कम्प्यूटर में वायरस आना आम बात होती है. वायरस आने के बाद कंप्यूटर ठीक से काम करना बंद कर देता है, मसलन उसकी प्रोसेसिंग स्लो हो जाती है, कभी कभी कोई फोल्डर काफी देर बाद ओपन होता है या कभी कभी ओपन भी नहीं होते, लेकिन अगर हम आपसे कहें कि एक ऐसा भी कम्प्यूटर वायरस है जो अपने यूजर से फिरौती मांगता है तो आपको यकीनन हैरानी होगी. यह अजीब किस्म का वायरस इन दिनों दुनिया के तमाम देशों में तेजी से फैलती कम्यूटर वायरस की एक नई किस्म है.
क्या नाम है वायरस का
इस अनोखे वायरस का नाम रैनसमवेयर कम्प्यूटर मालवेयर वायरस है और यह इन दिनों दुनिया भर के कम्प्यूटर आपरेटर के लिए मुश्किलें खड़ी कर रहा है. इस वायरस के बारे में एक्सपर्ट बताते हैं कि यह एक खतरनाक किस्म का वायरस है जो आपके कम्प्यूटर को लॉक कर देता है..और लॉक करने के बाद आपकी जरूरी फाइलों की रिकवरी के लिए पैसे की मांग करता है. ऑस्ट्रेलिया सरकार की ताजा रिपोर्ट बताती है कि यह वाकई में खतरनाक है. एक सर्वेक्षण के मुताबिक साल सिर्फ 2015 में 72 फीसदी व्यवसाय इस वायरस के कारण प्रभावित रहे जबकि साल 2013 में यह आंकड़ा सिर्फ 17 फीसदी था. यानी यह वायरस तेजी से प्रसार कर रहा है.
मोबाइल के लिए भी खतरे की घंटी
एक्सपर्टों का मानना है कि यह एप मोबाइल के लिए भी खतरनाक हो सकता है क्योंकि यह एप कहीं पर भी छुपा हो सकता है और मोबाइल में किसी डिवाइस के कनेक्ट करने के दौरान ट्रांसफर हो सकता है. इस नए वायरस ने दुनियाभर के देशों में कम्प्यूटर का अधिक इस्तेमाल करने वाले लोगों के लिए खतरे की घंटी बजा दी है.
कैसे हमला करता है यह वायरस
विशेषज्ञों की माने तो यह वायरस अधिकांशत: डाउनलोडिंग के माध्यम से ही एक डिवाइस में पहुंचता है. यह आपके कम्यूटर स्क्रीन पर लोकप्रिय एप होने का दिखावा करेगा…ताकि आप मजबूर होकर इस पर एक बार क्लिक कर दें, इस तरह से इस वायरस के अटैक करने की संभावना ज्यादा रहती है. वहीं दूसरी तरफ यह फर्जी ईमेल, स्पैम या फर्जी सॉफ्टवेयर के जरिए हमला करता है. एक बार मेल के अटैचमेंट पर क्लिक करते ही यह वायरस आपके सिस्टम की फाइलों को खंगालना शुरु कर देता है.