आजकल लोगों के दिलों में पैसे और ऐशोआराम की चाहत इतनी ज्यादा बढ़ गई है कि मां बेटी से जिस्मानी रिश्ते की बात करते समय अपने रिश्ते की मर्यादा को भी भूल चुकी है. एक मामला ऐसी ही मां का है. मां ने कालेज में पढ़ने वाली अपनी बेटी से कहा कि वह अधेड़ उम्र के लैक्चरर को घर पर कोचिंग देने के लिए आने को तैयार कर के उसे अपना दीवाना बना कर उस से पैसे ऐंठे. इस से सैक्स का मजा भी मिलेगा और शादी का दहेज जुटाने में मदद भी मिलेगी.

मां की इन बातों को सुन कर 18 साला बेटी खुशी से मुसकरा उठी. अपनी मां की बात सुन कर उस ने सोचा कि सैक्स का पूरा मजा तो अब अपने घर पर ही लिया जा सकता है. वजह, उस ने अपने एक बौयफ्रैंड से पार्क की झाडि़यों में सैक्स का मजा चोरीचुपके से लिया हुआ था. दूसरे दिन ही उस बेटी ने अपने कालेज के 50 साला लैक्चरर को अपने घर पर कोचिंग देने के लिए राजी कर लिया. उस ने छुट्टी के दिन लैक्चरर को अपने घर पर बुला लिया था. वह लैक्चरर को अपने घर की दूसरी मंजिल के कमरे में ले गई थी और उस के शरबत में शराब मिला कर उसे मदहोश कर दिया था.

वह लड़की फिल्म हीरोइन जैसी खूबसूरत तो थी ही, उस ने कपड़े भी बहुत छोटे पहन रखे थे. लैक्चरर उस के सुडौल उभारों की ओर देख रहे थे. तभी लड़की ने अपने कपड़ों को उतार कर उन को उन्हें पूरी तरह से दिखा दिया. इस के बाद लैक्चरर भी अपना आपा खो बैठे. कुछ ही देर में उन्होंने उस से जिस्मानी रिश्ता बनाया, तो वह लड़की भी सैक्स का मजा लेते हुए खुशी से मुसकरा उठी. उस के बाद तो यह रोज का सिलसिला बन गया. लेकिन उन्हें नहीं पता था कि लड़की की मां मोबाइल फोन से रोजाना उन के सैक्स संबंधों की वीडियो बना रही थी.

एक दिन मांबेटी की योजना के मुताबिक, लैक्चरर लड़की से सैक्स संबंध बनाने के लिए उसे अपने पास बुलाने लगे, तो उस ने उन से कहा कि वे उस के कपड़ों को फाड़ते हुए उस से जबरदस्ती करने का नाटक करें. ऐसा करने से सैक्स में ज्यादा मजा आता है. लैक्चरर साहब ऐसा ही करने लगे थे और मां उन की इन हरकतों की वीडियो बना रही थी. जैसे ही वे उस से जिस्मानी रिश्ता बनाने लगे कि तभी उस लड़की की मां ने अपने साथ आए पति से बोली, ‘‘देखा आज के कलयुगी टीचर को, जो अपनी बेटी समान शिष्या से कैसी घिनौनी हरकत कर रहा है. अभी इस की पिटाई कर के इसे पुलिस में देते हैं.’’

यह देख कर लैक्चरर साहब तो दंग रह गए थे. वे रोते हुए उन से इस भूल की माफी मांग रहे थे. यह देख कर लड़की की मां उन से बोली कि अगर अपनी बदनामी और पुलिस से बचना चाहते हो, तो 50 लाख रुपए अभी अपनी घरवाली से मंगवा लो. यह सुन कर लैक्चरर साहब ने अपने मकान के कागजात अपनी घरवाली से मंगवा कर उन को दे दिए और स्टांप पेपरों पर लिख दिया कि वे अपना मकान उन्हें बेच रहे हैं.लैक्चरर साहब ने उसी दिन प्रोपर्टी डीलर से कार्यवाही करा कर अपना मकान उन के नाम करा दिया और उन के जाल से जैसेतैसे छुटकारा पा कर राहत की सांस ली.

इसी तरह की जयपुर के एक 40 साला कुंआरे की भी कहानी है. वह भजनों का बेजोड़ गायक था. उस के मातापिता की मौत बचपन में ही हो गई थी. उसे उस की नानी ने पाला. उस के घर में एक 25 साला औरत अपने पति और 2 छोटे बच्चों के साथ किराए पर रहती है.

एक दिन उस औरत के पति ने मकान हड़पने की योजना बनाई. उस ने अपनी पत्नी से कह दिया कि वह इस आदमी को अपने प्रेमजाल में फांस ले. बूढ़ी नानी को आंखों से कम दिखाई देता है और वे सुनने में भी लाचार हैं. अपने पति की इस योजना के मुताबिक, जब उस का पति गार्ड की नौकरी पर चला गया और उस गायक की नानी भी कहीं बाहर चली गई, तो वह उस के कमरे जा कर उस से लिपटते हुए बोली, ‘‘मुझे आप से प्यार हो गया है. मैं अपने पति से परेशान हूं. वह रोजाना मुझे परेशान करता है.’’ उस की इन बातों को सुन कर वह गायक खुश हो गया. उस ने उसी समय मौके का फायदा उठा कर उस से जिस्मानी रिश्ता बना कर भरपूर मजा लिया. उस के बाद तो वह दिनरात उस से जिस्मानी सुख भोगने लगा था. रात में जब वह औरत उस के पास आती, तो वह उस से पूछता कि उस का पति जाग गया, तो परेशानी खड़ी कर देगा.यह सुन कर वह औरत उस से कहती, ‘‘मैं उसे नींद की गोलियां दे कर बेहोश कर देती हूं. अब तो वह सुबह ही उठेगा.’’

इस तरह से उन का यह खेल कई सालों तक चलता रहा.

एक बार वह औरत उस से बोली, ‘‘अब मेरा मन यहां नहीं लगता है. तुम मुझे कहीं दूर ले चलो.’’यह सुन कर वह गायक उसे कोलकाता ले गया. वह औरत अपने दोनों बच्चों को पति के पास छोड़ गई थी. कुछ दिन कोलकाता में रहने के बाद वे मथुरा में रहने लगे.योजना के मुताबिक, एक दिन उस औरत ने अपने पति और घर वालों को मथुरा फोन कर के बुलवा लिया और उसे गिरफ्तार करवा दिया. अब वह गायक जयपुर की जेल में अपने किए की सजा भुगत रहा है.जब उस औरत से समझौते की बात की जाती है, तो वह उस का मकान अपने नाम करने की बात करती है. उस की इस शर्त को सुन कर जेल में बंद वह गायक सोचता है कि अगर वह अपनी नानी के मकान को उस के नाम करने के लिए कहेगा, तो उस की 90 साला नानी जीतेजी मर जाएंगी. लिहाजा, वह जेल में ही अपनी जिंदगी बिताने को मजबूर है.

मामला राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय के एक 55 साला विधुर प्राचार्य का है. 30 साल की उम्र में ही दूसरे बच्चे को जन्म देने के 4 साल बाद ही उन की पत्नी की एक सड़क हादसे में मौत हो गई थी. प्राचार्य ने जैसेतैसे बच्चों को अच्छे स्कूल में पढ़ालिखा कर सरकारी नौकरी में लगवाया. उन के दोनों बेटों में से बड़े बेटे की शादी के कुछ दिन बाद ही उन के बड़े बेटे और बहू ने सोचा कि पिता की पैंशन के बाद उन्हें काफी पैसा मिलेगा. उस पैसे पर उन के छोटे बेटे का हक नहीं रहे और उन का खरीदा हुआ मकान भी उन के नाम हो जाए, इस के लिए उन्हें अपने काबू में किया जाए. वे दूसरी औरतों पर भी रोजाना पैसे लुटाते हैं, इसलिए वे पैसे अपने घर में ही आएं. इस के लिए एक ही उपाय है कि उन्हें औरत का सुख घर में दिया जाए. ‘‘लेकिन इस के लिए औरत लाएंगे कहां से?’’ बड़े बेटे की बीवी ने कहा, तो बेटा आंख मारते हुए बोला, ‘‘यह सुख तुम उन्हें दोगी.’’

‘‘मैं… यह तुम क्या कह रहे हो?’’ उस की बीवी ने हैरान हो कर उस से पूछा, तो वह बोला, ‘‘तुम तो सतीसावित्री जैसी बातें कर रही हो. कालेज में तुम ने अपने फ्रैंड्स को भी तो खूब मजे दिए थे. अपने बूढ़े ससुर को मजे देने में तो तुम्हें उन का आशीर्वाद और ढेर सारा पैसा भी मिलेगा.

‘‘तो यह बात है,’’ यह सुन कर वह बोली, ‘‘आने दो उन्हें, मैं आज से ही अपना काम शुरू करती हूं. तुम 2-3 दिन घर के बाहर ही रहना. मैं उन से कह दूंगी कि तुम किसी काम से बाहर गए हो, इसलिए उन्हें तुम से डर नहीं लगेगा.’’ बड़ा बेटा 3 दिन के लिए घर से बाहर चला गया था. प्राचार्य ससुर अपने विद्यालय से घर लौटे, तो वे अपनी बहू की सैक्सी ड्रैस में उस के जिस्म के दिखते हुए मादक अंगों को देख कर हैरान रह गए थे. जब वे अपने कमरे में खाना खाने का इंतजार कर रहे थे कि तभी बहू उन के कमरे में आ कर उन से लिपट गई.

वे उस की ओर हैरानी से देखने लगे, तो बहू उन से बोली, ‘‘आप का बेटा तो कई महीने से मुझ से दूर है. शायद उन का किसी और से इश्क का चक्कर चल रहा है. मैं भी औरत हूं. मेरा जिस्म भी मर्द के प्यार को तरसता है. अगर मैं कहीं बाहर अपनी जरूरत पूरी करूंगी, तो इस में हमारी बदनामी होगी. इसलिए मैं ने सोचा कि…’’ इतना कह कर वह अपने कपड़े उतारने लगी.

बहू के इस रूप को देख कर प्राचार्य खुश हो कर उस से जिस्मानी रिश्ता बना बैठे. सालों तक उन का यह सिलसिला चलता रहा. वे अपनी तनख्वाह भी बहू को देने लगे थे, पर बहू से खुश हो कर जब वे अपना मकान उस के नाम करने लगे, तो उन के छोटे बेटे को बहुत बुरा लगा. एक दिन जब उसे अपने पिता और भाभी की इस प्रेम कहानी के बारे में मालूम हुआ, तो उस ने उन्हें खूब फटकारा और अपने पड़ोसियों को भी बताने की धमकी दी. इस से प्राचार्य को इतना ज्यादा पछतावा हुआ कि उन्होंने खुदकुशी कर ली. औरत के देहजाल के नतीजे इतने भयानक होते हैं कि लोग अपनी धनदौलत लुटा देते हैं. कितने ही लोग इस सामाजिक बुराई के चलते आज देश की जेलों में नरक से भी बदतर जिंदगी बिताने को मजबूर हैं. 

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