Rajasthan Karanpur Assembly Election : राजस्थान में श्रीगंगानगर की श्रीकरणपुर विधानसभा सीट पर हुए चुनाव में विधायक बनने से  पहले मंत्री बनाए गए सुरेंद्र पाल टीटी कांग्रेस प्रत्याशी रूपिदंर सिंह कुन्नर से 12 हजार मतों से चुनाव हार गए. राजस्थान के विधानसभा चुनाव नवंबर 2023 में 199 सीटों पर हुए थे. श्रीकरणपुर विधानसभा सीट का चुनाव कांग्रेस के प्रत्याशी गुरमीत सिंह कुन्नर के निधन के कारण स्थगित हो गया था. भाजपा ने बहुमत से सरकार बनाई.

राजस्थान में नई सरकार के गठन में भाजपा ने सुरेंद्र पाल सिह टीटी को मंत्री बना दिया था. भाजपा को लगता था कि अगर वह अपने प्रत्याशी को मंत्री बना देगी तो क्षेत्र की जनता पर प्रभाव पड़ेगा और वे चुनाव जीत जाएंगे. इस सीट पर 5 जनवरी को वोटिंग हुई. इस में कांग्रेस के प्रत्याशी रूपिदंर सिंह कुन्नर चुनाव जीत गए. पिछले विधानसभा चुनाव यानी साल 2018 में कांग्रेस प्रत्याशी गुरमीत सिंह कुन्नर ने जीत हासिल की थी. करणपुर विधानसभा सीट से चुनाव लड़ते हुए उन्होंने 28 हजार से ज्यादा वोटों के अंतर से चुनाव जीता था.

कांग्रेस ने इसी बड़ी जीत को देखते हुए 2023 चुनाव में भी उन्हें इस सीट से अपना उम्मीदवार घोषित किया था.

सिख बाहुल्य विधानसभा क्षेत्र

श्रीगंगानगर और हनुमानगढ़ जिले सिख बाहुल्य माने जाते हैं. 11 में से 8 विधानसभा सीटों पर जीत और हार सिख मतदाता तय करते हैं. 2011 की जनगणना के मुताबिक इन दोनों जिलों में सिखों की संख्या 7 लाख के करीब थी. अब 2024 में यह काफी बढ़ चुकी होगी. भाजपा के राज्यमंत्री सुरेंद्र पाल सिह टीटी की हार बताती है कि हिंदुत्व की बात करने वाली भाजपा सिखों का दिल जीत नहीं पाई है. देश के बाहर रह रहे सिख, जो खुद को खालिस्तान का समर्थक बताते हैं, लगातार हिंदू, भाजपा और नरेंद्र मोदी का विरोध करते रहते हैं.

2011 की जनगणना के अनुसार देश में 2 करोड़ से ज्यादा सिख रहते हैं. यह देश की कुल आबादी का 1.7 प्रतिशत है. इन में से अकेले 1.6 करोड़ सिख पंजाब में रहते हैं. देश की तरक्की के लिए जरूरी है कि विभिन्न धर्मों और संप्रदायों के लोग एकसाथ चलें.

‘दक्षिणापंथी’ जिस तरह से केवल राममंदिर को आगे कर के देश को चलाने की कोशिश कर रहे हैं उस से कई धर्मों और संप्रदायों के लोगों का एकसाथ चलना मुश्किल हो रहा है. इस से देश अलगाव की राह पर जा रहा है.

सब को साथ ले कर चलना होगा

खालिस्तानी समर्थक गुरपतवंत सिह ‘पन्नू’ ने धमकी देते कहा है कि राममंदिर प्राण प्रतिष्ठा से पहले एयरपोर्ट बंद करा देंगे. इस तरह की धमकियों से देश का माहौल खराब हो रहा है. राजस्थान के इतिहास में ऐसा पहली बार हुआ है. देश को चलाने के लिए सब को साथ ले कर चलना होता है. यह केवल सब का साथ सब का विकास का नारा देने से संभव नहीं होगा. इस के लिए हर जाति और धर्म के दिल में जगह बनानी होगी.

हिंदू राष्ट्र बनाने की चाहत में अलगाव को आगे बढ़ने का मौका मिल रहा है. खालिस्तान समर्थक अपना देश बनाना चाहते हैं. खालिस्तानी समर्थक गुरपतवंत सिह ‘पन्नू’ ने अपने वीडियो में देश के मुसलिम वर्ग से कहा कि वह अपने लिए उर्दिस्तान बनाने की मांग करे.

इस तरह की अलगाव की बातें देश के लिए ठीक नहीं हैं. देश का धर्मनिरपेक्ष ही बने रहना सब के हित में है. इस के लिए जरूरी है कि सब को साथ ले कर चला जाए. देश में रहने वाले हर इंसान को देश से प्रेम हो. वह यहां खुद को सुरक्षित महसूस करे.

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