टीम इंडिया के इंग्लैंड दौरे की वनडे सीरीज में टीम इंडिया की शर्मनाक हार पर अब विशलेषण शुरू हो गया है. दूसरा मैच हराने के बाद तीन वनडे मैचों की सीरीज के अंतिम और निर्णायक मुकाबले में इंग्लैंड ने टीम इंडिया को 8 विकेट से हराकर सीरीज 2-1 से जीत ली. पहले बल्लेबाजी करने उतरी टीम इंडिया को इंग्लैंड ने 256 रनों पर रोका, जिसके बाद विजयी लक्ष्य को मेजबान टीम ने 44.3 ओवर में जो रूट के शतक और कप्तान इयान मोर्गन की शानदार पारी के दम पर हासिल कर लिया. टीम इंडिया के शर्मनाक प्रदर्शन के दौरान पूर्व भारतीय कप्तान एमएस धोनी की धीमी बल्लेबाजी की गौतम गंभीर ने आलोचना की है.
गंभीर ने हाल ही में एक इंटरव्यू में कहा है कि धोनी की धीमी बल्लेबाजी उनके साथी बल्लेबाजों पर दबाव बना रही है. क्रिकबज को दिए इंटरव्यू में गंभीर ने कहा धोनी अपनी पारी की शरुआत से ही बहुत डौट बौल खेल रहे हैं जिसकी वजह से उनके साथी बल्लेबाजों पर दबाव पड़ रहा है.
दरअसल धोनी ने तीसरे वनडे में 66 गेंदों पर केवल 42 रन बनाए जिसमें 4 चौके शामिल थे. धोनी जब क्रीज पर आए तब भारत का 25वां ओवर चल रहा था और टीम इंडिया का स्कोर 3 विकेट के नुकसान पर 125 रन था. उनके साथ कप्तान विराट कोहली क्रीज पर मौजूद थे. ऐसे में धोनी से उम्मीद थी कि वे बड़ी और तेज पारी खेलेंगें लेकिन हुआ इसका ठीक उल्टा.
गंभीर ने धोनी की इसी पारी पर टिप्पणी की है. इसके अलावा दूसरे वनडे में भी धोनी अपने रंग से बिलकुल उलट नजर आए जब टीम को उन्हें एक फिनिशर के रूप में जरूरत थी जिसके लिए वे जाने जाते हैं. इस मैच में भी धोनी 27वें ओवर में विराट कोहली की जगह बल्लेबाजी करने आए तब सुरेश रैना क्रीज पर थे. भारत का स्कोर 140 रन हो चुका था जबकि भारत 323 रनों का लक्ष्य का पीछा कर रहा था. इस पारी में भी धोनी 59 गेंदों पर केवल 37 रन बना सके और अपनी इस पारी में केवल 2 ही चौके लगा पाए थे.
पहले इतनी डौट बौल नहीं खेलते थे धोनी
गंभीर ने साफ कहा कि उन्होंने एक दो साल पहले तक धोनी को इतनी डौट बौल खेलते नहीं देखा है जिस पर उन्हें निश्चित रूप से काम करने की जरूरत है. जाहिर है कि धोनी अपने सर्वश्रेष्ठ फौर्म में नहीं हैं. आमतौर पर धोनी शुरुआत में समय लेते हैं लेकिन बाद में वे इसकी भरपाई भी कर लेते हैं लेकिन अभी ऐसा हम नहीं देख पा रहे हैं. अगर आप समय लेते हैं तो आपको निश्चित रूप से अंत तक रुकना होगा.
उल्लेखनीय है कि गौतम गंभीर ने कई सालों तक उनकी कप्तानी में बल्लेबाजी भी की है और जब धोनी कप्तान बने थे, उस समय गंभीर भी कप्तानी के प्रबल दावेदार थे.