महामारी के पिछले दो वर्षों में भारतीय मनोरंजन उद्योग काफी परिवर्तन हुए हैं. इस दो सालों में डिजिटल प्लेटफॉर्म का जमकर विकास हुआ है और कॉन्टेंट को और बेहतर तरीके से दिखाया जा रहा है .  सबसे प्रतिष्ठित पुरस्कार समारोहों में से एक क्रिटिक्स च्वाइस अवार्ड्स द्वारा शॉर्ट फिल्मों, वेब सीरीज और  फीचर फिल्मों में कॉन्टेंट को शानदार समीक्षकों द्वारा काफी सोच समझकर पुरस्कृत किया जाता है . क्रिटिक्स च्वाइस अवार्ड्स के लिए नामांकित सुष्मिता सेन, प्रतीक गांधी और गजराज राव ने  बेहतरीन कहानियों पर चर्चा की  .

फिल्म क्रिटिक्स गिल्ड की सदस्य सुचरिता त्यागी ने उस सत्र का संचालन किया जिसमें सुष्मिता सेन (वेब सीरीज, आर्या २ के लिए सर्वश्रेष्ठ अभिनेत्री नामांकित), प्रतीक गांधी (शॉर्ट फिल्म शिम्मी के लिए सर्वश्रेष्ठ अभिनेता  नामांकित ) और गजराज राव (वेब सीरीज  रे के लिए सर्वश्रेष्ठ अभिनेता नामांकित) ने भाग लिया. वे महामारी के दौरान परिवार-उन्मुख कहानियों के उद्भव पर चर्चा किये और बात की कैसे ओटीटी क्षेत्र को बदल रहा है.

ये भी पढ़ें- Review: जानें कैसी है अमिताभ बच्चन की फिल्म ‘झुंड’

सुष्मिता सेन ने कहा कि “महामारी के दौरान लोग अपने परिवारों से दूर हैं और साथ ही जीवन की हानि, कहानी कहने में परिवार के महत्व का उदय हुआ है. यह आपको उन चीजों के बारे में उदासी से दूर करने में मदद करता है जिन्होंने आपके जीवन को प्रभावित किया है.” फिल्म से स्ट्रीमिंग में अपने परिवर्तन पर, वह आगे कहती हैं, “मैं एक ऐसे माध्यम से आती हूं जो शुक्रवार के बारे में था. विभिन्न प्रारूपों को समझने वाले लोगों द्वारा मेरी कभी समीक्षा या सराहना नहीं की गई है, इसलिए जब आलोचक आपको इस तरह सम्मानित करते हैं, तो आपको लगता है कि जैसे आप अपने खेल में माहिर है ."

आगे की कहानी पढ़ने के लिए सब्सक्राइब करें

डिजिटल

(1 साल)
USD10
 
सब्सक्राइब करें

डिजिटल + 24 प्रिंट मैगजीन

(1 साल)
USD79
 
सब्सक्राइब करें
और कहानियां पढ़ने के लिए क्लिक करें...