जिन गांवों की आबादी 5 हजार होगी, वहां बैंकों की शाखाएं खोली जाएंगी. इस के लिए देशभर में 5 हजार की आबादी वाले गांवों के सर्वे का काम शुरू किया गया है. भारतीय रिजर्व बैंक ने सभी बैंकों को निर्देश दिया है कि वे सभी 5 हजार आबादी वाले गांवों की पहचान कर के वहां बैंक शाखाएं खोलने में तेजी लाएं. बिहारझारखंड के क्षेत्रीय निदेशक मनोज कुमार वर्मा ने पिछले दिनों पटना में बैंकों के कामकाज की समीक्षा के दौरान कहा कि इस के बाद गांवों में शाखाएं खोलने के मसले पर बैंक आनाकानी नहीं कर सकेंगे.
रिजर्व बैंक के बिहारझारखंड के मैनेजर प्रवीण कुमार ने दावा किया कि 31 मार्च 2017 तक सभी 5 हजार आबादी वाले गांवों में बैंकों की शाखाएं खोल दी जाएंगी. गौरतलब है कि 5 हजार से अधिक आबादी वाले गांवों की पहचान का जिम्मा राज्य स्तरीय बैंकर्स कमिटी को सौंपा गया है. कमिटी 31 दिसंबर 2016 तक ऐसे गांवों की पहचान कर के अपनी रिपोर्ट सौंपेगी. बिहार में बैंकों की कुल 3620 ग्रामीण शाखाएं और 1605 अर्द्धशहरी शाखाएं हैं. शहरी इलाकों में बैंकों की 1239 शाखाएं हैं.
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