दक्षिण भारत के मशहूर फिल्मकार शंकर ने रजनीकांत को लेकर साइंस फिक्शन फिल्म ‘‘रोबोट’’ बनायी थी. इस फिल्म को मिली सफलता के बाद उन्होंने 2014 में इसका सिक्वल बनाने का निर्णय लिया. उस वक्त इस फिल्म में मुख्य प्रोटोगानिस्ट यानी कि नायक के तौर पर अभिनय करने के लिए आमिर खान और विलेन यानी कि खलनायक के किरदार में अभिनय करने के लिए हौलीवुड कलाकार अर्नोल्ड श्वार्जनेगर थे.

मगर बाद में बहुत कुछ बदला. अब 29 नवंबर को यह फिल्म ‘‘2.0’’ के नाम से सिनेमाघरों में पहुंच रही है, तो इसमें आमिर खान की जगह रजनीकांत और अर्नोल्ड श्वार्जनेगर की जगह पर अक्षय कुमार हैं. इस बदलाव पर फिल्म के निर्देशक शंकर कहते हैं-‘‘यह सच है कि जब हमने ‘रोबोट’ का सिक्वअल बनाना शुरू किया था, तो फिल्म में हीरो के तौर पर आमिर खान और खलनायक के तौर पर अर्नोल्ड श्वार्जनेगर से बात की थी. 2014 में इस फिल्म के लिए आमिर खान से बात करने की मुख्य वजह यह थी कि रजनीकांत सर का स्वास्थ्य ठीक नहीं चल रहा था. इसलिए इस कठिन फिल्म को नहीं करना चाहते थे. लेकिन फिल्म ‘लिंगा’ की सफलता ने रजनीकांत सर के अंदर आत्मविश्वास जगा दिया. रजनीकांत सर ने इस फिल्म में वासीगरन चिट्टी का किरदार निभाया है. यह उनके लिए काफी कठिन फिल्म है. इसमें प्रोस्थैटिक मेकअप और काफी कठिन एक्शन सीन है. अब तीन साल बाद मुझे दर्शकों की प्रतिक्रिया का  बेसब्री से इंतजार है. वैसे मेरे साथ ऐसा पहली बार नहीं हुआ. ऐसा मेरे साथ हर फिल्म में होता रहा है. मैं फिल्म की शुरुआत में जिन कलाकारों से बात करता था, अंत में फिल्म दूसरे कलाकारों के साथ ही बनती रही हैं.’’

शंकर आगे कहते हैं- ‘‘जहां तक हौलीवुड फिल्म ‘द टरमिनेटर’ के अभिनेता अर्नोल्ड श्वार्जनेगर की जगह अक्षय कुमार को शामिल करने की बात है, तो सच यही है कि मैंने अर्नोल्ड श्वार्जनेगर से बात की थी. मगर उनके साथ हमारी बातचीत सही मुकाम तक नहीं पहुंच पायी, तब हमने अक्षय कुमार को जोड़ा. वास्तव में हमने बातचीत की. अर्नोल्ड श्वार्जनेगर ने शूटिंग के लिए हमारी मांग के अनुरूप तारीखें भी दे दी थी. लेकिन उनके यहां निर्माता व कलाकार के बीच जो अनुबंध होता है, वह हमारे भारतीय अनुबंध से काफी अलग है. इसलिए बात नहीं बनी.’’

वह आगे कहते हैं-‘‘वास्तव में हमारी फिल्म ‘2.0’ के निर्माता  लायका ‘काथी’ की रीमेक फिल्म के लिए अक्षय कुमार से बात कर रहे थे. तो जब अर्नोल्ड श्वार्जनेगर के साथ बात नहीं बनी, तो निर्माता ने ही अक्षय कुमार का नाम सुझाया. मुझे यह सुझाव सही लगा. मैंने अक्षय कुमार को कहानी सुनायी, तो वह तैयार हो गए. इसमें अक्षय कुमार को भी अपने किरदार के साथ न्याय करने के लिए हर दिन प्रोस्थैटिक मेकअप के लिए चार घंटे देने पड़ते थे. फिर 12 किलो वजन की पोशाक पहन कर गर्मी में शूटिंग करनी पड़ी. उन्होंने बहुत अच्छा काम किया है.’’

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