दुनियाभर में कोहराम मचाने वाला कोरोना वायरस हिंदुस्तान में भी पहुंच चुका है. हालांकि यहां अभी तक इसके वजह से किसी की भी मौत नहीं हुई है. यहां अलग-अलग शहरों में 30 लोगों के संक्रमित होने की खबर आ रही है. दिल्ली से सटे गाजियाबाद में नोवेल कोरोना वायरस (कोविड-19) का एक नया मामला सामने आने के साथ ही देश में वायरस से संक्रमित लोगों की कुल संख्या 30 तक पहुंच चुकी है. इनमें से तीन मामले दिल्ली-एनसीआर के हैं.

स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय ने गुरुवार को पुष्टि की कि अभी तक देश में कोविड-19 के कुल पॉजिटिव मामलों की संख्या 30 हो गई है.

बच्चों पर नहीं हो रहा असर…

इन सबके बीच एक सबसे अच्छी बात ये है कि बच्चों में इस वायरस का कोई असर नहीं देखा जा रहा है. इसलिए बच्चों की सेफ्टी तो करना है लेकिन इससे बहुत ज्यादा चिंतित होने की जरुरत नहीं है.

ये भी पढ़ें- सिर्फ मोबाइल ही नहीं दूसरी डिवाइस भी हैं सेहत के लिए खतरनाक

नोएडा में सामने आया मामला…

बुधवार को दिल्ली में कोरोना वायरस का पहला मामला सामने आया. इसके तुरंत बाद ही नोएडा के एक स्कूल को कुछ दिनों के लिए बंद कर दिया गया, क्योंकि वहां पर कोरोना वायरस से संक्रमित शख्स के बच्चे पढ़ते थे.

इसके बाद से ही दिल्ली-एनसीआर में माता-पिता अपने स्कूल जाने वाले बच्चों को लेकर काफी चिंतित हैं. उनमें एक पैनिक की स्थिति पैदा हो गई है. हालांकि, इस बीच स्कूल और सरकारें सभी ये कह रही हैं कि घबराने की जरूरत नहीं है, तैयारी पूरी है, लेकिन एक के बाद एक तेजी से कोरोना वायरस के मामले सामने आने से माता-पिता की चिंता न चाहते हुए भी बढ़ रही है.

नोएडा में कई पैरेंट्स ने अपने बच्चों को स्कूल भेजना बंद कर दिया तो कई ने तो शहर तक छोड़ने का फैसला कर लिया. हालांकि यहां कुछ आंकड़ें हैं जिससे पता चलता है कि बच्चों में इस वायरस का असर बहुत कम या यूं कहूं कि न के बराबर है.

दुनियाभर में 3100 से ज्यादा मौतें…

अब तक दुनिया भर में कोरोना वायरस के 3100 से अधिक लोगों की जान जा चुकी है और 91,700 से भी अधिक लोग इससे संक्रमित हो गए हैं, लेकिन अगर उम्र के हिसाब से देखा जाए तो पता चलता है कि 0-9 साल के एक भी बच्चे की मौत कोरोना वायरस से नहीं हुई है. वहीं 10-19 साल के बच्चों और किशोरों में सिर्फ 0.2 फीसदी मौतें ही कोरोना वायरस की वजह से हुई हैं. इसी तरह 20-29 साल और 30-39 साल के लोगों में सिर्फ 0.2 फीसदी लोग ही कोरोना वायरस से मरे हैं.

ज्यादा उम्र वालों पर ज्यादा असर…

इस वायरस से ये ट्रेंड सामने आया है कि जिसकी उम्र अधिक है, उस उम्र के लोगों की कोरोना वायरस से अधिक मौतें हुई हैं. जैसे 70-79 साल के करीब 8 फीसदी लोग कोरोना वायरस से मारे गए हैं और 80 साल से अधिक के 14.8 फीसदी की मौत कोरोना वायरस ने ली है.

ये भी पढ़ें- पीरियड्स का न आना ओवरी कैंसर का संकेत तो नहीं

ये है कारण…

ऐसा क्यों होता है. ये सवाल सबके मन में आता होगा. इसका उम्र से कोई खास रिश्ता नहीं है बल्कि इसका कारण आपका इम्यून क्षमता यानि (प्रतिरोधक क्षमता) है. बच्चों में इम्यून क्षमता सबसे ज्यादा होती है इसलिए इस वायरस का असर उन पर नहीं होता.

भारत में कोरोना वायरस का असर…

कोरोना वायरस में केरल के वह तीन संक्रमित लोग भी शामिल हैं, जो अब ठीक हो चुके हैं और उन्हें अस्पताल से भी छुट्टी दे दी गई है. दिल्ली-एनसीआर में तीन पॉजिटिव रिपोर्ट वाले मामले हैं, जिनमें से दो लोगों ने इटली की यात्रा की थी. एक व्यक्ति ईरान गया था. दिल्ली में संक्रमित पहले व्यक्ति से एक जन्मदिन की पार्टी के दौरान आगरा के छह लोगों को कथित तौर पर संक्रमण हुआ.

तेलंगाना में भी कोरोना के एक मामले की पुष्टि हुई है. संक्रमित व्यक्ति ने दुबई का दौरा किया था, जहां उसे सिंगापुर के एक व्यक्ति से संक्रमण हुआ था. इन मामलों के अलावा 16 इतालवी पर्यटक भी संक्रमित हैं, जो भारत में घूमने आए थे. उनके साथ रह रहा एक भारतीय ड्राइवर भी संक्रमित हुआ है. तेलंगाना के पहले के दो संदिग्ध मामलों की रिपोर्ट नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ वायरोलॉजी (एनआईवी) पुणे में नकारात्मक पाई गई है.

ये भी पढ़ें- भूलकर भी डौक्टर से कभी न छिपाएं ये 5 समस्याएं

और कहानियां पढ़ने के लिए क्लिक करें...