बेचारे आम किसानों की समस्या कम होने के बजाय और भी बढ़ती जा रही है. एक ओर कोरोना की महामारी ने किसानों की कमर तोड़ दी है, वहीं बुंदेलखंड के किसानों पर बैंक से लिए गए कर्ज की वसूली के फरमान मिलने की गाज गिरी है, इस से आम किसान हैरानपरेशान हैं.

पूरे देश में लॉक डाउन की स्थिति बनी हुई है. इस दौरान सभी लोगों को घरों में बंद रहने को मजबूर कर दिया गया है और बहुत से लोगों के लिए रोजीरोटी का संकट पैदा हो गया है, वहीं उत्तर प्रदेश के बुंदेलखंड से एक ऐसी खबर आई है जिस ने सब को चौंका दिया है.

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बुंदेलखंड के ललितपुर जिले में बैंक ने किसानों के घर कर्ज जमा न करने के चलते कुर्की के नोटिस भेज दिए हैं.नोटिस मिलने के बाद गांव के किसान अपनी तमाम परेशानी को भूल इस तरह की परेशानी में उलझ गए हैं.

दरअसल, ये घटना ललितपुर जिले लवारा कला गांव की है. इस गांव के कई किसानों पर यूपी ग्रामीण बैंक का कर्ज बकाया है. लिहाजा, बैंक ने इस किसानों के खिलाफ सख्त एक्शन लिया है. बैंक ने ऐसे कई किसानों के घर कुर्की के नोटिस भेजे हैं. किसानों के पास ये नोटिस मार्च के आखिरी दिनों में पहुंचे हैं.

इस नोटिस के बाद अब किसानों का कहना है कि पिछले साल फसल बर्बाद हो गई थी, वहीं इस साल फसल तो काफी अच्छी हुई है, लेकिन लॉक डाउन होने की वजह से न तो वे अपनी फसलों को समय पर काट पा रहे हैं और न ही अभी बाजार में उसे बेच पा रहे हैं. ऐसी स्थिति ने उन्हें घोर संकट में डाल दिया है.

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साथ ही, किसानों की यह भी शिकायत है कि जब सरकार ने सभी बैंकों को फिलहाल कर्ज न वसूलने के लिए कहा गया है, तो ऐसे में उन के घरों पर यूपी ग्रामीण विकास बैंक का नोटिस आना चिंता की बात है.

कोरोना के चलते लॉक डाउन होने के कारण पूरे देश में सरकार ने तमाम किस्म की छूट दी है. बैंकों से 3 महीने तक ईएमआई में राहत देने की मोहलत दी गई है. ऐसे में बुंदेलखंड के किसान कुर्की नोटिस मिलने से सदमे में हैं.

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