अजीब दास्तान है ये, लग जा गले. आज फिर तुम पर प्यार आया है, तुम्हें अपना बनाने की कसम खाई है, पुराने हिट गानों को मौडर्न म्यूजिक और रौक स्टाइल में पेश करने का नया ट्रैंड इसी दशक में शुरू हुआ. रिमिक्स के जरिए पुराने मैलोडियस गानों को भी अश्लीलता का जामा पहनाया दिया जाता है. मुग्ड़ा मुग्ड़ा मैं गुड़ की डली और ‘कांटा लगा’ जैसे गानों के रिमिक्स वर्जन को नई मौडल्स ने बेहद सैक्सी अदा में पेश किया है. कुछ पुराने गाने तो अच्छे हैं लेकिन कुछ गानों का तो बुरा हाल है. रिमिक्स के अलावा इस दौर की सब से बड़ी उपलब्धि रही आइटम नंबर्स शब्द की खोज.
पिछले कुछ वर्षों से तो जैसे आइटम नंबर्स फिल्मों को लाइम लाइट में लाने का एक जरिया बन गए हैं. बिना आइटम नंबर्स के कोई फिल्म पूरी ही नहीं मानी जाती. फिल्म चले या न चले आइटम नंबर्स पर काफी मेहनत की जाती है. इन आइटम नंबर्स में हिरोइनों के कपड़े दिनोदिन छोटे व भड़काऊ और गानों के शब्द अश्लील होते जा रहे हैं जैसे कुंडी मत खड़काओ राजा, सीधा अंदर आओ राजा और मोस्ट रौकिंग आइटम सौंग जुगनी पी के टाइट है आदि. जैसे गाने शर्म और हया से कोसो दूर है. फिर भी लोग आइटम नंबर्स गाने को देखना चाहते हैं.
बढ़ रहा है आइटम नंबर्स का क्रेज
चाहे कोई कुछ भी कहे लेकिन आइटम नंबर्स का क्रेज किस कदर बढ़ रहा है. इस का अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि अब टौप लेवल की अभिनेत्रियां भी आइटम नंबर्स करने में पीछे नहीं हटती प्रियंका चोपड़ा, माधुरी दीक्षित, कैटरीना कैफ, ऐश्वर्या राय, करीना कपूर तक आइटम नंबर्स कर चुकी है. पहले जहां आइटम गर्ल कहलवाने में अभिनेत्रियां संकोच करती थी वहीं अब वह शौक से आइटम गर्ल बनना पसंद करती है.
हौट आइटम गर्ल, सनी लियोनी का गाना ये दुनिया पीतल दी और गौहर खान का जवानी ले डूबी आज भी लोगों को काफी पसंद है.
आइटम बौयज भी पीछे नहीं
जब हर फिल्म में आइटम सौंग्स पापुलर हो रहे हैं तो इस लोकप्रियता को भुनाने में भला अभिनेता अभिनेत्रियों से पीछे कैसे रह सकते हैं वे भी अपनी शर्ट उतार कर लगे हुए हैं ठुमके लगाने में लगे हुए हैं. जहां अभिषेक बच्चन के फिल्म आग और ‘मिशन इस्तांबुल’ में आइटम नंबर किया वहीं ऋतिक रोशन ने क्रेजी-4, जौन अब्राहम ने कभी अलविदा न कहना, शाहरुख खान ने ओम शांति ओम, शक्ति, काल और वहीं सलमान ने सन औफ सरदार में पोंपों पोंपों तेरी कैट जैसी वाक जैसी फिल्मों में आइटम नंबर्स किए.