रिलायंस इन्फ्रास्ट्रक्चर ने पावर ट्रांसमिशन ऐसेट्स को अरबपति गौतम अडानी की कंपनी अडानी ट्रांसमिशन को बेचने का अग्रीमेंट किया है. रिलायंस इन्फ्रा इससे मिलने वाली रकम से कर्ज चुकाएगा. दोनों कंपनियों ने यह नहीं बताया कि सौदा कितने में हुआ है, लेकिन करीबी सूत्रों का कहना है कि इसमें रिलायंस इन्फ्रा के तीन ट्रांसमिशन ऐसेट्स की एंटरप्राइज वैल्यू 2,000 करोड़ रुपये लगाई गई है.
सौदे के बारे में रिलायंस इन्फ्रा के सीईओ ललित जालान ने कहा, ‘हमने तीन ऐसेट्स बेच दी हैं और मुंबई के ट्रांसमिशन प्रॉजेक्ट्स अपने पास रखे हैं. नए ओनरशिप मॉडल के तहत हम नए प्रॉजेक्ट्स के लिए बोली नहीं लगाएंगे. कंपनी इंजिनियरिंग और कंस्ट्रक्शन सेगमेंट पर ध्यान देगी.’ उन्होंने कहा, ‘अब हम कंस्ट्रक्शन, पावर, डिफेंस और ओएंडएम बिजनस पर ध्यान देंगे.’
रिलायंस इन्फ्रास्ट्रक्चर कर्ज चुकाने के लिए नॉन-कोर ऐसेट्स बेच रही है. वह रोड और मुंबई पावर बिजनस से भी फंड जुटाने की कोशिश में जुटी है. हाल ही में उसने अपनी सीमेंट सब्सिडियरी बिड़ला कॉर्प को 4,800 करोड़ में बेचने का सौदा पूरा किया था.
अडानी ग्रुप के चेयरमैन गौतम अडानी ने कहा, ‘इस डील से अडानी ट्रांसमिशन का स्केल बढ़ेगा. यह कंपनी की ऑर्गेनिक और इन-ऑर्गेनिक जरियों से शेयरहोल्डर्स की वैल्यू बढ़ाने के इरादे से भी मेल खाती है.’
अडानी ट्रांसमिशन देश में प्राइवेट सेक्टर की सबसे बड़ी पावर ट्रांसमिशन प्रॉजेक्ट डिवेलपर है. सौदा पूरा होने के बाद उसके पास 10,000 सर्किट किलोमीटर के पावर ट्रांसमिशन प्रॉजेक्ट्स हो जाएंगे. इस डील में तीन ऑपरेशनल प्रॉजेक्ट्स, वेस्टर्न रीजन सिस्टम स्ट्रेंथनिंग स्कीम के तहत आने वाले दो प्रॉजेक्ट्स और एक पावर ग्रिड कॉर्पोरेशन के साथ जॉइंट वेंचर शामिल है. दोनों कंपनियों ने कहा कि रेग्युलेटरी अप्रूवल के बाद ही सौदा पूरा होगा.