क्या आप जानते हैं कि 22 मार्च को साल 1912 में बिहार एक प्रदेश के रूप में स्थापित किया गया था. हर साल की तरह इस बार भी, इस समय बिहार की राजधानी पटना तीन दिनों के लिए किसी उत्सव की तरह 105 वें बिहार दिवस समारोह के तैयार हो चुकी है.

आज हम आपको बिहार से ही जुड़े एक ऐसे महान व्यक्तित्व और संगीतकार के बारे में बताने जा रहे हैं जिन्हें संपूर्ण विश्व में ख्याति प्राप्त है.

साल 2001 में उस्ताद बिस्मिल्ला खां को भारत के सर्वोच्च सम्मान भारत रत्न से सम्मानित किया गया था. वे तीसरे भारतीय संगीतकार हैं जिन्हें भारत रत्न से सम्मानित किया गया. बिस्मिल्ला खां का जन्म बिहार के एक मुस्लिम परिवार में पैगम्बर खां और मिट्ठन बाई के यहां हुआ था.

हम आपको बता देना जाहते हैं कि कि खान साहब का जन्म 21 मार्च 1916 को बिहार के डुमरांव में हुआ था, यानि कि बीते हुए दिन यानि कि कल बिस्मिल्लाह खान का जन्म दिन था. संगीतकार बिस्मिल्लाह खान के नाम "बिस्मिल्लाह!" का मतलब होता है "अच्छी शुरुआत या श्रीगणेश".

उस्ताद बिस्मिल्ला खां से जुड़े हम आपको ऐसे राज बताएंगे जिनसे आप अभी तक अनजान होंगे..

1. मशहूर संगीतकार और शहनाई वादक "बिस्मिल्ला खां" के खानदान के लोग दरबारी राग बजाने में माहिर थे, जो बिहार की भोजपुर रियासत में अपने संगीत का हुनर दिखाने के लिये अक्सर जाया करते थे. उनके पिता बिहार की डुमरांव के महाराजा केशव प्रसाद सिंह के दरबार में शहनाई बजाया करते थे.

2. 6 साल की उम्र में ही बिस्मिल्ला खां अपने पिता के साथ बनारस आ गये, जहां उन्होंने अपने चाचा अली बख्श 'विलायती' से शहनाई बजाना सीखा.

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