बचपन से हम लोगों को सिखाया गया है कि अतिथि देवो भवः लेकिन क्या कभी ऐसा हुआ है कि आप मेहमान नवाजी करना चाहते थे, लेकिन आप को लगा कि ऐसा करना आप के बस में नहीं? शायद आप स्वभाव से शर्मीले हों और सोचें, ‘मैं मेहमानों से क्या बातें करूंगा, वे तो उकता जाएंगे.’ या फिर शायद आप को लगे कि आप इतने अच्छे मेजबान नहीं है कि बाकि लोगों की तरह अच्छी खातिरदारी कर पाएं. लेकिन याद रखिए, मेहमान-नवाजी करने के लिए जरूरी नहीं कि आप का घर आलीशान हो. अगर आप का घर साफ-सुथरा है और आप मिलनसार हैं, तो मेहमानों को आप के यहां आने में खुशी होगी.
आज हम आप को यही बताएंगे कि हम किस तरह “एकदूसरे की” मेहमान नवाजी कर सकते हैं? मेहमान नवाजी करने में वे कौन सी बाते हैं जिन से हमें मेहमानों को बुलाने में हिचकिचाहट होती हैं? और हम कौन से स्मार्ट तरीके अपना कर मेहमान नवाजी के नए ढंग सीख सकते हैं?
मेहमानों का स्वागत प्यारी सी मुसकराहट के साथ करिए
मेहमानों का स्वागत पान पसंद के साथ नहीं बल्कि एक प्यारी सी मुसकराहट के साथ करिए. आप की एक प्यारी मुसकान उन का दिल जीत लेगी. उन्हें लगेगा कि आप उन का ही इंतजार कर रहे थे. ऐसा करने पर एक पौजिटिव वाइब्स के साथ मेहमान घर में दाखिल होंगे और पूरा माहौल खुशनुमा हो जाएगा.
घर को साफसुथरा रखिए
मेहमानों के आने से पहले ही पूरे घर की अच्छे से साफसफाई कर दीजिए. किचन भी व्यवस्थित होना चाहिए. ऐसा नहीं कि आप को खुद ही गंदे किचन में कोई सामान न मिले. जिस कमरे में मेहमान रुकेंगे वहां की साफसफाई के साथ जरुरत का सामान आदि पहले से ही रख दें.
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