फिल्म‘‘रिक्शावाला’’को इंग्लैंड के ‘‘कार्डिएफ इंटरनेशनल फिल्म फेस्टिवल’में सर्वश्रेष्ठ सामाजिक संदेश वाली फिल्म के पुरस्कार से नवाजा गया
स्पेन और मेलबर्न इंटरनेशनल फिल्म फेस्टिवल में दर्शकों का दिल जीतने के बाद जब लेखक व फिल्म निर्देशक राम कमल मुखर्जी की फिल्म हिंदी,भोजपुरी व बंगला भाषा की फिल्म ‘‘रिक्शावाला’’को प्रतिष्ठित कार्डिफ इंटरनेशनल फिल्म फेस्टिवल 2020 के लिए चुना गया,तो किसी ने नही सोचा था कि यह पुरस्कृत फिल्म बन जाएगी. राम कमल मुखर्जी की इस फिल्म का प्रीमियर यूनाइटेड किंगडम में हुआ और राहिल अब्बास सईद,एंड्रिया मोइग्नार्ड और चेरिल इनग्राम द्वारा स्थापित ‘कार्डिफ इंटरनेशनल फिल्म फेस्टिवल’में तीस अक्टूबर को प्रदर्शन किया गया और ज्यूरी ने इसे ‘‘सर्वश्रेष्ठ सामाजिक संदेश वाली फिल्म’’के पुरस्कार से पुरस्कृत किया.जूरी सदस्यों ने फैसला साझा करते हुए कहा-‘‘हम इस पुरस्कार को ‘सिटी आफ ज्वाॅय’शहर में प्रवासियों की समस्या और रिक्शा चालकों के दर्द को बयां करने वाली फिल्म ‘रिक्शावाला’को प्रस्तुत कर सम्मानित करने में गर्व महसूस कर रहे हैं.’’इस वर्ष कोविड महामारी को ध्यान में रखते हुए इसका आयोजन आभासी किया गया.
ये भी पढ़ें-साथ निभाना साथिया 2: कोकिला बेन के बाद गोपी बहू और अहम ने भी कहा शो को अलविदा
फेस्टिवल के फाउंडर और डायरेक्टर राहिल अब्बास सईद कहते हैं-‘‘गत वर्ष हमने राम कमल मुखर्जी की फिल्म‘सीजंस ग्रीटिंग्स’का प्रीमियर किया था, जिसे हमारे जूरी सदस्यों और अंतर्राष्ट्रीय प्रतिनिधियों से अच्छी प्रतिक्रिया मिली थी.इस साल हमें उनकी फिल्म ‘रिक्शावाला’का प्रदर्शन कर खुशी हुई,जो कोलकाता के की दिलकष कहानी है. यह दिग्गज अभिनेता ओम पुरी को भी श्रद्धांजलि है,जो एक भारतीय अभिनेता हैं, जिन्होंने अधिकतम ब्रिटिश सिनेमा में काम किया है. ‘‘
फिल्म‘‘रिक्शावाला’’बॉलीवुड अभिनेता अविनाश द्विवेदी की पहली फिल्म है,जिसने इस साल की शुरुआत में 13 वें अयोध्या अंतर्राष्ट्रीय फिल्म महोत्सव में उसी फिल्म के लिए सर्वश्रेष्ठ अभिनेता का पुरस्कार जीता था.अविनाश कहते हैं, ‘‘मैं आसमान में हॅंू.मुझे खुशी है कि हमारी फिल्म को कार्डिएफ फेस्टिवल मे पुरस्कृत किया गया.यहएक बड़ा सम्मान है.‘‘
ये भी पढ़ें- मुकेश खन्ना बोले ‘मीटू जैसी समस्याएं को महिलाएं देती हैं बढ़ावा’, लोगों ने किया
अविनाश द्विवेदी मूलतः ने बिहार के रहने वाले हैं और फिल्म में उनका किरदार भी बिहार से कोलकाता पहुंचकर रिक्शावाला बनकर हाथ से खींचे जाने वाले रिक्षे को चलाते है.अपने किरदार की बारीकियों को आत्मसात करने के लिए उन्होने अथक प्रयास किया.वह कोलकाता में रिक्शाचालकों के साथ रहे, रिक्शा को नंगे पैर खींचा,चरित्र के लिए बंगाली भी सीखा.
ये भी पढ़ें- संजय दत्त ने लंग कैसर को हराने के बाद बदला अपना लुक, फैंस बोले ‘बाबा इज बैक’
निर्देशक राम कमल मुखर्जी कहते हैं-‘‘मैं इस सम्मान के लिए कार्डिएफ की ज्यूरी का धन्यवाद अदा करता हॅू .कार्डिफ इंटरनेशनल फिल्म फेस्टिवल वैश्विक मंच में सबसे प्रतिष्ठित त्योहारों में से एक है. मुझे खुशी है कि हमारी विनम्र फिल्म अंतरराष्ट्रीय प्रतिनिधियों और फिल्म समीक्षकों के लिए प्रदर्शित की गयी.‘‘
अरित्रा दास,गौरव डागा और शैलेंद्र कुमार कुमार द्वारा निर्मित फिल्म ‘‘रिक्शावाला’’ में कस्तूरी चक्रवर्ती और संगीता सिन्हा की भी अहम भूमिकाएं हैं.फिल्म को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर प्रशंसित छायाकार मधुरा पालित द्वारा उत्कृष्ट रूप से शूट किया गया है.
ये यबी पढ़ें- शादी के बाद नेहा कक्कड़ ने यहां बदला अपना नाम, फैंस ने दी बधाई
संयोग से रिक्शावाला को इस्लामाबाद में आधारशिला लघु फिल्म समारोह में भी चुना गया है और कई अन्य अंतरराष्ट्रीय फिल्म समारोहों में सूचीबद्ध किया गया है.स्वर्गीय ओम पुरी की पत्नी नंदिता पुरी कहती हैं, ‘‘मैं जानती थी कि यह फिल्म दुनिया भर में घूमेगी,क्योंकि यह सरल और अभी तक कथा वर्णन करने वाली नहीं है.राम कमल एक संवेदनशीलता और खुद की शैली के साथ आते हैं.उनके किरदार भरोसेमंद और प्यारे हैं.यह ओम के लिए एक आदर्श सम्मान है.”