पुलिस सब इंसपेक्टर की नौकरी छोड़ कर राजकुमार ने फिल्मों में एक्टिंग शुरू की थी. उन के फिल्मों में जाने की कहानी बड़ी रोचक है. राजकुमार का असली नाम कुलभूषण पंडित था. वह पुलिस में सब इंसपेक्टर थे. वह स्मार्ट दिखने के लिए हमेशा सचेत रहते थे. वह जिस थाने में तैनात थे वहां फिल्मी लोगों का आनाजाना काफी होता था. उन को भी फिल्में देखने का काफी शौक था. इस कारण थाने में आने जाने वालों के सामने अपने रौबदार डायलाग मारते थे.

एक दिन फिल्म डायरेक्टर बलदेव थाने आए तो कुलभूषण पंडित ने पुलसिया अंदाज में एक डायलौग बोल दिया. बलदेव उसे सुन कर प्रभावित हुए और उन को फिल्मों में एक्टिंग करने का औफर दिया.

उन की पहली फिल्म ‘शाही बाजार’ आई. वही से उन का नाम राजकुमार हो गया.

राजकुमार ऐसे फिल्म अभिनेता थे जिन की कोई भी ऐसी फोटो देखने को नहीं मिलेगी जिस में वह टिप टौप या स्मार्ट न दिखते हो. कहा जाता है कि रात में सोते समय भी वह मेकअप कर के सोते थे. इसी तरह के अभिनेता देवानंद भी थे. जो हमेशा काले रंग के कपड़े पहन कर चलना पंसद करते थे. क्योंकि इस में वह जवान दिखते थे.

उस दौर में बूढ़े से बूढ़ा अभिनेता भी पर्दे पर जवानों का किरदार ही निभाता था. अपनी उम्र से कई साल छोटी हीरोइन के साथ एक्टिंग कर के खुद को जवान साबित करता था.

इस कड़ी में कई नाम ले सकते हैं. ऋषि कपूर, राजेश खन्ना, अमिताभ बच्चन, धर्मेन्द्र जैसे तमाम नाम हैं.

अब जवान हीरो निभा रहे बूढो का किरदार

फिल्म अभिनेता शाहरुख खान जवान हीरो की जगह पर बूढ़ों के किरदार निभा रहे हैं. शाहरुख खान ने फिल्म ‘डंकी’ में बूढ़े का रोल किया. किंग खान कहे जाने वाले शाहरूख ने अपनी अगली फिल्म के बारे में कहा कि वह एक बार फिर से अपनी उम्र से ज्यादा के रोल करते दिखाई देंगे. यानी एक बार फिर से एक्टर पर्दे पर बूढ़े के रोल में नजर आ सकते हैं.

शाहरुख खान ने कहा, ‘मैं अब फिल्म मार्च, अप्रैल में एक शुरू करूंगा. मैं अब एक ऐसी फिल्म करने का प्रयास कर रहा हूं जो मैं ज्यादा उम्र और वास्तविक रहूं.’

शाहरुख खान के चाहने वाले उन को दोनों ही किरदार में पसंद कर रहे हैं. शाहरुख का स्वैग ही अलग है. जो दर्शकों को खास पसंद आ रहा है. बूढ़े के रूप में भी शाहरुख खान फिल्म में दमदार एक्शन सीक्वेंस करते नजर आते हैं.

फिल्म ‘जवान’ में शाहरुख खान का जवानी का किरदार जितना फैंस को पसंद आया, उतना ही उन का बुजुर्ग वाला किरदार भी दर्शकों के दिल में उतर गया है.

आज जो सिनेमा बन रहा है वह काल्पनिक से अधिक रियलस्टिक सोच पर बन रहा है. फिल्मी कलाकारों को यह लगता है कि अपनी से अधिक उम्र के किरदार निभाने में उन को ज्यादा मजा आ रहा है. हीरो पहले की तरह इमेज और लुक्स को ले कर परेशान नहीं रहता. वह अच्छी कहानी के लिए कोई भी रोल कर लेता है.

अमिताभ बच्चन ने ‘पा’ में इसी तरह का रोल निभाया. ‘चीनी कम’ में भी वह बूढ़े के किरदार में नजर आए. दोनों ही फिल्मों की काफी तारीफ हुई.

हीरोइन भी पीछे नहीं

जवानी में बूढ़ों के किरदार निभाने वालों में हीरोइने भी पीछे नहीं हैं. फिल्म ‘जवान’ में रिद्धि डोगरा के किरदार की तारीफ भी कर रहे हैं. इस फिल्म में रिद्धि डोगरा के किरदार का नाम ‘कावेरी अम्मा’ है.

फिल्म रिलीज के साथ ही उन की तुलना शाहरुख की पिछली फिल्म ‘स्वदेस’ के एक किरदार से की जाने लगी है. रिद्धि ने फिल्म में काम करने के अपने शानदार अनुभव के लिए निर्देशक एटली को शुक्रिया कहा है. रिद्धि डोगरा ने शाहरुख की मां कावेरी अम्मा का रोल निभाया है.

इस को स्वीकार करना किसी भी हीरोइन के लिए काफी मुश्किल रहा होगा.’जवान’ में रिद्धि डोगरा के कावेरी अम्मा वाले किरदार ने शाहरुख की फिल्म ‘स्वदेस’ में इसी नाम के कैरक्टर की याद आ गई है. ‘स्वदेस’ में कावेरी अम्मा को अनुभवी एक्ट्रैस किशोरी बल्लाल ने पर्दे पर निभाया था. सोशल मीडिया पर किसी ने उन की असली उम्र जाननी चाही तो मजाक में ही रिद्धि ने अपनी उम्र बताते कहा ‘मैं 15 साल की हूं’.

स्टारडम की चिंता छोड़ निभाया बूढ़ों का किरदार

फिल्मों में अपनी उम्र से अधिक का किरदार निभाने के लिए जी तोड़ मेहनत करनी पड़ती है. उन को कई तरह के गेटअप लेने पड़ते हैं. अब अपनी से बड़ी उम्र की भूमिका निभाने से भी वह पीछे नहीं हटते.

कई अभिनेता ऐसे हैं, जिन्होंने कम उम्र में बुजुर्ग का किरदार निभाया है और दर्शकों का दिल भी जीता है. यह जवानी में बूढ़े बन कर पर्दे पर छा गए.

फिल्म ‘भारत’ में अभिनेता सलमान खान ने जवानी से ले कर बुढ़ापे तक के किरदार को निभाया था. कम उम्र में उन्होंने फिल्म में बुजुर्ग का किरदार इस तरह से निभाया की दर्शक एक बार फिर उन के दीवाने हो गए.

इसी तरह से फिल्म अभिनेता ऋतिक रोशन ने फिल्म ‘कृष’ और ‘कृष 3’ में डबल रोल निभाया था, एक बेटे और एक पिता का. फिल्म में ऋतिक बूढ़े पिता के किरदार में नजर आए थे और इस खूबसूरती के साथ उन्होंने बुजुर्ग का किरदार निभाया था कि अपने ही बेटे वाले किरदार को कड़ी टक्कर दे रहे थे.

इस के अलावा ऋतिक ने फिल्म ‘धूम 3’ में भी बूढ़े का गेटअप अपनाया था. बुजुर्ग बन कर उन्होंने चोरी को अंजाम दिया था.

बॉलीवुड के मिस्टर परफैक्शनिस्ट कहे जाने वाले सुपरस्टार आमिर खान भी इस लिस्ट में शामिल हैं. फिल्म ‘दंगल’ में उन्होंने 2 बेटियों के पिता की भूमिका निभाई थी. जिस के लिए उन्हें बूढ़े का रोल करना पड़ा था. इस के साथ ही इसी फिल्म में उन के जवानी के किरदार को भी दिखाया गया था. जिस में आमिर एक पहलवान के रूप में नजर आए थे और दर्शकों का दिल जीत लिया था, लेकिन वहीं अगले ही पल बुजुर्ग का किरदार निभाते हुए भी उन्होंने फैंस के दिल में खास जगह बना ली.

नहीं रही टाइप्ड होने की चिंता

फिल्मों के हीरो हो या हीरोइन अब उन को टाइप्ड होेने की चिंता नहीं रही. पहले हीरो को लगता था कि एक बार बूढ़े का किरदार निभा लिया तो उन को बारबार ऐसे ही किरदार निभाने होंगे. यही हाल हीरोइन का था इसलिए वह मां, बहन या भाभी का किरदार निभाने को तैयार नहीं होती थी.

अब यह सोच बदल रही है. उन को लगता है कि उन के लुक्स के बारे में सब जानते हैं. ऐसे में बूढ़े का किरदार निभाने के बाद भी उन को लोग जवान ही समझेंगे. सोशल मीडिया के कारण स्टार अपने फैंस से हमेशा जुड़े रहते हैं. फैंस उन के सच को जानते हैं.

पहले के समय में स्टार केवल फिल्मों के जरिए या बहुत हुआ तो अखबार और पत्रिकाओं के जरिए ही अपने फैंस से जुड़े रहते थे. इसलिए यह खतरा रहता था कि जिस तरह से पर्दे पर दिखेंगे उसी तरह से सोचेंगे.

आज पर्दे से अधिक सोशल मीडिया के जरीये स्टार अपने फैंस से जुड़े रहते हैं. वह उन के बारे में बहुत जानकारी रखते हैं. ऐसे में केवल फिल्मी रोल तक बात नहीं रह गई है.

आज फिल्मों की कहानी ऐसी होती है जिस में अधिक प्रयोग किए जा रहे हैं. उम्र कोई बाधा नहीं रह गई. कलाकार को इमेज से अधिक किरदार की फिक्र होने लगी है. इसलिए वह किरदार को बेहतर बनाने के लिये उम्र की सीमा को पीछे छोड़ चुका है.

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