इनोवेशन के लिए भारत सबसे खराब देशों में से एक है. एशिया की तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था भारत 56 देशों की रैंकिंग में 54वें नंबर पर आया है. टेक्नोलॉजी पॉलिसी थिंक टैंक, इनफॉर्मेशन टेक्नोलॉजी एंड इनोवेशन फाउंडेशन (आईटीआईएफ) की रिपोर्ट के मुताबिक भारत की पॉलिसी ग्लोबल इनोवेशन के लिए बेहद खराब है. यह रिपोर्ट ऐसे समय पर आई है, जब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी देश में ‘स्टार्टअप इंडिया’ प्रोग्राम की शुरुआत कर चुके हैं और स्टार्टअप को बढ़ावा देने के लिए आसान शर्तों पर बड़े कर्ज देने की बात कह रहे हैं.

लेकिन, सबसे बड़ा सवाल यह है कि जिस देश का माहौल इनोवेशन के लिए बेहद खराब हो, वहां स्टार्टअप कैसे सफल होंगे. इसकी सफलता संदेह के घेरे में आ सकती है. आईटीआईएफ ने जिन देशों को अपने सर्वे में शामिल किया है वह विश्व अर्थव्यवस्था में 90 फीसदी की हिस्सेदारी रखते हैं.

थाईलैंड, चीन, भारत, अर्जेंटीना और रूस की पॉलिसी खराब

थाईलैंड, चीन, भारत, अर्जेंटीना और रूस की पॉलिसी ग्लोबल इनोवेशन सिस्टम में सबसे खराब है. रिपोर्ट के मुताबिक इन देशों में कारोबार को लेकर बहुत सारी बाधाएं हैं, जो इंटलेक्चुअल प्रॉपर्टी प्रोटेक्शन के लिए कमजोर वातावरण पैदा करता है. घरेलू इनोवेशन को बढ़ावा देने वाले टैक्स सिस्टम, रिसर्च एंड डेवलपमेंट में निवेश और ह्यूमन कैपिटल जैसे 14 फैक्टर्स को ध्यान में रखकर इस रिपोर्ट को तैयार किया गया है. आरएंडडी से जुड़े टैक्स इनसेंटिव्स के लिहाज से खराब देशों की लिस्ट में भारत टॉप पर है. इसके कारण देश में इनोवेशन का अभाव है.

आरएंडडी पर किसी भी इंसेंटिव की व्यवस्था नहीं

रिपोर्ट के अनुसार भारत में कंपनियों को आरएंडडी पर किसी भी इंसेंटिव की व्यवस्था नहीं है. रिपोर्ट के मुताबिक भारत में कोई कंपनी अगर 100 रुपए रिसर्च एंड डेवलेपमेंट पर खर्च करती है तो उसे टैक्स क्रेडिट के रूप में सिर्फ 44 रुपए मिलते हैं. सर्वे में शामिल 56 में से 18 देशों में किसी प्रकार का टैक्स इंसेंटिव नहीं मिलता है. हालांकि, भारत सरकार प्रति व्यक्ति 31,600 रुपए आरएंडडी पर खर्च करती है, जो कि लिस्ट में शामिल 18 देशों से अधिक है.

आगे की कहानी पढ़ने के लिए सब्सक्राइब करें

डिजिटल

(1 साल)
USD10
 
सब्सक्राइब करें

डिजिटल + 24 प्रिंट मैगजीन

(1 साल)
USD79
 
सब्सक्राइब करें
और कहानियां पढ़ने के लिए क्लिक करें...