सीएए के खिलाफ प्रदर्शन खत्म होने का नहीं ले रहा है एक तरफ दिल्ली के शाहीन बाग में 70 दिन से धरना जारी है,इस बीच जाफराबाद में महिलाओं ने जाम लगा दिया है, वहां पर भी सीएए और एनआरसी के खिलाफ मुस्लिम महिलाओं ने मोर्चा खोल दिया है, सड़क पर उतर कर धरना प्रदर्शन कर रही हैं.
बड़ी संख्या में मुस्लिम महिलाएं देर रात से जाफराबाद मेट्रो स्टेशन के नीचे बैठ गई औऱ धरना करने लगीं. जिसकी वजह से मेट्रो स्टेशन को बंद करना पड़ा औऱ आम लोगों को दिक्कत भी उठानी पड़ रही है. इसके साथ सीलमपुर को जाने वाला मेन रोड भी बंद हो गया है, मौके पर भारी फोर्स मौजूद है.
दिल्ली के चांद बाग में तीसरा शाहीन बाग बन गया है, यहां भी मुस्लिम महिलाएं धरने पर बैठ गई हैं, सुबह 10 बजे से चांद बाग में प्रदर्शन चल रहा है. महिलाओं ने रोड जाम कर दिया है. नौबत ये आ गई कि पुलिस को लाठीचार्ज का सहारा लेना पड़ा क्योंकि प्रदर्शनकारियों ने रोड जाम कर रखा था. वहीं दूसरी ओर बीजेपी के नेता कपिल मिश्रा ने ट्वीट किया है कि वो कुछ देर में जाफराबाद को जवाब देने के लिए सीएए के समर्थन में सड़क पर उतरेंगे.
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जाफराबाद के ठीक सामने मौजपुर चौक की रेड लाइट पर प्रदर्शन करेंगे. कपिल मिश्रा ने अपने एक बयान में कहा कि “हम सीएए वापस नहीं लेंगे क्योंकि कद बढ़ा नहीं करते एड़ियां उठाने से और सीएए वापस नहीं होगा सड़कों पर बीबीयां बिठाने से.” अब कपिल मिश्रा का बयान उनके लिए मुसीबत खड़ा कर सकती है क्योंकि उनका ये बयान आपत्तिजनक है. ये उनका जुमलानुमा बयान था.
इनकी सिर्फ एक ही मांग है की सीएए को वापस लेना चाहिए क्योंकि ये हमारे हक छीन सकता है उन्हें लगता है कि ये उनकी नागरिकता पर असर डालेगा जबकि खुद गृह मंत्री अमित शाह ये बात बता चुके हैं इससे यहां के लोगों की नागरिकता पर कोई असर नहीं पड़ेगा लेकिन फिर भी प्रदर्शन जारी है और जाहिर है कि यदि ये धरना प्रदर्शन ऐसे ही चलता रहा तो कहीं कुछ बड़ी अनहोनी ना हो जाए क्योंकि इसकी आशंका लग रही है.
अब देखना यही होगा कि सरकार इसके लिए क्या कड़े रुख अपनाती है? क्योंकि फैसला करना बहुत ही जरूरी है वरना दिल्ली की हर जगह कहीं शाहीन बाग न बनने लगे.
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