कुछ रिश्ते हमें जन्म से मिलते हैं तो कुछ हम अपनी खुशी से बनाते हैं. ऐसा ही एक रिश्ता है मुंहबोले भाईबहन का, जिसे किशोर स्कूलकालेज के दौरान बनाते हैं. यह रिश्ता बनाना जितना आसान है इसे निभाना उतना ही मुश्किल. इस रिश्ते में कई बार छोटीछोटी बातें भी बुरी लग जाती हैं. हर रिश्ते की तरह इस रिश्ते में भी कुछ जिम्मेदारियां होती हैं, कुछ फर्ज होते हैं, जिन्हें भाईबहन को पूरी निष्ठा से निभाना है. किशोर रिश्ता बनाने में जितनी जल्दबाजी दिखाते हैं, निभाने में उतनी ही देर करते हैं. वे सोचते हैं कि यही काम बचा है कि सबकुछ छोड़ कर सेवा में लग जाएं.
लेकिन यह सोच गलत है. जब आप ने किसी रिश्ते की शुरुआत की है तो उस की जिम्मेदारियों को पूरा करना भी आप का फर्ज बनता है. आप दोनों के बीच सिर्फ कहने भर का रिश्ता नहीं होना चाहिए बल्कि रिश्ते में ऐसी मिठास होनी चाहिए कि देखने वाले कहें कि तुम दोनों को देख कर ऐसा लगता है जैसे सगे भाईबहन हों. इसलिए अगर आप ने कोई मुंहबोला भाई या बहन बना रखी है तो एकदूसरे के प्रति अपनी जिम्मेदारियां भी पूरी करें ताकि आप कह सकें कि ‘फूलों का तारों का सब का कहना है, एक हजारों में मेरी बहना है…’
आइडियाज देने में न रहें पीछे
आइडिया देते समय यह न सोचें कि अगर मैं ने इसे आइडिया दे दिया तो यह मुझ से आगे निकल जाएगी. इस से तो इस की ही तारीफ होगी. मुझे क्या मिलेगा. ऐसी भावना कभी भी अपने मन में न लाएं बल्कि बहन को बैस्ट से बैस्ट आइडिया देने की कोशिश करें ताकि जब सब उस आइडिया की तारीफ करें तब आप को उस पर गर्व हो.
सिर्फ कहने का रिश्ता न हो
आप दोनों के बीच रिश्ता सिर्फ कहने को न हो, बल्कि आप सगे भाई की तरह हर कदम पर अपनी मुंहबोली बहन का साथ दें. अगर उसे कहीं जाना हो तो वहां छोड़ कर आएं. यदि कभी आने में देर हो जाए तो फोन कर के खुद पूछें कि क्या हुआ, घर पहुंची की नहीं, मैं लेने आऊं क्या? ऐग्जाम की तैयारी हो गई कि नहीं. उसे अपनी पसंदीदा चीज को देने में हिचकिचाएं नहीं. बहन को जिस वक्त भी आप की जरूरत हो खुशीखुशी उस की मदद करें. लेकिन एक बात का ध्यान रखें कि जब भी आप बहन के लिए कुछ करें तो उसे बारबार यह एहसास न कराएं कि मैं अपना काम छोड़ कर तुम्हारी मदद कर रहा हूं.
सौरी बोलने में न हिचकें
जब बात सौरी बोलने की आती है तो हम सोचते हैं कि मैं क्यों सौरी कहूं, मेरी तो कोई गलती नहीं है. हमेशा बिना गलती के मैं ही सौरी बोलता हूं, पर अब नहीं. आप को एक बात समझनी होगी कि सौरी बोलने से कोई छोटा नहीं होता बल्कि इस से रिश्ते बिगड़ने के बजाय सुधरते हैं, इसलिए जब छोटीछोटी बातों पर आप दोनों के बीच मनमुटाव हो तो सौरी बोलने में हिचकें नहीं.
गर्लफ्रैंड के आगे बहन को इग्नोर न करें
जब बहन और गर्लफ्रैंड एकसाथ होती हैं तो मुंहबोला भाई बहन को इग्नोर कर गर्लफ्रैंड पर ध्यान देता है, सोचता है कि यदि बहन रूठ गई तो उसे मना लेंगे, पर गर्लफ्रैंड नहीं रूठनी चाहिए. अगर गर्लफ्रैंड के साथ घूमते हुए बहन का फोन आ जाए तो फोन रिसीव ही नहीं करता. यदि रिसीव कर भी लिया तो बहाना बना देता है कि अभी बिजी हूं, कुछ देर बाद फोन करता हूं. गर्लफ्रैंड अपनी जगह है लेकिन बहन के प्रति भी भाई का फर्ज बनता है कि जरूरत के समय उस की मदद करे. ऐसा भी हो सकता है कि जिस समय बहन को इग्नोर कर रहे हों, उस वक्त उसे आप की सख्त जरूरत हो.
फाइनैंशियल हैल्प में न करें कंजूसी
यदि मुंहबोली बहन को पैसों की जरूरत हो तो यह न सोचें कि यार अगर इसे पैसे दे दिए तो मैं क्या करूंगा. पता नहीं वापस देगी भी या नहीं. पहल कर के उस की मदद करें, लेकिन एक बात का ध्यान रखें कि उस के द्वारा आप के दिए पैसों का दुरुपयोग तो नहीं हो रहा.
मुसीबत में भागें नहीं, साथ दें
हम सोचते हैं कि कौन दूसरे के झमेले में पड़े, बिना बात की टैंशन ले, लेकिन ऐसा सोचना गलत है आप को तो उस के साथ खड़े रह कर उसे मुसीबत से बाहर निकालना चाहिए. अगर कभी बहन की तबीयत खराब हो जाए तो इस इंतजार में न रहें कि वह आप से कहेगी फिर आप दवा ले कर आएंगे, बल्कि आप को जैसे ही पता चले कि वह मुसीबत में है या उसे किसी चीज की जरूरत है तो मदद के लिए आगे आएं.
सिर्फ काम के लिए न करें यूज
कुछ स्वार्थी लोगों को अपने मुंहबोले भाईबहन की याद तभी आती है जब उन्हें कोई काम पड़ता है, तब वे बोलते फिरते हैं कि तुम तो मेरी बहन हो, मेरी इतनी भी हैल्प नहीं करोगी. ऐसा करने से इस रिश्ते में प्यार और अपनेपन की भावना खत्म हो जाती है, सिर्फ स्वार्थ की भावना रह जाती है, जो सही नहीं है.
मिलवाने में हिचकिचाएं नहीं
अगर भाई दिखने में सुंदर न हो तो बहन सब से मिलवाने में थोड़ा हिचकिचाती है, रास्ते में कोई दिख जाए तो तुरंत बायबाय कह चली जाती है पर ऐसा न करें, क्योंकि रिश्ते में लुक मैटर नहीं करता, बल्कि सम्मान केयर व प्यार जरूरी होता है, इसलिए हिचकिचाएं नहीं बल्कि बेझिझक मिलवाएं.
बातें शेयर करें
मुंहबोला भाई है तो क्या हुआ, आप दोनों के बीच भाईबहन का रिश्ता है, आप अपनी बातें भाई से जरूर शेयर करें. ऐसा न हो कि आप की कोई बात भाई को किसी फ्रैंड से पता चले. यह उसे अच्छा नहीं लगेगा कि आप उसे अपना नहीं मानतीं. इसलिए यह सब भाई को जरूर बताएं.
भाई के लिए भी शौपिंग करें
अगर आप शौपिंग पर भाई को साथ ले कर जा रही हैं तो केवल अपने लिए ही शौपिंग न करें बल्कि आप अपने साथसाथ भाई के लिए भी शौपिंग करें. भले ही वह खरीदने के लिए मना करे, लेकिन आप जिद कर के उस के लिए भी खरीदें. अगर वह शौपिंग पर साथ नहीं भी गया हो तो भी उस के लिए कुछ खरीदें और मिलने पर गिफ्ट करें. यकीन मानिए जब आप उसे गिफ्ट करेंगी तो उस की खुशी का ठिकाना नहीं रहेगा.
बढ़चढ़ कर करें सरप्राइज प्लान
मुंहबोला भाई है तो ऐसा न सोचें कि घर वाले उस के लिए सरप्राइज प्लान तो करेंगे ही, फिर आप क्यों अपना टाइम बरबाद करें, बल्कि भाई के बर्थडे पर कुछ खास प्लान करें, ताकि वह सब के सामने कह सके, ‘एक हजारों में मेरी बहना है, जो हमेशा मेरे लिए कुछ अलग और स्पैशल प्लान करती है.’
फैमिली फंक्शन में करें इन्वाइट
हम मुंहबोले भाईबहन तो बना लेते हैं, लेकिन जब बात इस रिश्ते को निभाने की आती है तो छोटीछोटी गलतियां कर बैठते हैं. जैसे यदि हमारे घर पर कोई फंक्शन होता है तो उस में अपने फ्रैंड्स को तो बुला लेते हैं, लेकिन मुंहबोले भाई/बहन को बुलाना भूल जाते हैं और जब यह बात फ्रैंड्स को पता चलती है तो वे बारबार उसे कहते हैं कि तेरी बहन ने तुझे नहीं बुलाया, अजीब है भाई. यह बात भाई को भी बुरी लग सकती है कि वैसे तो कहती फिरती है कि तुम मेरे सब से अच्छे भाई हो, लेकिन जब बात निभाने की आती है तो भूल जाती है. आप इस तरह की गलती न करें. फंक्शन छोटा हो या बड़ा अपने मुंहबोले भाई/बहन को जरूर बुलाएं.
झगड़ा होने पर रिश्ता न तोडें.
रिश्ता बनाना हो या तोड़ना हो, हमें हर बात की जल्दी रहती है. अगर छोटी सी बात पर मनमुटाव हो जाए तो तुरंत रिश्ता तोड़ देते हैं, लेकिन ऐसा करने से पहले आप को समझना चाहिए कि यह कोई व्हाट्सऐप या फेसबुक तो है नहीं, जहां जिस से भी झगड़ा हुआ उसे ब्लौक कर दिया और पुन: बातचीत होने पर फ्रैंड रिक्वैस्ट भेज दी. यह तो वास्तविक जिंदगी है, यहां अगर एक बार रिश्तों में कड़वाहट आ जाए तो उन्हें संभालना मुश्किल हो जाता है. इसलिए बातबात पर रिश्ता खत्म करने की धमकी न दें, बल्कि रिश्ते को मजबूत बनाने का प्रयास करें.
रिश्ते की गरिमा को बनाए रखें
इस उम्र में कई बार किशोर एकदूसरे की तरफ अट्रैक्ट होने लगते हैं, लेकिन ध्यान रहे आप इस रिश्ते की गरिमा को बना कर रखें. ऐसी कोई हरकत न करें जो इस रिश्ते के दायरे में न हो. कई बार ऐसा भी होता है कि आप का कोई फ्रैंड आप की मुंहबोली बहन को लाइक करने लगता है और आप उस की बातों में आ कर उसे अपनी बहन की पर्सनल बातें बता देते हैं जो गलत है. भले ही वह आप का बैस्ट फ्रैंड हो, लेकिन आप का फर्ज है कि आप बहन की रक्षा करें. कोई भी ऐसा काम न करें जिस से आप की बहन की भावनाओं को ठेस पहुंचे.