इन दिनों कंगना रानौत की बहन ने हर किसी से पंगा लेना शुरू कर दिया है. फिर चाहे मीडिया हो या कलाकार. हाल ही में जब विश्व प्रसिद्ध शौर्प शूटर चंद्रो तोमर और प्रकाशी तोमर की जिंदगी पर बनी फिल्म ‘‘सांड की आंख’ का ट्रेलर लांच हुआ, तो रंगोली चंदेल ने तापसी पन्नू के खिलाफ मोर्चा खेलते हुए उनके अभिनय पर कई तरह की टिप्पणी कर डाली. इस पर तापसी ने सोशल मीडिया पर कुछ जवाब दिया, पर फिर भी रंगोली चंदेल ने आपना काम जारी रखा.
हाल ही में जब तापसी पन्नू से हमारी ‘एक्सक्लूसिव मुलाकात’ हुई, तो ‘सांड़ की आंख’ का ट्रेलर आने के बाद उठे विवाद पर बड़ी साफगोई से तापसी ने कहा- ‘‘मुझे यह सवाल बहुत ही स्टूपिड/ मुर्खतापूर्ण लगता है, जब एक कलाकार/अभिनेत्री से यह पूछा जाए कि इस उम्र या इस लुक का किरदार क्यों निभा रही हैं ?
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मैं तो कलाकार हूं. मेरा काम ही है दूसरे किरदार में ढलना. मैं हर फिल्म में तापसी बनकर तो नहीं आउंगी. यह आधारहीन व मूर्खतापूर्ण बात लगी, पर जब कुछ लोगों ने यह बात उठायी, तो मुझे लगा कि कम से कम एक बार में सोशल मीडिया के द्वारा इसका जवाब दे दूं. जिससे बार बार मुझसे यह सवाल न पूछा जाए. मगर कुछ लोगों ने मुझे मुफ्त में प्रचार देने का ठेका ले रखा है. यह आश्चर्यजनक बात है कि मेरे पास मेरा प्रचार करने के लिए वक्त नहीं है, पर बाकी लोग मेरा प्रचार कर रहे हैं.’’
जब हमने उनसे पूछा कि ‘क्या इसकी मूल वजह यह है कि वर्तमान समय में कलाकारों के बीच असुरक्षा की भावना कुछ ज्यादा हो गयी है? ’तो तापसी ने इसके लिए सोशल मीडिया को जिम्मेदार ठहराते हुए कहा-‘‘सोशल मीडिया ज्यादा हो गया है. पहले हर बात लोगों तक पहुंचाने का जरिया सिर्फ पत्रकार हुआ करते थे. पहले पत्रकार के माध्यम से ही यह बातें कही जाती थीं, जिसमें समय लगता था. जब पत्रकार इंटरव्यू के लिए मिलता था, तभी इस तरह की बाते की जा सकती थी. पर इस बीच जो समय बीतता था, उसमें सब कुछ ठंडा पड़ जाता था. मगर अब सोशल मीडिया ऐसा हथियार है कि दिमाग में कोई बात आयी, तुरंत सोशल मीडिया पर उसी मूड़ में लिख मारा. तीर कमान से निकलकर कभी सही तो कभी गलत जगह लगता है, पर लगता है. सोशल मीडिया में सब कुछ इंस्टेंट/त्वरित हो गया है, तो इंस्टेंट मूड़ में स्टेंट प्रतिक्रिया आ जाती है. यह भावनाएं तो इंसान की हैं, पहले भी होती थी, आज भी हैं.’’ पर तापसी सोशल मीडिया को महज नुकसानदायक भी नही मानती. वह कहती हैं- ‘‘जब हर चीज लिमिट से बाहर हो तो नुकसान करती है. मैं सोशल मीडिया के हर प्लेटफार्म पर हूं, क्योंकि सोशल मीडिया पर कुछ सकारात्मक चीजें भी हैं. मैं सभी खबरें औन लाइन पढ़ती हूं. दूसरे देशों में बैठे लोग, जिन्हें मैं पसंद करती हूं, उन तक पहुंच सकती हूं. उनके बारे में मुझे सोशल मीडिया से जानकारी मिलती है. कुछ लोगों से मैं सोशल मीडिया के कारण जुड़ी रहती हूं.
पर सोशल मीडिया में कुछ नकारात्मक बातें भी हैं. कुछ लोग कुछ भी बोलते रहते हैं.’’
आखिर कंगना रानौत की बहन रंगोली चंदेल सोशल मीडिया पर तापसी के खिलाफ कुछ न कुछ क्यों लिखती रहती हैं? इस पर तापसी ने कहा- ‘‘पता नहीं, उनको मुझसे प्यार क्यों है? पर उनसे कहना चाहती हूं कि आप मेरी जिंदगी में महत्व नही रखती. मैं आपसे दरख्वास्त करती हूं कि प्लीज आप अपना समय, अपनी ताकत/इफर्ट मुझ पर व्यर्थ में मत गंवाओ. क्योंकि आप दीवार पर सिर मारोगी, तो आपका सिर फटेगा. मैं दीवार हूं. मुझे अभिनय नही आता. मैं फिल्मों में यूं ही दीवार की तरह खड़ी रहती हॅूं. फिर भी आप अपना समय मेरे लिए बर्बाद न करें. मैं आपकी बहन की शुभचिंतक तो नहीं, मगर प्रशंसक जरुर हूं. कृपया समय व अपनी एनर्जी बर्बाद न करे, आपको कोई प्रतिक्रिया नही मिलेगी. आप जो कर रहे हो, करते रहो, मेरी फिल्मों या मेरे पीछे पड़ने से न आपको कुछ मिलेगा और न ही मुझे.’’
रंगोली चंदेल ने सोशल मीडिया पर लिखा है कि तापसी को अभिनय नही आता. वह तो सस्ती कौपी हैं. इस पर तापसी कहती हैं-‘‘देखिए, अंतिम निर्णायक तो दर्शक ही है कि मुझे अभिनय आता है या नही, मेरी फिल्में अच्छी हैं या नहीं. इसका निर्णय आप या मैं खुद नहीं कर सकती. इसका निर्णय हमारे दर्शक ही करेंगे. मैंने इतने साल तक इतनी फिल्में कर ली. मैं हर वर्ष चार चार फिल्में कर ली. साढ़े नौ वर्ष का करियर सफलता पूर्वक चलता आया है, तो मेरे अंदर कुछ तो ऐसा होगा, जिसे दर्शक देखना चाहता है. यहां पर न आपाका गौड फादर था और न मेरा कोई गौड फादर है.’’