ब्रिटिश एनर्जी कंपनी बीपी पीएलसी को भारत में 3,500 पेट्रोल पंप खोलने के लिए सरकार से लाइसेंस मिला है. पेट्रोलियम मिनिस्ट्री के एक अधिकारी ने यह जानकारी दी है.

देश में फ्यूल रिटेलिंग बिजनस में प्रवेश करने वाली यह शेल के बाद दूसरी कंपनी है. भारत में फ्यूल रिटेलिंग पर सरकारी पेट्रोलियम कंपनियों का दबदबा है और देश में लगभग 56,000 पेट्रोल पंपों में से करीब 95 पर्सेंट इन्हीं कंपनियों के हैं. रिलायंस इंडस्ट्रीज और एस्सार ऑइल तेजी से बढ़ रहे फ्यूल मार्केट में हिस्सेदारी बढ़ाने की कोशिश करने वाली अन्य प्राइवेट कंपनियां हैं.

इस वर्ष अप्रैल से अगस्त के बीच पेट्रोल और डीजल की सेल्स क्रमश: 14 और 6 पर्सेंट बढ़ी है. देश की इकनॉमिक ग्रोथ 7 पर्सेंट से अधिक होने की वजह से व्हीकल्स और फैक्टरियों से फ्यूल की डिमांड में इजाफा हुआ है.

बीपी ने ईमेल के जरिए दिए गए जवाब में बताया, 'कंपनी भारत में फ्यूल के ट्रांसपोर्टेशन के लिए एक अच्छा भविष्य देखती है. हम इस मार्केट में शामिल होने और इसके डिवेलपमेंट में योगदान देने में दिलचस्पी रखते हैं. हमें एविएशन टर्बाइन फ्यूल (एटीएफ) की मार्केटिंग के लिए अप्रूवल मिला है और हमने पेट्रोल और डीजल की मार्केटिंग की अनुमति के लिए आवेदन दिया है.'

देश में पेट्रोल, डीजल और एटीएफ सहित फ्यूल के ट्रांसपोर्टेशन के मार्केटिंग राइट देश में एक्सप्लोरेशन, प्रॉडक्शन, रिफाइनिंग, पापइलाइंस या टर्मिनल्स में 2,000 करोड़ रुपये का इन्वेस्ट करने वाली या प्रपोजल देने वाली कंपनी को दिए जाते हैं.

बीपी ने कुछ समय पहले एटीएफ की मार्केटिंग के लिए लाइसेंस मांगा था जो इसे कुछ महीने पहले मिला है. बीपी इंडिया के हेड शशि मुकुंदन ने कहा, 'यह एक बड़ा मार्केट है, जो बढ़ रहा है. एविएशन बिजनस में वृद्धि हो रही है. हम एविएशन बिजनस में ग्लोबल लेवल पर एक बड़ी कंपनी हैं. इस वजह से हमें यहां बिजनस करना चाहिए.'

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