भाजपा सांसद वरुण गांधी को सौवीं पुण्यतिथि पर अपनी दादी इंदिरा गांधी की याद इतनी शिद्दत से आई कि बेहद जज्बाती हो कर उन्होंने इंदिरा गांधी को राष्ट्रमाता का दरजा दे डाला. पिछले कुछ दिनों से वरुण का अपने खानदान के प्रति मोह खूब उमड़घुमड़ रहा है. इस के पहले वे कह चुके थे कि महज 29 साल की उम्र में वे गांधी सरनेम की वजह से सांसद बन पाए थे.

लगता ऐसा है कि योगी आदित्यनाथ को उत्तर प्रदेश का मुख्यमंत्री बनाए जाने के बाद से वरुण को भाजपा में घुटन सी होने लगी है जिसे व्यक्त करने का वे कोई मौका नहीं छोड़ते. अब दादी को याद करने पर तो भाजपा और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी कोई एतराज जता नहीं सकते जो एक पोते का हक है. नरेंद्र मोदी देश को कांग्रेस यानी गांधी परिवार मुक्त करने का खूब ढिंढोरा पीट चुके हैं जिस पर उन्हीं के खेमे के इस युवा ने इंदिरा गांधी को राष्ट्रमाता का दरजा देते असमंजसभरी और तकनीकी चुनौती पेश कर दी है, जिस की पेशी आज नहीं तो कल, भगवा अदालत में होनी तय है.

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