कोरबा  छत्तीसगढ़ के  वनांचल पसान थाना के सेन्हा गांव की है जहाँ  25 वर्षीय युवक विश्वनाथ चौधरी ने घरेलु विवाद के कारण अपने पिता बुद्धु राम 55 वर्ष की जी आई तार से गला घोटकर हत्या कर दी. कहते हैं ना खून बोलता है और अपराधी अपने पीछे कोई न कोई सुराग छोड़ जाता है इस घटना क्रम में भी कुछ ऐसा ही हुआ. पुलिस को अंततः पोस्टमार्टम के पश्चात ऐसे तथ्य मिल गए जिसकी बिनाह पर पुत्र को स्वीकार करना पड़ा कि हत्या का घिनौना अपराध उसी के हाथों से हुआ है. दूसरी तरफ पुलिस यह भी जांच कर रही है कि पिता की हत्या में आरोपी शख्स  ने क्या  हत्या किसी अन्य के सहयोग से की है. क्योंकि साक्ष्य बताते हैं कि आखिर कोई तो उसका और भी सहयोगी है?

फांसी के  फंदे पर लटकाया 

इस हत्या अपराध में यह तथ्य भी उजागर हो रहा है कि बड़े ही शातिर तरीके से पुत्र ने पहले अपने हाथों से पिता की हत्या कर दी और पुलिस को, कानून को धता बताने के लिए वारदात को आत्महत्या का शक्ल देने के लिए विश्वनाथ ने पिता की लाश को फांसी के फंदे पर लटका दिया. जिसकी सूचना उसने ग्राम पंचायत के सरपंच सहदेव सिंह उइके के माध्यम से पसान थाना में दी थी. जिसमें उसने पिता को आदतन शराबी होने और  लड़ाई-झगड़ा करने के बाद भागकर अपनी मां के साथ सरपंच के घर में रात ठहरने और अगली सुबह लौटने पर, घर में लकड़ी के म्यार में बिजली तार से फांसी के फंदे पर पिता की लाश देखना बताया.सपूत सोची-समझी शातिर चाल के तहत  हुआ . मगर  पोस्ट मार्टम  रिपोर्ट में डॉक्टर ने बुद्धु राम की मौत गले में जीआई तार से गला घोटने पर दम घुटने से होना लेख किया. जिसके बाद पुलिस ने जांच में तेजी लाकर पड़ताल शुरू कर दी और अंततः  आरोपी पुत्र विश्वनाथ चौधरी का कृत्य धारा 302,201 भादवि का पाये जाने पर अपराध पंजीबद्ध कर विवेचना कार्यवाही कर जेल भेज दिया गया.

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