Car Safety : जीवन का एक और पहलू जिस में लोगों की बुरी आदतें होती हैं, चाहे उन्हें पता हो या न, वह है गाड़ी चलाते समय का. कोई भी व्यक्ति परफैक्ट ड्राइवर नहीं होता, लेकिन कुछ ऐसी ड्राइविंग आदतें होती हैं जो आने वाले समय में कार में गंभीर समस्याएं पैदा कर सकती हैं.
कार खरीदने के लिए बड़ी रकम की आवश्यकता होती है. कोई लोन ले कर खरीदे या अपनी जमापूंजी का एक बड़ा हिस्सा खर्च कर के. बहुत लोगों के लिए यह सपना है जो लाइफटाइम में एक बार ही पूरा हो पाता है. तब क्यों न हम अच्छे से इस की देखभाल करें. हमारी कुछ बुरी आदतें होती हैं जो कार हैल्थ के लिए दुश्मन हैं-
पार्किंग ब्रेक न लगाना
ढलान पर पार्किंग ब्रेक नहीं लगाना कभी बड़ी दुर्घटना का कारण बन सकता है. समतल पर भी पार्किंग ब्रेक लगाना चाहिए. आजकल नई गाडि़यों में इन्हें न लगाना कार के लिए बुरा है. इसे नहीं लगाने से कार का पूरा लोड ट्रांसमिशन सिस्टम के एक छोटे से पुर्जे, जिसे पार्किंग पौल कहते हैं, पर आ जाता है. इस के चलते इस का वियर टियर (घिसना, टूटना) जल्दी होता है और कभी टूट भी सकता है.
तेल की टंकी खाली या बहुत कम तेल रखना
अकसर तेल की टंकी में कुछ लोग बहुत कम पैट्रोल या डीजल रखते हैं. फ्यूलपंप तेल में डूबे रहने से पंप ठंडा रहता है और बेहतर काम करता है. कहीं ऐसा न हो पैट्रोलपंप पर थोड़ाथोड़ा तेल भरवाने की आदत के चलते फ्यूलपंप ही न बदलना पड़ जाए.
रिवर्स गियर के बाद तत्काल फौरवर्ड गियर लगाना
जब कार रिवर्स गियर में हो तो उसे पूरी तरह रुकने के बाद ही फौरवर्ड गियर लगाएं. अकसर कुछ लोग बिना पूरा रुके रिवर्स से फौरवर्ड गियर में आने की भूल कर बैठते हैं. इस के चलते गियर ट्रेन पर बुरा असर होता है.
स्टार्ट के तुरंत बाद रेस देना
कार स्टार्ट करने के बाद ही कुछ लोग जल्दबाजी में इसे एक्सिलरेटर दबा कर रेस देते हैं. स्टार्ट करने के बाद एक से दो मिनट तक इसे औयलिंग करने दें. ऐसा करने से इंजन के सभी पुर्जों तक लुब्रिकेटिंग औयल पहुंचने से इंजन ब्लौक और इंजन औयल का टैंपरेचर धीरेधीरे सामान्य हो जाता है तुरंत रेस देने से अचानक तापमान बढ़ जाता है जिस से इंजन के पुर्जों पर स्ट्रैस पड़ता है.
गियर लीवर पर हाथ रखना
हमारे यहां अभी भी ज्यादातर कार में मैन्युअल ट्रांसमिशन है यानी गियर चेंज हाथ से गियर लीवर की मदद से करते हैं. कुछ लोगों में इस लीवर पर अकसर एक हाथ रखे रहने की आदत होती है, इस से ट्रांसमिशन सिस्टम के बुश पर स्ट्रैस पड़ता है और यह जल्दी खराब हो सकता है, इसलिए गियर शिफ्टर को गियर बदलते समय ही हाथ लगाएं. बेहतर है, दोनों हाथ स्टीयरिंग व्हील पर रहें ताकि इमरजैंसी में गाड़ी को आसानी से कंट्रोल कर सकें.
क्लच पर पैर रखना
मैन्युअल ट्रांसमिशन में अकसर हम बाएं पैर को क्लच पैडल पर रखने की भूल करते हैं, खासकर सिग्नल पर. सिग्नल ग्रीन होने पर जल्द से जल्द गियर में डाल कर हम आगे निकलना चाहते हैं. क्लच का इस्तेमाल गियर चेंज करने में ही करें, इस पर अनावश्यक रूप से पैर का दबाव पड़ने से इस का डिस्क घिसता है और रिलीज बियरिंग को भी नुकसान होता है. इस आदत से क्लच जल्दी खराब होता है.
अनावश्यक लोडिंग या ओवरलोडिंग
कार में अनावश्यक सामान रखना या ज्यादा पैसेंजर लोड करना ठीक नहीं. लोड जितना ज्यादा होगा उतना ही ज्यादा स्ट्रैस सस्पैंशन, ब्रेक और ड्राइवर ट्रेन पर तो पड़ेगा ही, तेल की खपत भी ज्यादा होगी. अकसर कार के ट्रंक में अनावश्यक चीजें पड़ी रहती हैं.ढलान पर ब्रेक पैडल दबाए रखना: ढलान पर उतरते समय कुछ लोग स्पीड ज्यादा रखते हैं और उसे कंट्रोल करने के लिए ब्रेक का बारबार इस्तेमाल करते हैं. इस के चलते ब्रेक पैड्स और पहिए के ड्रम गरम होते हैं. ऐसे में ब्रेक के जल्दी खराब होने का खतरा होता है और साथ में कुछ ईंधन भी बरबाद होता है. ढलान पर स्पीड को लो गियर में रख कर कंट्रोल करें, इस स्थिति में ब्रेक भी बेहतर काम करते हैं.
वार्निंग साइन अनदेखा करना
कार में कभी असामान्य गतिविधि को अनदेखा न करें, जैसे वाइब्रेशन यानी कंपन, चरचराहट या चींचीं जैसी आवाज या नौकिंग. शुरू में ही चैक कर इस का निदान कर लेना चाहिए वरना यह बढ़ कर किसी मुसीबत या बड़े खर्चे को निमंत्रण देना हो सकता है.
फ्लोरिंग करना
कुछ लोग आदत से या कभी सिर्फ फन के लिए कार के एक्सिलरेटर पैडल को बहुत ज्यादा दबा कर अचानक कार की स्पीड बहुत बढ़ा देते हैं, फिर ब्रेक पैडल को पूरा दबा कर कार रोक देते हैं. अचानक एक्सिलरेट करने से ट्रांसमिशन सिस्टम और ड्राइव ट्रेन पर काफी जोर पड़ता है और साथ ही, ईंधन बरबाद होता है. अचानक ब्रेक लगाने से ब्रेक पैड्स बहुत गरम हो जाता है और ब्रेक पैड्स व पहिए (ड्रम) का वियर टियर ज्यादा होता है.