प्रधानमंत्री जनधन योजना की शुरुआत के दिन यानी 28 अगस्त को जिन लोगों ने जीरो बैलेंस खाता खोला है उन सभी को दुर्घटना बीमा का लाभ मिलेगा. इस दिन के पहले भी जिन लोगों ने यह खाता खोला है उन्हें भी 1 लाख रुपए के दुर्घटना बीमा के दायरे में रखा जाएगा. इस दिन यानी 28 अगस्त के बाद जिन लोगों ने जीरो बैलेंस खाता खोला है उन्हें इस सुविधा से फिलहाल दूर रखा जा रहा है. वजह यह बताई गई है कि इस से दोहरे लाभ की गुंजाइश नहीं रहेगी. कुछ लोगों ने अपने पुराने खाते बंद करवा कर बाद में इस योजना के तहत जीरो बैलेंस खाते खोले हैं जिस से गड़बड़ी की संभावना बढ़ सकती है. इन में कुछ लोगों ने योजना का लाभ अर्जित करने के लिए परिवार के दूसरे सदस्यों के नाम से खाता खोला है. करीब 2 करोड़ लोगों ने इस योजना के तहत खाता खोला है और 6 माह बाद उन्हें 5 हजार रुपए का ओवरड्राफ्ट मिलेगा.

सरकार को थोड़ा लचीला रुख अपनाना चाहिए और शेष बचे जरूरतमंद लोगों तक भी इस का फायदा पहुंचाना चाहिए. दूरदराज के असंख्य गांव हैं जहां लोग निर्धारित तारीख को यह खाता नहीं खोल सके हैं. उन तक इस की व्यवस्थित सूचना नहीं पहुंचाई गई थी जिस के कारण गांव के गांव शेष बचे हैं जहां निर्धारित तिथि को लोग खाता नहीं खोल सके. सरकार को चाहिए कि जिन लोगों के खाते मनरेगा के तहत खुले हैं उन सभी को भी जीरो बैलेंस का लाभ मिले.

असंख्य गरीब मनरेगा खाताधारक हैं जिन्हें लगता था कि सरकार ने उन का खाता खोला है, इसलिए उस की सभी योजनाओं का स्वाभाविक लाभ उन्हें मिलेगा. लेकिन नई सरकार है कि जो नई योजनाओं का लाभ सिर्फ जीरो बैलेंस का नया खाता खोलने वालों को ही देना चाहती है. यह हठधर्मिता होगी और सरकार को थोड़ा आगे बढ़ कर काम करना होगा ताकि कोई गरीब इस के लाभ से वंचित न रह सके.

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