सौ बात की एक बात, सरकार को बड़ी गंभीरता के साथ इस मामले पर एक जांच बैठा कर देश को बताना चाहिए – इस तरह की घटनाओं का सच क्या है. क्योंकि कुल मिला कर यह विकृत मानसिकता का परिणाम है या फिर अफवाह फैला कर के समाज में सामाजिक दूरियां व भ्रम बढ़ाने का काम.
View this post on Instagram
दरअसल, सहारनपुर जिले में एक होटल में तंदूर से रोटी निकाल कर उस पर कथित रूप से थूकने का वीडियो सोशल मीडिया पर सामने आने के बाद, पुलिस ने होटल मालिक और उस के कारीगर को हिरासत में ले लिया. इस मामले में बजरंग दल के कार्यकर्ताओं ने तहरीर दी थी. इस आधार पर हम कर सकते हैं कि मामला अफवाह फैलाने का मानसिक विकृति का या फिर समाज में आपसी तकरार बढ़ने का हो सकता है.
यह एक गंभीर मामला है क्योंकि इस तरह की घटनाएं 10 वर्ष से पूर्व कभी घटित नहीं हुई, अर्थात केंद्र में नरेंद्र मोदी सरकार और राज्यों में भारतीय जनता पार्टी की सरकार आने के बाद ही इस तरह की घटनाएं सामने क्यों आ रही हैं? पुलिस अपना काम कर रही है, कानून अपना काम करता है मगर समाज में माहौल खराब करने का काम करने वाले सत्ता को अपनी उंगलियों पर नाचने का काम अगर करते हैं तो यह चिंता की बात है.
कानून को अपनी आंखों में पट्टी बांध कर मुक्ति नहीं मिल सकती. पुलिस यह नहीं कह सकती कि हमारे पास शिकायत आई है पुलिस और कानून का काम जांच कर के सच को उजागर करना भी है और यह काम इस प्रसंग में गंभीरता को देखते हुए जल्द से जल्द होना चाहिए मगर होता नहीं है और धीरेधीरे समझ में एक विभ्रम की स्थिति पैदा हो रही है.
पुलिस अधीक्षक के मुताबिक होटल मालिक और कारीगर से पूछताछ की जा रही है और आगे की जांच के बाद इस मामले में आगे की कार्यवाही की जाएगी. मगर यह छोटी सी खबर देश के कोनेकोने में फैल रही है जिस का परिणाम सुखद नहीं कहा जा सकता.
दोषियों पर एक्शन का सच राज्य और केंद्र सरकार को यह बताना चाहिए कि ऐसे मामले वर्तमान में ज्यादा क्यों आ रहे हैं? दूसरी बात जांच के बाद इस के परिणाम क्या सामने आए हैं? क्योंकि इस तरह की घटनाएं तो सुर्खियां बटोर कर दो तक पहुंच जाती हैं मगर जब ऐसे घटनाक्रम अफवाह पाए जाते हैं तो खबर नहीं बनती.
उक्त घटना के बाद से ही पुलिस इस मामले की जांच में जुटी हुई है और दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने की बात कही जा रही है. और सजा मिलनी भी चाहिए मगर कानून को यह भी ध्यान रखना होगा कि अगर कोई इस तरह की घटनाओं के झूठे वीडियो वायरल कर रहा है तो उसे भी कड़ी सी कड़ी सजा दी जाए. इस घटना के सोशल मीडिया पर वायरल होने के बाद लोगों में आक्रोश है और घटना की निंदा की जा रही है.
सहारनपुर जिले में एक होटल में तंदूर से रोटी निकाल कर उस पर कथित रूप से थूकने का वीडियो वायरल हुआ. इसी तरह कई राजनीतिक नेताओं के भाषण और बयान वायरल हुए हैं.
बौलीवुड और हौलीवुड की नवीनतम खबरें और वीडियोज़ अकसर वायरल होते हैं.
सोशल मीडिया पर विभिन्न चुनौतियां और ट्रेंड्स वायरल होते रहते हैं.
यह कुछ उदाहरण हैं जो हम को वायरल वीडियो की विविधता का अंदाजा दिलाते हैं.
निस्संदेह रोटी में या खाने में थूकने की घटनाएं बहुत ही गंभीर और अस्वीकार्य हैं. यह न केवल स्वच्छता और स्वास्थ्य के लिए खतरनाक है, बल्कि यह समाज में विश्वास और सम्मान को भी कम करता है.
कैसे रोक सकते हैं
सचमुच समाज में इस तरह की घटनाएं हो रही हैं और संभावना है तो इसे गंभीरता से लेते हुए एक जागरूक समाज का निर्माण करना होगा. एक जागरूक नागरिक का कर्तव्य निभाने के लिए हमें आगे आना होगा.
स्वच्छता और स्वास्थ्य का ध्यान रखें.
खाना बनाते समय हाथ धोएं और साफ कपड़े पहनें.
खाने को साफ और स्वच्छ जगह पर रखें.
कानून और समाज
1. जागरूकता अभियान चलाएं.
2. सामाजिक संगठनों और एनजीओ की मदद लें.
3. स्कूलों और कालेजों में स्वच्छता और स्वास्थ्य की शिक्षा दें.
4. समुदाय में स्वच्छता और स्वास्थ्य के लिए कार्यक्रम आयोजित करें.
स्वच्छता और स्वास्थ्य अधिनियमों का पालन करें.
खाने में थूकने पर कठोर दंड निर्धारित करें.
पुलिस और प्रशासन को शिकायत दर्ज करने के लिए प्रोत्साहित करें.
अदालत में मामला दर्ज करें और दोषियों को सजा दिलाएं.
मीडिया और सोशल मीडिया
1. स्वच्छता और स्वास्थ्य के बारे में जागरूकता फैलाएं.
2. खाने में थूकने की घटनाओं को उजागर करें.
3. सामाजिक दबाव बनाएं और दोषियों को सजा दिलाएं.
4. स्वच्छता और स्वास्थ्य के लिए अभियान चलाएं.
इन कदमों को उठा कर हम खाने में थूकने की घटनाओं पर अंकुश लगा सकते हैं और समाज में स्वच्छता और स्वास्थ्य को बढ़ावा दे सकते हैं.
उत्तराखंड में खाद्य पदार्थों में थूकने और गंदगी मिलाने की घटनाओं को ले कर मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने सख्त कार्रवाई के निर्देश दिए हैं. इस के बाद, खाद्य संरक्षा एवं औषधि प्रशासन (एफडीए) ने खाद्य कारोबारियों को दिशानिर्देश जारी किए हैं, जिस में दोषी पाए जाने पर 25 हजार रुपए से ले कर एक लाख रुपये तक का जुर्माना लगाया जाएगा.
इस मामले में मसूरी में लाइब्रेरी चौक पर चाय की रेहड़ी लगाने वाले दो भाइयों को चाय के बर्तन में थूकने और उसे ग्राहकों को पिलाने के आरोप में गिरफ्तार किया गया है. मुख्यमंत्री के मुताबिक राज्य में इस तरह की घटनाओं को कतई बर्दाश्त नहीं किया जाएगा और दोषियों पर सख्त कार्रवाई की जाएगी.
इस के अलावा, स्वास्थ्य मंत्री डा. धन सिंह रावत ने कहा है, त्योहारों के दौरान किसी भी प्रकार की अशुद्धता या असामाजिक गतिविधियों को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा.
इस बात से कतई इंकार नहीं किया जा सकता कि ये सिर्फ सनसनी फैलाने के लिए एक्टरों से कराए गए हों क्योंकि इस तरह के वीडियोज में कैरेक्टर कैमरे की ओर देखता ही नहीं है. यह स्पष्ट दिखता है कि फोटोग्राफी कुक की सहमति से हो रही है. लौजिक के अनुसार कोई भी कुक इस तरह के वीडियो को शूट करने पर औबजैक्ट करेगा.
इन सब बातों से पहले आवश्यकता है देश में इस तरह की अफवाह किसी भी तरह नहीं फैलनी चाहिए, उस का पर्दाफाश होना चाहिए. चंद लोग जो देश का माहौल खराब कर रहे हैं उन्हें कठोर सजा मिलनी चाहिए.