बौंबे स्टौक एक्सचेंज यानी बीएसई में धूम मची है और मई के आखिरी पखवाड़े में भी सूचकांक 31,000 अंक के मनोवैज्ञानिक स्तर के पार ही रहा. नैशनल स्टौक एक्सचेंज में भी धूम रही और इस का सूचकांक रिकौर्ड स्तर को पार कर गया.
शेयर बाजार को लगातार ही पंख लग रहे हैं और वह मई में नई ऊंचाई की तरफ तेजी से बढ़ता रहा. नई कर प्रणाली जीएसटी को ले कर श्रीनगर में जैसे ही जीएसटी परिषद की बैठक के सकारात्मक कदमों की खबर मिलती रही, शेयर बाजार कुलांचे मारता गया. इस बीच पाकिस्तान के साथ तनाव बढ़ने से बाजार में थोड़ी गिरावट आई लेकिन यह ज्यादा देर नहीं रही और सूचकांक फिर नए रिकौर्ड की तरफ रुख कर गया. जानकारों का कहना है कि बाजार के तेवर जीएसटी को ले कर तीखे हैं और आने वाले समय में बाजार फिर नए रिकौर्ड बना सकता है.