भारतीय लड़की अंजलि की पाकिस्तानी लड़की सूफी से इंस्टाग्राम के जरिए जानपहचान हुई. जल्द ही उन के मन में मिलन की जिज्ञासा जागी और फिर वे एकदूजे के हो गए. पढि़ए, कैसे हुआ उन का मिलन, इन 2 लेस्बियन लड़कियों की खूबसूरत लव स्टोरी में.
भारत की अंजलि उन दिनों पढ़ाई के सिलसिले में अमेरिकी राज्य कैलिफोर्निया के महानगर लास एंजेलस में फैशन डिजाइनिंग का कोर्स कर रही थी. हर वक्त वह नए डिजाइन की तलाश में रहती थी.
इंटरनेट पर वेबसाइटों और सोशल मीडिया को खंगालती हुई एक दिन अचानक अंजलि की नजर एक लड़की के वीडियो पर टिक गई. उस की ड्रेस उसे भा गई थी. वह मन ही मन खुश हो गई. क्योंकि जिस तरह के ट्रेडिशनल डिजाइन की उसे तलाश थी, वह उसे मिल गया था.
वीडियो में लड़की की जरीदार ड्रेस गजब ढा रही थी. उस की कशीदाकारी लुभावनी थी. वह पंजाबी और पाकिस्तानी कल्चर को दर्शा रही थी. उस में बेजोड़ कशीदाकारी में काफी बारीक काम किए गए थे. अंजलि फटाफट वीडियो वाली लड़की का सोशल मीडिया प्रोफाइल चैक करने लगी.
उसे यह जान कर बेहद खुशी हुई कि वह उस के पड़ोसी देश पाकिस्तान में करांची की मूल निवासी है. उस ने किसी करीबी के होने का आभास महसूस किया. उस का प्रोफाइल देखते हुए वह चौंक गई. उस में उस ने अपनी व्यक्तिगत जानकारी बड़े बिंदास अंदाज में लिख रखी थी.
वह 24 साल की अविवाहित सूफी थी, लेकिन खुद के बारे में बाइसैक्सुअल होने की बात कही थी. अंजलि बाइसैक्सुअल शब्द पढ़ कर थोड़ी ठहर गई. सोचने लगी… बाइसैक्सुअल मतलब सूफी को लड़के के अलावा लड़की के साथ सैक्स करना भी पसंद है. इस का मतलब वह लेस्बियन है.
यह जान कर अंजलि के मन में उस से संपर्क करने की जिज्ञासा और बढ़ गई. अंजलि न केवल तुरंत उस की फालोअर बन गई, बल्कि उस के प्रोफाइल से कौंटेक्ट करने का मैसेज भी भेज दिया.
उस के बाद दोनों के बीच चैटिंग और टाकिंग शुरू हो गई. परिचय हुआ. जल्द ही उन के बीच दोस्ती हो गई और हंसीमजाक भी होने लगी. कुछ दिनों में ही दोनों चैटिंग करते हुए एकदूसरे के दिल में समा गए. एक दिन अंजलि ने फोन कर पूछा, ‘‘क्या उन की मुलाकात नहीं हो सकती?’’
जवाब में सूफी ने कहा, ‘‘क्यों नहीं, तुम जब चाहो, मिल लो. मैं न्यूयार्क में हूं.’’
अंजलि ने पूछा, ‘‘कब मिलूं?’’
‘‘संडे को,’’ सूफी बोली.
‘‘संडे आने में तो 4 दिन बाकी हैं,’’ अंजली बोली.
‘‘मिलने की इतनी बेचैनी है…संडे मेरे लिए खास है. उस दिन में अपने बौयफ्रैंड से बे्रकअप करूंगी और तुम्हारे संग फ्रैंडशिप की छोटी सी पर्सनल स्टार्ट पार्टी होगी,’’ सूफी बोली.
‘‘अच्छा तो तुम्हारा बौयफ्रैंड भी है? उस के साथ ब्रेकअप क्यों?’’ अंजलि ने जिज्ञासावश पूछा.
‘‘मिलोगी तब बताऊंगी,’’ सूफी बोली.
‘‘फिर भी कुछ तो बताओ,’’ अंजलि ने जिद की.
‘‘वह गे है. ‘गे’ समझती हो न, पुरुष समलैंगिक. वह एलजीबीटी ग्रुप का मेंबर है. इस का मुझे बाद में पता चला.’’ सूफी बोली, ‘‘उस ने मुझे भी उस का मेंबर बना दिया है.’’ सूफी ने आगे कहा.
‘‘ऐंऽऽ यह बात है!’’ अंजलि चौंकती हुई बोली.
निर्धारित समय पर अंजलि की सूफी से मुलाकात न्यूयार्क के एक रेस्टोरेंट में हुई. सूफी ने अपनी निजी जिंदगी के कई पन्ने अंजलि के सामने खोल कर रख दिए. उस ने बताया कि उसे कितनी मुश्किल से बौयफ्रैंड से छुटकारा मिला.
यह भी बताया कि वह किस तरह से पूरी तरह ‘गे’ बन गया था, उस में लड़की से सैक्स के प्रति रुचि खत्म हो गई थी, उस में उस की दिलचस्पी नहीं रह गई थी. जबकि पहले वह ऐसा नहीं था.
अंजलि को सूफी की बातें गुदगुदा रही थीं. वह बड़े ध्यान से उस की बातें सुनती रही. सूफी ने एक तरह से अपना दिल खोल कर रख दिया था. अंजलि ने महसूस किया कि सूफी एक नेक लड़की है. उस ने अपने दिल की एक भी बात नहीं छिपाई है.
सूफी ने बताया कि उसी वजह से वह भी बाइसैक्सुअल बन चुकी है.
काफी समय तक सूफी की बातें सुनने के बाद अंजलि ने चुप्पी तोड़ी. उस ने जब कहा कि उसे भी उस जैसी ही पार्टनर की तलाश थी, तब सूफी को हैरानी हुई. इस तरह दोनों की पहली मुलाकात उन्हें एकदूसरे के काफी करीब ले आई थी.
अंजलि ने अपने बारे में बताया कि उस का भी बौयफ्रैंड से ब्रेकअप हो चुका है. उस दिन दोनों ने न्यूयार्क शहर में घूमघूम कर साथसाथ अनेक तसवीरें खींचीं, सेल्फी ली और अपनेअपने इंस्टाग्राम पर पोस्ट कर दीं.
हालांकि उन की इन नजदीकियों वाली तसवीरों को जिस ने भी देखा, एक ही अर्थ लेस्बियन का ही निकाला. उन के कई प्रशंसकों ने शादी करने की सलाह दे डाली.
इस के बाद अंजलि ने एक दिन सूफी को प्रपोज कर दिया. वे दोनों एकदूसरे के हो गए. दोनों ने फोटोशूट करवा कर इंस्टाग्राम पर शेयर किया. और फिर इन के प्यार के चर्चे होने लगे.
दोनों सोशल मीडिया पर काफी सक्रिय रहने लगीं. उन पर लोगों ने कटाक्ष भी किए और शादी का विरोध भी जताया. विरोध उन के 2 पड़ोसी मुल्कों के होने को ले कर भी हुआ. धार्मिक संगठनों ने उन्हें काफी भलाबुरा कहा.
धर्म के हवाले से घेरते हुए काफी आलोचना की. उन की हरकतों को बेशर्मी की सीमा पार करने वाला बताया. उन के खिलाफ काररवाई करने की भी धमकी दी. फिर भी अंजलि ने बताया कि उन्हें लेस्बियन होने में कोई शर्म नहीं है.
इस के बाद से उन के फालोअर्स और तेजी से बढ़ने लगे. इस तरह से 2 बाइसैक्सुअल के मोहब्बत की दास्तान लेस्बियन की कहानी में बदल गई. उन्होंने न केवल लिंग की दीवार तोड़ी थी, बल्कि मजहब की दीवार भी ढहा दी थी.
सूफी का कहना है कि मोहब्बत दिमाग से नहीं की जाती, बल्कि ये दिल से होती है. वह दिन गए जब लेस्बियन और गे की छिपी प्रेम कहानी को लोग जगजाहिर नहीं करते थे. वैसे रिश्ते को छिपाने के बजाय खुल कर बताने और खुल कर जीने में ही लोगों की भलाई है. उस की तो कई देशों में इस रिश्ते को मान्यता भी मिल चुकी है.
बहरहाल, भारत और पाकिस्तान के नफरत से ऊपर सूफी और अंजलि ने प्यार को चुना है. उन का कहना है कि उन्होंने कड़वाहट में प्यार के फूल खिलाए हैं.