‘‘दंगल टीवी’’ पर प्रसारित हो रहे सीरियल ‘‘नथः जेवर या जंजीर’’ में ठाकुर अवतार के बेटे शंभू का किरदार निभा रहे अभिनेता अर्जित तनेजा ने अंततः इस सीरियल को अलविदा कह दिया. इतना ही नहीं अर्जित ने तुरंत इस बात की जानकारी उसी मीडिया को दी, जिसके संग कुछ दिन पहले वह बदतमीजी के साथ पेश आ चुके थे.
अर्जित ने दिया ये बयान…
अर्जित तनेजा ने सीरियल ‘‘नथ: जेवर या जंजीर’’ को अलविदा करने की वजह बताते हुए कहा है -‘‘जब मुझे शंभू के किरदार के लिए अनुबंधित किया गया था, उस वक्त मुझे इस किरदार में काफी अच्छी संभावनाएं नजर आयी थीं. सीरियल का कांसेप्ट काफी दमदार है और आज भी मेरा मानना है कि इसमें दर्शकों को जोड़ने का दम है. लेकिन पिछले कुछ माह से मेरा किरदार उस ढंग से विकसित नहीं हो रहा था, जिस ढंग से मैने कल्पना की थी. मैं रचनात्मक को लेकर कोई दोषारोपण नहीं करना चाहता. पर पूरे सम्मान के साथ कहना चाहूंगा कि मैंने जेसा सोचा था, उस तरह से शंभू का किरदार विकसित नहीं हो रहा था. इसलिए मैने इससे खुद को अलग करने का निर्णय लिया.
ऐसा काम करने का कोई मतलब नहीं होता, जिसे करने के लिए आपका दिल गवाही न दे रहा हो. लेकिन, इसमें अभिनय करने का मेरा अनुभव अच्छा रहा.’’
सीरियल ‘‘नथः जेवर या जंजीर’’ के सेट पर मीडिया के संग अर्जित तनेजा कई बार मीडिया के साथ बदतमीजी से पेश आए, मगर अर्जित ने अब इस सीरियल को छोड़ने की जो वजह बतायी है, उसमें सच्चाई जरुर है. सीरियल का कांसेप्ट देश के कुछ हिस्से में चली आ रही ‘‘नथ उतराई’’ की कुप्रथा के समूल नाश के लिए इस कुप्रथा के प्रति जागरूकता लाना है.
भटकी शो की कहानी…
जब इस शो का प्रसारण शुरू हुआ था, तब इसका स्वागत किया गया था और यह बात उभरकर आयी थी कि ‘दंगल टीवी’ सामाजिक मुद्दों पर सीरियल परोस रहा है. मगर बहुत जल्द वह भटक गए और सीरियल में ‘नथ उतराई’ प्रथा के नाम पर वही घिसा पिटा पारिवारिक ड्रामा परोसा जाने लगा.
दो बहने एक दूसरे के मात देने पर आमादा है. औरतें साजिश रच रही हैं. हत्याएं होने लगी. मृत इंसान कुछ समय बाद परिवार में जिंदा वापस आने लगा. वगैरह वगैरह.. एक ही इंसान को कई शादिया करते दिखाया गया. मगर कहानी में इतनी अधिक नाटकीयता है कि यह सीरियल ‘दंगल’ टीवी का नंबर वन सीरियल बना हुआ है.
सेट पर सही नहीं अर्जित का बर्ताव…
लोकप्रियता में ‘दंगल’ टीवी के कई सीरियल इससे पीछे हैं,जिनके चलते कुछ बंद भी किए गए. तो वही कटु सतय यह भी है कि बतौर अभिनेता अर्जित तनेजा का सेट पर व्यवहार सही नहीं रहा. उनके अंदर विनम्रता का घोर अभाव है, जबकि हर कलाकार के अंदर विनम्रता अवश्य होनी चाहिए.
सेट पर मौजूद लोगों की बात माने तो अर्जित की वजह से सेट पर सदैव तनाव का माहौल बना रहता है. हालात यह है कि सेट पर सीन को अपने हिसाब से अर्जित मोड़ देते हैं और निर्देशक भी उनकी हां में हां मिलाते रहते है. लगभग ढाई माह पहले जब ‘नथ:जेवर या जंजीर’ के सौ एपीसोड पूरे हुए थे, तब सेट पर केक कटिंग समारोह आयोजित किया गया था, जिसकी कवरेज के लिए पत्रकारों और प्रेस फोटोग्राफरों को भी बुलाया गया था.
तब अर्जित की वजह से मीडिया को पूरे चार घंटे इंतजार करना पड़ा था. इसके बावजूद अर्जित ने प्रेस फोटोग्राफरों को केक कटिंग की तस्वीर खींचने से मना करने के साथ ही बदतमीजी के साथ अर्जित तनेजा ने कहा था -‘‘केक खाइए और यहां से जाइए.’’
मजेदार बात यह है कि अर्जित तनेजा के इस व्यवहार पर निर्देशक के साथ ही सेट पर मौजूद वरिष्ठ कलाकार मूक दर्शक बने रहे थे. अब जब अर्जित ने सीरियल को अलविदा कह दिया है, तो देखना है कि ‘दंगल’ टीवी या सीरियल के निर्देशक क्या कहते हैं. फिलहाल सभी चुप हैं.